बवासीर काफी दर्दनाक और गंभीर समस्या है जो व्यक्ति का आराम और चैन छीन लेती है। बवासीर दस्त, कब्ज, अपच, मोटापा और पेट संबंधी विकार की वजह से हो जाती है। बवासीर को नजरअंदाज करने से कई प्रकार की समस्याओं को बढ़ावा मिल सकता है। बवासीर में कुछ घरेलू इलाज काफी कारगर सिद्ध हो सकते हैं, जिनमें से एक दालचीनी का प्रयोग है। सर्वा और दिवा योगा की डायटीशियन सुमैया हामिद के मुताबिक दालचीनी में भरपूर मात्रा में सिनामाल्डिहाइड, सिनामाइल एसीटेट और अल्कोहल कंपोनेंट्स होते हैं, जो बवासीर के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, अर्थराइटिस और बवासीर जैसी कई बीमारियों में काम आ सकती है। चलिए जानते हैं बवासीर में दालचीनी का इस्तेमाल किस प्रकार किया जा सकता है।
दालचीनी की छाल का तेल
दालचीनी की छाल का तेल टिशू की ग्रोथ कर सूजन में राहत दे सकता है। ये तेल बनाने के लिए 1 चम्मच नारियल तेल या बादाम के तेल में 3-4 बूंद दालचीनी का तेल मिलाएं। ये एंटी-एंफ्लेमेटरी प्रभाव पैदा करता है। इसे दिन में 3 से 4 बार प्रभावित जगह पर लगाएं। इसे इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
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दालचीनी पानी
दालचीनी सूजन को शांत करने में मदद कर सकती है। बवासीर के रोगी आमतौर पर गुदा क्षेत्र में खुजली, दर्द और सूजन का अनुभव करते हैं। गुनगुने पानी में दालचीनी पाउडर मिलाकर पीने से दर्द और सूजन में आराम मिल सकता है। दालचीनी पानी पीने से बवासीर के कारण होने वाले खिंचाव को कम करने में भी मदद मिलती है, साथ ही ब्लड फ्लो बेहतर होता है।
डायरिया में फायदेमंद
फूड प्वाइजनिंग से डायरिया होता है जो आगे चलकर बवासीर का कारण बन सकता है। दालचीनी में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो आंत को प्रभावित करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं।
एंटी-कैंसर प्रॉपर्टी
दालचीनी में मौजूद सिनामाल्डिहाइड कोलन कैंसर कोशिकाओं को दबाने का काम करता है। दालचीनी फाइबर और कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत ,है जो बवासीर के इलाज के लिए आवश्यक माना जाता है।
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कब्ज में मददगार
अनियतिम लाइफस्टाइल के चलते अधिकतर लोगों को कब्ज की समस्या होती है। कब्ज और गैस से छुटकारा पाने के लिए दवाइयों का सहारा लिया जाता है, जो आगे चलकर सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। दवाइयों की जगह डाइट में दालचीनी जैसे घरेलू उपचारों को शामिल करके पेट की समस्या को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है। कब्ज के लिए रात को सोने से पहले दूध में दालचीनी पाउडर को मिलाकर पी सकते हैं। इससे गैस व कब्ज से तुरंत राहत मिल सकती है।
डाइट में किसी भी प्रकार के बदलाव से पहले डॉक्टर की सलाह लें। दालचीनी की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका बहुत अधिक सेवन न करें।