कोरोना वैक्सीन अभियान का दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू होने जा रहा है। इस अभियान में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, हमारे देश में 60 साल अधिक उम्र के करीब 10 करोड़ से भी अधिक व्यक्ति हैं। इसके अलावा इस चरण में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भी शामिल किया जा सतता है, जिन्हें को-मॉर्बिडिटीज (पहले से ही एक से अधिक बीमारी होना) है। आपको बता दें कि इस हमारे देश में करोड़ों लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। वैक्सीन को लेकर कई लोगों में इसके साइड-इफेक्ट्स होने का डर है। वहीं, कई हेल्थ एक्सपर्ट का इसे लेकर कहना है कि हर एक वैक्सीन के साइड-इफेक्ट्स होते हैं और ये साइड-इफेक्ट्स सेहत के लिए बुरे नहीं होते हैं। वैक्सीन लगने के बाद अगर आपको कुछ साइड-इफेक्ट्स दिख रहे हैं, तो इसका मतलब ये है कि आपका इम्यून सिस्टम बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार हो रहा है।
वैक्सीनेशन के साइड-इफेक्ट्स
एक्सपर्ट के अनुसार, किसी भी वैक्सीनेशन को लगवाने के बाद साइड-इफेक्ट दिखना आप है। आपके ये साइड-इफेक्ट्स हल्के या फिर थोड़े ज्यादा हो सकते हैं। जो 2 से 3 दिन में ठीक हो जाते हैं। शरीर में इसके अधिक साइड-इफेक्ट्स दिखने पर हमें यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि हमारा इम्यून सिस्टम कोरोना से लड़ने के लिए तैयार हो रहा है। इससे इसके संक्रमण को पहचाने में मदद मिलती है।
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वैक्सीन के बाद इन साइड-इफेक्ट्स को न करें इग्नोर
एक्सपर्ट बताते हैं कि कोविड-19 वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज जिन लोगों को लग चुकी हैं। उन्हें कई तरह के लक्षणों का अनुभव हो सकता है। लेकिन वैक्सीन लगने के बाद कुछ साइड-इफेक्ट्स को नजर अंदाज बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैक्सीन लगने के बाद शरीर पर रैशेज या लाल चकत्ते दिखना काफी आम है। कभी-कभी ये चकत्ते सप्ताह से अधिक समय तक आपके शरीर पर दिख सकते हैं। यह समस्या उन लोगों को अधिक होती है, जिन्हें पहले से ही किसी तरह की एलर्जी या फिर जिनकी स्किन काफी ज्यादा नाजुक है। हालांकि, अगर आपके शरीर पर वैक्सीन लेने के बाद चकत्ते दिखे, तो तुरंत डॉक्टर के पास संपर्क करें। इसके साथ ही ब्लीडिंग, बेहोशी, सूजन, बोलने या फिर चलने फिरने में परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
वैक्सीन लगने के बाद दिखने वाले आम लक्षण
- सिर दर्द
- बदन दर्द
- थकान
ये वैक्सीन लगने के बाद आपको आम लक्षण दिख सकते हैं, जिसके लिए आपको घबराने की जरूरत नहीं है।
वैक्सीन को लेकर क्या कहते हैं एक्सपर्ट
पारस चेस्ट इंस्टिट्यूट , पारस हॉस्पिटल के एचओडी डॉ अरुणेश कुमार का कहना है कि , “ कोविड-19 वैक्सीन लगाने से पहले हमें सभी तरह की सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है। टीका लेने से पहले आपको हेल्थकेयर प्रोवाइडर के साथ इन स्थितियों जैसे - कोई एलर्जी या पहले से कोई दवा ले रहे हैं के बारे में विस्तार से चर्चा करनी चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आप ब्लड थिनर्स के मरीज़ हैं, तो वैक्सीन पर किसी भी अत्यधिक रक्तस्राव के लिए हेल्थकेयर प्रोवाइडर आपको बारीकी से देखेगा। किसी भी एलर्जी - भोजन या दवा के बारे में हेल्थकेयर प्रोवाइडर को सूचित करना भी महत्वपूर्ण है - आपके पास हो सकता है कि एलर्जी वाले लोग प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं से पीड़ित पाए गए हैं। इंजेक्शन साइट को साफ किया जाना चाहिए और टीका लेने से पहले एलर्जी से मुक्त होना चाहिए। "
डॉक्टर का कहना है कि "वैक्सीन लेने के तुरंत बाद नहीं भागना चाहिए। किसी भी तत्काल प्रतिकूल प्रतिक्रिया से निपटने के लिए आपको अस्पताल या क्लीनिक में 30 मिनट तक इंतजार करना चाहिए। इसके अलावा, अपने चिकित्सक को तुरंत सूचित करें यदि आप किसी भी प्रतिकूल घटनाओं का अनुभव करते हैं तो टीकाकरण पोस्ट करें। बुजुर्ग और वो मरीज जिन्हे पहले से ही रेस्पिरेटरी रिस्क, डायबिटीज, हाइपरटेंशन व हार्ट डिजीज है को कोविड 19 संबंधित जटिलताओं का अधिक रिस्क है। इसलिए यह जरुरी है कि ये सभी हाई रिस्क ग्रुप वाले टीकाकरण को नियमित रूप से करें। हर वैक्सीन के कुछ प्रतिकूल प्रभाव होते हैं, लेकिन वे ज्यादातर लोगों में हल्के होते हैं। वे इंजेक्शन या हल्के बुखार, जोड़ों के दर्द की साइट पर दर्द या सूजन शामिल हो सकते हैं। गंभीर प्रतिकूल घटनाएं अत्यंत दुर्लभ हैं।”
कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, पालम विहार, गुरुग्राम के पल्मोनरी और क्रिटिकल केयर के सीनियर कंसल्टेंट डॉ पीयूष गोयल द्वारा दी गई जरूरी सलाह -
1- 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगवाने से पहले किसी डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग वैक्सीन लगवा सकते हैं क्योंकि वे इस उम्र में अन्य वैक्सीन को भी लगवा रहे हैं। केवल एक चीज़ ध्यान देने की जरूरत है कि मरीज़ को कोविड बीमारी का लक्षण नहीं होना चाहिए। इसके अलावा वैक्सिनेशन के दौरान अन्य क्रोनिक बीमारियां स्टेबल होनी चाहिए।
2- जिन लोगों का ख़ून पतला होता है या जिन्हें हाईपरटेंशन की समस्या होती है उन्हे वैक्सिनेशन से पहले क्या करना चाहिए?
जिन लोगों का ख़ून पतला होता है उन्हे वैक्सिनेशन का डोज लेने के बाद इंट्रामस्कुलर हेमाटोमा होने के मद्देनजर देखभाल करनी चाहिए। हाइपटेंशन के मरीजों को वैक्सिनेशन का डोज ऐसे खतरों को ध्यान में रखते हुए नहीं देना चाहिए, जब यह पूरी तरह से नियंत्रित हो तभी वैक्सिनेशन कराना चाहिए।
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3- वैक्सीन लगवाने से पहले कौन सी चीज करनी चाहिए और कौन सी चीज नहीं करनी चाहिए?
क्रोनिक बीमारी वाले मरीजों को स्टेबल रहना चाहिए, वैक्सिनेशन करवाने से पहले क्रोनिक बीमारियों को लेकर सावधान रहना चाहिए। वैक्सिनेशन करवाने से एक दिन पहले अच्छे से सोएं। वैक्सिनेशन साइट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मास्क पहने, हाथ की सफाई रखें।
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डॉ शुचिन बजाज, फाउंडर डायरेक्टर, उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स का कहना है कि , " टीका आमतौर पर बुजुर्गों और अन्य लोगों के लिए सुरक्षित पाया गया है, लेकिन टीकाकरण के लिए जाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना सही रहेगा। यह समझना आवश्यक है कि प्रत्येक टीका एक फ्लू वैक्सीन है या कोविड वैक्सीन है क्यूंकि इसका प्रतिकूल प्रभाव भी हो सकता है। अधिकांश मामलों में प्रभाव मामूली होंगे जैसे कि हल्के बुखार या साइट पर दर्द, जो पूरी तरह से सामान्य है। हालांकि, बहुत कम लोगों में गंभीर प्रतिक्रिया हो सकती है। जिन लोगों को कुछ प्रकार की एलर्जी होती है जैसे कि खाद्य एलर्जी या त्वचा की एलर्जी, को टीका लेने से पहले बहुत सतर्क रहना आवश्यक है क्योंकि ऐसे लोगों को गंभीर प्रतिकूल प्रतिक्रिया भी हो सकती है। आपको अपने एलर्जी हिस्ट्री और उन तत्वों या दवाओं के बारे में स्वास्थ्य अधिकारियों को विस्तार पूर्वक सूचित करना चाहिए जिनसे आपको एलर्जी है। उदाहरण के लिए, यदि आपको वैक्सीन में मौजूद एक कॉम्पोनेन्ट से एलर्जी है, तो आपको वैक्सीन नहीं दी जाएगी। इसी समय, जिन लोगों को अतीत में किसी अन्य वैक्सीन के साथ कुछ बुरा अनुभव हुआ है, उन्हें भी सावधान रहना चाहिए। इसके अलावा, यदि आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं जैसे कि बुखार या ठंड लगना, तब तक इंतजार करें जब तक आप वैक्सीन प्राप्त करने के लिए बेहतर हों।वैक्सीन लेने के बाद, आपको आधे घंटे के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर इंतजार करने की सलाह दी जाती है, ताकि यदि कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया देखी जाए तो आप तत्काल चिकित्सा सहायता प्राप्त कर सकें। यदि आपको बाद में प्रतिकूल प्रतिक्रिया का अनुभव होता है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर को सूचित करना चाहिए।एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि टीका लगने के बाद आपको सावधानी नहीं भूलनी चाहिए। टीका लगने के बाद भी मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना। याद रखें, एंटीबॉडी विकसित करने के लिए दूसरा शॉट लेने के बाद भी समय लगता है। "
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