पहली प्रेग्नेंसी प्लान करते वक्त इन 8 चीजों का रखें खास ख्याल, स्वास्थ्य को दें पहली प्राथमिकता

अगर आप परिवार शुरू करने की सोच रहे हैं, तो आपको एक अच्छे प्लानिंग के तहत शारीरिक स्वास्थ्य, भावनात्मक स्वास्थ्य और वित्तीय स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें।
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पहली प्रेग्नेंसी प्लान करते वक्त इन 8 चीजों का रखें खास ख्याल, स्वास्थ्य को दें पहली प्राथमिकता

पहले से सभी चीजों की योजना बना लेना और उसी तरह काम करना किसी भी व्यक्ति को आगामी परिस्थितियों से निपटने में मदद करता है। वहीं माता-पिता बनना भी जीवन की एक बहुत बड़ी प्लानिंग ही है। पहली प्रेग्नेंसी को लेकर सभी कपल्स को कुछ खास तैयारियां कर लेनी चाहिए क्योंकि एक नए सदस्य को घर में लाना, जीवन में काफी बदलाव ले आता है। इसलिए इस फैसले के लिए आपको अपने आपने आप कई तरीकों से तैयार रखना होगा। इसके लिए आपको शारीरिक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्वास्थ्य से लेकर वित्तीय तौर पर भी तैयार होना होगा। वहीं पहली बार की प्रेग्नेंसी में कई चीजें बहुत भ्रामक हो सकती हैं क्योंकि सब कुछ बहुत नया होता है। यही कारण है कि जो लोग अपनी प्रेग्नेंसी को प्लान नहीं करते हैं वो स्वस्थ और तनावमुक्त गर्भावस्था महसूस कर सकता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे ही टिप्स बताएंगे, जिनका आपको पहले प्रेग्नेंसी को प्लान करने पहले खास ख्याल रखना चाहिए।

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प्रेग्नेंसी की सबसे आदर्श उम्र क्या है?

कृपया सामाजिक दबाव से न चलें क्योंकि बच्चा आप चाह रहे हैं, उसकी जिम्मेदारी आप पर होगी, दुनिया पर नहीं। वे दिन गए जब शादी करने की औसत आयु 20 थी। अब जैसे-जैसे शादी की औसत उम्र बढ़ रही है और महिलाएं अधिक करियर उन्मुख हो रही हैं। इसलिए प्रेग्नेंसी का सही समय तब ही है जब एक युगल मानसिक और आर्थिक रूप से इसके लिए तैयार हो। वहीं साइंस के अनुसार मानें, तो एक महिला की प्रजनन क्षमता 35 वर्ष की आयु के बाद घटने लगती है, इसलिए प्रजनन क्षमता का चरम काल और आजकल  बच्चे पैदा करने की आयु 27 से 32 वर्ष की आयु के बीच हो गई है। इसके अलावा, अगर आप इससे भी ज्यादा देरी करना चाहते हैं, तो आपको डॉक्टर से यह भी जांचना चाहिए कि यह आपके शरीर के लिए कितना व्यावहारिक है।

आप एग्स को फ्रिज करवा सकती हैं

यह कम से कम आपको उस उम्र में बच्चा पाने में मदद करेगा जब आपकी प्रजनन क्षमता कम हो जाए। वहीं इसके लिए अपने डॉक्टर से बात करें। वहीं हमारी जीवनशैली की बदौलत हमारे पास समस्याओं का एक पूरी सूची है, जिनके बारे में हम जानते भी नहीं हैं। इसलिए, जब आप एक बच्चा करने का फैसला करती हैं, तो हर तरह से अपने आप को तैयार करें और डॉक्टर से बात कर लें।

आपकी स्वास्थ आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए

आपका स्वास्थ्य हमेशा ही आपकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। आपका स्वास्थ्य ही है, जो आपको स्वाभाविक रूप से गर्भ धारण करने में मदद कर सकता है। वहीं इसके लिए अपने डॉक्टर से मिलें कि आपको क्या कोई छिपी हुई स्वास्थ्य समस्याएं तो नहीं हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि स्वास्थ्य समस्याएं जैसे कम हीमोग्लोबिन, विटामिन की कमी, थायरॉयड या कुछ हार्मोनल असंतुलन प्रेग्नेंसी में बाधा डाल सकते हैं।ये सिर्फ कुछ चिकित्सा स्थितियां हैं, जिन्हें चिकित्सा पेशेवर या स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा संबोधित / परीक्षण करने की आवश्यकता है। आंतरिक परीक्षाएं या सोनोग्राफी यह देखने के लिए भी की जाती है कि क्या आंतरिक अंगों, गर्भाशय, या अंडाशय के साथ कोई समस्या तो नहीं है न। कभी-कभी महिलाओं में अल्सर या फाइब्रॉएड होते हैं, जो गर्भ धारण करने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं, हालांकि हमेशा नहीं। ये ऐसे मुद्दे हैं, जिनके बारे में किसी को जानकारी नहीं हो सकती है और इसकी जांच की आवश्यकता है।

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अगर कोई चिकित्सीय स्थिति है, तो डॉक्टर से मदद लें

आजकल कुछ-न-कुछ चिकित्सीय स्थिति में आना सामान्य है, इसलिए चिंता न करें और डॉक्टर के साथ चर्चा करें। अगर किसी महिला की कोई मेडिकिल स्थिति है, तो यह सुनिश्चित करें कि महिला गर्भ धारण करने के लिए सुरक्षित है या नहीं। वहीं इन स्थितियों को नियंत्रण में रख कर गर्भधारण किया जा सकता है। इसलिए समय-समय पर अपने डॉक्टर की मदद लेते रहें। 

कृपया पहले से चिकित्सा बीमा का विकल्प चुनें

हम सभी इस तथ्य से अच्छी तरह से परिचित हैं कि चिकित्सा उपचार बहुत महंगा है और इसके लिए आपके पास चिकित्सा बीमा है तो यह एक बहुत बड़ा सहारा होगा। वहीं कई अन्य कारक हैं जो एक जोड़े / परिवार को ध्यान में रखने की आवश्यकता है जैसे कि बच्चे की वित्तीय योजना और वित्तीय सुरक्षा, स्वास्थ्य बीमा इत्यादि।

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अपने बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए फोलिक एसिड के स्तर को ध्यान में रखें

एक बेहतर मस्तिष्क विकास के लिए फोलिक एसिड एक जरूरी है। यह सुनिश्चित करने के लिए फोलिक एसिड का उपयोग करना शुरू करना उचित है कि जब आप गर्भ धारण करती हैं तो गर्भाधान के समय से ही फोलिक एसिड का लाभ होता है क्योंकि फोलिक एसिड बच्चे के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से न्यूरोलॉजिकल विकास।

डॉक्टर को आपके द्वारा उपयोग किए जा रहे गर् निरोधकों के बारे में जरूर बताएं

अगर कोई दंपत्ति किसी गर्भनिरोधक का उपयोग कर रहा है, तो डॉक्टर के साथ इस बारे में चर्चा करने की आवश्यकता है कि परिवार नियोजन शुरू करने से पहले कितनी जल्दी इसे रोकने की जरूरत पड़ सकती है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि शरीर को बच्चे के लिए अपनी अलग तैयारी करनी होती है और गर्भनिरोधक चीजों का असर या उपयोग इसमें बाधा डाल सकता है।

स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं

यह न केवल उपचार के दृष्टिकोण से है, बल्कि किसी को अपनी जीवन शैली में सुधार करने, व्यायाम करने, स्वस्थ भोजन करने और एक समग्र दृष्टिकोण रखने से प्रेग्नेंसी आसानी से प्लान हो सकती है। वहीं ये प्रेग्नेंसी के साथ आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। एक स्वस्थ जीवनशैली में धूम्रपान, शराब, पान मसाला, गुटखा आदि को शामिल न करें। वहीं कुछ दवाओं का उपयोग करने से यह आदमी के शुक्राणुओं की संख्या और कामेच्छा जैसी यौन इच्छा पर भी गलत असर पड़ सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी प्लान करने से पहले जरूरी है कि महिला और पुरुष दोनों, अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें।

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