बवासीर एक पीड़ादायक बीमारी है, जिसका शिकार बहुत सारे लोग हो रहे हैं। घंटों एक जगह बैठने या कब्ज के कारण ये बीमारी तेजी से बढ़ रही है। बवासीर के मरीज को शौच करने, बैठने और लेटने में भी तकलीफ का सामना करना पड़ता है। बवासीर में असहनीय दर्द होता है क्योंकि मलाशय के आसपास की नसों में सूजन आ जाती है। बवासीर दो प्रकार की होती है – खूनी बवासीर और वादी बवासीर। खूनी बवासीर में मस्से सुर्ख होते हैं जिसके कारण खून निकलता है जबकि वादी बवासीर में मस्से काले होते हैं। आयुर्वेद में बवासीर की समस्या के कई इलाज बताए गए हैं। घरेलू उपचार के द्वारा बवासीर के दर्द और रोग को ठीक किया जा सकता है।
सेंधा नमक और ग्लिसरीन
2 चम्मच सेंधा नमक में 2 चम्मच ग्लिसरीन मिलाइए। इस मिश्रण को साफ मेडिकेटेड पट्टी में लगाएं और दर्द वाली जगह पर रख लें। 15 से 20 मिनट तक इस मिश्रण को उस जगह पर लगा रहने दें और फिर पट्टी निकाल दें। अगर दर्द ज्यादा है, तो हर 4-5 घंटे में इस मिश्रण को लगा सकते हैं। इससे धीरे-धीरे आपका बवासीर बिल्कुल खत्म हो जाएगा। कई चिकित्सक भी इस उपचार पर अपनी मुहर लगा चुके हैं।
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एलोवेरा जेल
एलोवेरा में दर्द और सूजन को कम करने के गुण होते हैं। इसलिए बवासीर के मस्सों पर आप एलोवेरा जेल का प्रयोग कर सकते हैं। हालांकि गुदाद्वार एक संवेदनशील भाग है इसलिए ध्यान रखें कि शुद्ध एलोवेरा जेल का प्रयोग करें। ऐसा न हो कि क्रीम में एलोवेरा जेल के साथ अन्य चीजें भी मिलाई गई हों। एलोवेरा जेल दर्द से राहत दिलाएगा और ठंडक पहुंचाएगा। साथ ही बवासीर के मस्सों को ठीक करेगा।
ईसबगोल की भूसी
ईसबगोल की भूसी में फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है इसलिए ये मल को मुलायम बनाता है, जिससे बवासीर के कारण होने वाला दर्द कम हो जाता है। इससे कुछ हद तक पेट भी साफ रहता है और मस्सा ज्यादा दर्द भी नही करता। दिन में एक या दो चम्मच ईसबगोल की भूसी को दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है। ध्यान दें कि इसे ज्यादा मात्रा में न लें, क्योंकि इससे गैस और पेट दर्द की समस्या भी हो सकती है। यह भी ध्यान रखें कि ईसबगोल की भूसी खाने के बाद आपको पानी भी पर्याप्त पीना चाहिए।
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छाछ है फायदेमंद
बवासीर के मस्सों को दूर करने के लिए मट्ठा बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए करीब दो लीटर छाछ लेकर उसमे 50 ग्राम पिसा हुआ जीरा और स्वादानुसार नमक मिला दें। प्यास लगने पर पानी के स्थान पर इसे पीये। चार दिन तक ऐसा करने से मस्से ठीक हो जायेगें। इसके अलावा हर रोज दही खाने से बवासीर होने की संभावना कम होती है। और बवासीर में फायदा भी होता है।
बर्फ की सिंकाई
बिर्फ की सिंकाई द्वारा बवासीर के दर्द में तत्काल राहत मिलती है। इसके लिए बर्फ का एक टुकड़ा लें और दर्द वाली जगह पर इसे थोड़ी देर दबाकर रखें। बर्फ की ठंडक के कारण दर्द में आहाम मिलेगा। दिन में 4-5 बार इसी तरह सिंकाई करने से बवासीर के मस्सों की सूजन कम हो जाती है और ये ठीक होने लगती है।
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