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Lung Cancer Awareness Month 2024: लंग कैंसर के मरीजों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है बढ़ता वायु प्रदूषण, डॉक्टर से जानें कारण

देश में एयर प्रदूषण का स्तर दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में आगे जानते हैं कि इस स्थिति में लंग कैंसर के मरीजों को क्या समस्याएं उठानी पड़ सकती हैं।
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Lung Cancer Awareness Month 2024: लंग कैंसर के मरीजों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है बढ़ता वायु प्रदूषण, डॉक्टर से जानें कारण

Lung Cancer Awareness Month 2024: देश में लगातार गाड़ियों की बढ़ती संख्या इस बात का संकेत करती हैं, इसकी साइड इफेक्ट्स भी जल्द ही हम लोगों को ही देखने को मिलेंगे। बीते कुछ सालों में वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है। वायु की बढ़ता प्रदूषण एयर क्वालिटी को खराब करता है, जिससे लोगों को फेफड़ों से संबंधित रोग होने का जोखिम अधिक रहता है। लेकिन इस खराब एयर क्वालिटी का सबसे ज्यादा नुकसान पहले से लंग कैंसर से ग्रसित लोगों को उठाना पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार प्रदूषण रेस्पिरेटरी सिस्टम पर खराब असर डालता है, जो सांस से जुड़ी समस्याओं की वजह बन सकता है। इस लेख में नारायणा अस्पताल पल्मोनोलॉजी सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नवनीत सूद से जानते हैं कि खराब एयर क्वालिटी का असर लंग कैंसर के मरीजों पर क्या (Air pollution can causes of lung cancer) पड़ता है।

खराब एयर क्वालिटी से लंग कैंसर के मरीजों को क्या समस्या हो सकती है? - How Poor Air Quality Can Cause Complications For Lung Cancer Patients In Hindi

श्वसन प्रणाली पर दबाव - Pressure on Respiratory System

फेफड़ों के कैंसर के मरीजों की श्वसन प्रणाली पहले से कमजोर होती है। ऐसे में खराब एयर क्वालिटी के कारण उन्हें सांस लेने में अधिक कठिनाई हो सकती है। प्रदूषक छोटे कण फेफड़ों में गहराई तक पहुंचते हैं और सूजन और जलन पैदा कर सकते हैं, जिससे श्वसन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और मरीज का श्वास संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

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कैंसर के इलाज का असर कम होना - Affect Cancer Treatment

एयर पॉल्यूशन में मौजूद हानिकारक कण और केमिकल्स जैसे कि नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और ओजोन, लंग कैंसर के मरीजों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। ये हानिकारक तत्व कैंसर इलाज की प्रभावशीलता को कम कर सकते हैं, जिससे मरीज के इलाज का रिजल्ट प्रभावित हो सकता है।

थकान और कमजोरी बने रहना - Fatigue And Tiredness

लंग्स कैंसर के मरीजों में अक्सर थकान और कमजोरी की समस्या होती है। वहीं खराब एयर क्वालिटी और प्रदूषित हवा के संपर्क में आने से शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है, जिससे मरीजों को ज्यादा थकान का अनुभव होता है। इससे उनकी एनर्जी का स्तर और भी कम हो जाता है, ऐसे में शरीर इलाज के लिए तैयार नहीं होता है।

कैंसर के बढ़ने का जोखिम अधिक - Worsen Cancer Risk

वायु प्रदूषण में मौजूद कैंसरजन (कार्सिनोजेनिक) तत्व कैंसर के बढ़ने की वजह बन सकते हैं। खराब एयर क्वालिटी में रहने से कैंसर सेल्स की ग्रोथ में बढ़ोतरी हो सकती है और यह मरीज के लिए गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है।

इसे भी पढ़ें: फेफड़ों के कैंसर का जोखिम कम करने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय

Lung Cancer Awareness Month 2024: लंग्स कैंसर के मरीजों के लिए एयर पॉल्यूशन और खराब एयर क्वालिटी हानिकारक साबित हो सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए, लंग कैंसर के मरीजों को प्रदूषण में ज्यादा बाहर नहीं निकलना चाहिए। साथ ही, मास्क का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा, समय-समय पर डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।

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