कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिए दुनियाभर में टीकाकरण अभियान चल रहे हैं लेकिन कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में इसका असर अभी भे देखने को मिल रहा है। कोरोना वायरस को मात देकर ठीक हो चुके मरीजों में पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन (Post COVID 19 complications) या फिर यूं कहें कि कोरोना से ठीक होने के बाद होने वाली दिक्कतें चिंता का विषय बनी हुई है। किडनी की बीमारी से जूझ रहे लोगों को इसका ख़तरा और ज्यादा है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके उन मरीजों को जो किडनी से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित हैं उनमें पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन का ख़तरा अन्य रोगियों की तुलना में कई गुना अधिक हो जाता है। ऐसे रोगियों को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है। किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों में कोरोना से ठीक होने के बाद होने वाली दिक्कतों के बढ़ने के पीछे क्या कारण हैं और ऐसे में किडनी से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इस मुद्दे को लेकर हमें बातचीत की दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन विभाग के निदेशक डॉ तरुण साहनी से, आइये जानते हैं इस विषय पर उन्होंने क्या जानकारियां हमारे साथ साझा की।
कोरोना से ठीक होने के बाद की दिक्कत (Long-term Health Effects of COVID-19)
कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक होने के बाद होने वाली दिक्कतें जिसे पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन भी कहा जाता है चिंता का विषय बनी हुई हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना का असर लंबे समय तक होने की बात कही थी। कोरोना वायरस को मात देकर घर लौटे लोगों में इसकी वजह से कई दिक्कतें देखी गई हैं। कोरोना का यह लॉन्ग टर्म असर विशेषकर पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है। मोटापा, डायबिटीज और किडनी से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे लोगों में इसका असर ज्यादा देखा जा रहा है। कोरोना से ठीक होने के बाद भी लोगों को जिन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है वे इस प्रकार से हैं।
टॉप स्टोरीज़
- सांस लेने में दिक्कत
- थकान
- खांसी
- छाती और सीने में दर्द
- जोड़ों में दर्द
- मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द
- दिल की धड़कन का बढ़ना
- महक और स्वाद में कमी
- याददाश्त, एकाग्रता और नींद की समस्या
- स्किन पर चकत्ते और बालों का झड़ना
- चिड़चिड़ापन, तनाव जैसी समस्या
कोरोना के बाद शरीर के ये अंग होते हैं ज्यादा प्रभावित (Body Systems and Organs that can be Affected)
कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद भी कई खतरे बने रहते हैं। पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन में शरीर के कुछ प्रमुख अंगों को ज्यादा ख़तरा होता है। खासतौर से अगर कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति में पहले से ही किसी प्रकार की बीमारी है तो उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है। कोरोना वायरस शरीर के कुछ प्रमुख अंगों पर अपना व्यापक प्रभाव डालता है जिसका असर लंबे समय तक बना रहता है। शरीर के ये अंग कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
- किडनी (Kidney)
- हार्ट (Heart)
- फेफड़े (Lungs)
- मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र (Brain and the Nervous System)
किडनी से जुड़े रोग और कोरोना (Kidney disease & COVID-19)
पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन या कोरोना से ठीक होने के बाद होने वाली दिक्कतों में किडनी से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की समस्या बढ़ गई है। कोरोना से ठीक होने के बाद भी किडनी के रोगियों में इसका असर देखा जा सकता है, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की वजह से भी कोरोना का असर किडनी पर ज्यादा पड़ रहा है। कोरोना की वजह से किडनी पर बुरा असर होता है, किडनी के रोगियों को इसके बाद डायलिसिस की भी जरूरत पड़ सकती है। कोरोना वायरस की चपेट में आये किडनी के मरीजों को इन वजहों से ज्यादा दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
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किडनी की कोशिकाओं को नुकसान (COVID-19 might Affect Kidney Cells)
किडनी की कोशिकाओं को सबसे ज्यादा संक्रमित वायरस करता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोरोना वायरस से ग्रसित होने के बाद किडनी से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित लोगों में यह प्रक्रिया तेज हो सकती है। कोरोना वायरस की वजह से किडनी की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है जिसकी वजह से कोरोना का असर ख़त्म होने के बाद भी लोगों को गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। फेफड़ों और हार्ट की कोशिकाओं पर भी इस वायरस का गहरा असर देखा गया है।
सांस की वजह से किडनी को हो सकता है नुकसान (Breathing Problem can Cause Kidneys to Malfunction)
कोरोना वायरस संक्रमण के बाद सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण देखे गए हैं। खासकर कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के खून में ऑक्सीजन की कमी से किडनी से जुड़ी दिक्कतें बढ़ जाती हैं। खून में ऑक्सीजन की कमी से किडनी पर बुरा असर होता है जिसकी वजह से पहले से ही किडनी से जुड़े रोगों से जूझ रहे लोगों को और दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
कोरोना की वजह से बनने वाले खून के थक्के पहुंचाते हैं किडनी को नुकसान (Blood Clots Causes by COVID-19 might Clog the Kidneys)
कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से शरीर में खून के छोटे थक्के बन सकते हैं जिनकी वजह से किडनी के काम करने में दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। आमतौर पर किडनी हमारे शरीर में फ़िल्टर की तरह काम करती है, शरीर से विषाक्त और अपशिष्ट पदार्थों को निकालने में किडनी की बड़ी भूमिका होती है। ऐसे में शरीर में खून के थक्के बनने से किडनी के सही तरीके से काम करने में रुकावट पैदा हो जाती है।
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इन बातों का जरूर रखें ध्यान (Precautions for Kidney Patient)
जो लोग किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं चिकित्सक उन्हें कोरोना से बचने के लिए विशेष सावधानियों को बरतने की सलाह देते हैं। कोरोना से ठीक होने के बाद भी किडनी की बीमारियों से पीड़ित लोगों में पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन या कोरोना से ठीक होने के बाद की दिक्कतों का ख़तरा ज्यादा होता है। ऐसे में इन लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरुरत होती है। कोरोना से ठीक होने वाले किडनी के मरीजों को विशेषज्ञों द्वारा बताई गई इन सावधानियों का पालन जरूर करना चाहिए।
- नियमित रूप से डॉक्टर द्वारा दी गयी दवाओं का सेवन करें।
- सार्वजानिक स्थान पर जाने से बचें, ऐसे लोगों से दूरी बनाएं रखें जो कोरोना से पीड़ित हैं।
- नियमित रूप से हाथ धोएं या सैनिटाइजर से हाथों को साफ रखें।
- डायलिसिस के रोगी कोई दिक्कत होने पर चिकित्सक से जरूर संपर्क करें।
- मास्क जरूर पहने पहने, संक्रमण से खुद का बचाव करें।
- खानपान का विशेष ध्यान रखें।
हमें उम्मीद है किडनी की बीमारियों से पीड़ित लोगों को कोरोना और इससे ठीक होने बाद के खतरे पर दी गयी जानकारी आपको पसंद आई होगी। डॉक्टर द्वारा बताई गयी जरूरी सावधानियों को ध्यान में रखते हुए आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। किडनी की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जो कोरोना से ठीक हुए हैं उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं, डायलिसिस वाले रोगियों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की जरूरत है।
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