Piles In Older Adults Prevention Tips By Expert: पाइल्स, जिसे बवासीर के रूप में भी जाना जाता है। यह समस्या होने पर व्यक्ति काफी परेशान रहता है। बुजुर्गों को भी यह समस्या काफी परेशान करती है। पाइल्स होने का मुख्य कारण कब्ज, मोटापा, फिजिकल एक्टिविटी कम करना और वंशानुगत के कारण हो सकती हैं। बुजुर्गों में यह समस्या होने पर उनका पाचन-तंत्र भी खराब रहता है और इस कारण कई बार भूख भी खुलकर नहीं लगती है। पाइल्स की समस्या होने पर गुदा और उसके आसपास खुजली होना, दर्द, जलन, मल त्याग के बाद रक्तस्राव और गुदा के आसपास सूजन जैसे लक्षण नजर आते हैं। बुजुर्ग व्यक्तियों को बवासीर को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर इस समस्या का समय पर इलाज नहीं किया जाए, तो आगे चलकर यह बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है। दवाइयों के सेवन के साथ कुछ टिप्स की मदद से इस समस्या को कम किया जा सकता है। इस विषय पर जानकारी के लिए हमने बात की पोर्टिया मेडिकल के प्रेसिडेंट डॉक्टर विशाल सहगल से ''उन्होंने हमें बताया कि तनाव को कम करके और समय पर शौचालय जाने से बवासीर को रोकने में मदद मिल सकती है''। आइए जानते हैं अन्य टिप्स के बारे में डॉक्टर सहगल से।
एक्टिव रहें
कई बार बुजुर्ग बिल्कुल एक्टिव नहीं रहते हैं। जिस कारण पाइल्स की समस्या बढ़ सकती है। अगर आपकी डेस्क जॉब है, तो काम के बीच हर घंटे 2 से 3 मिनट का ब्रेक लें। ऐसा करने से आप एक्टिव रहेंगे और तनाव भी कम होगा। कोशिश करें कि रोज मॉर्निंग वॉक पर जाएं। ऐसा करने से पाचन-तंत्र भी दुरुस्त रहेगा। सक्रिय रहने के लिए अपने मनपंसद काम को चुनें।
एक्सरसाइज करें
बवासीर से बचने के लिए और खुद को फिट रखने के लिए अपनी उम्र के हिसाब से एक्सरसाइज करें। ऐसी एक्सरसाइज को प्राथमिकता दें, जिसमें शरीर पर अधिक भार न पड़ें। साथ ही एक साथ अधिक एक्सरसाइज करने से भी बचें। नियमित एक्सरसाइज करने से मल त्याग करने में आसानी होती है। अगर एक्सरसाइज नहीं करना चाहते है, तो वॉक भी कर सकते हैं।
तनाव से बचें
बुजुर्गों में पाइल्स की समस्या को ठीक करने के लिए मल त्याग के दौरान तनाव लेने से भी बचना चाहिए। तनाव लेने से गुदा के आसापास के हिस्से के रक्त वाहिकाओं पर जोर पड़ता है। जिससे मल त्याग करने में परेशानी हो सकती है। वहीं टॉयलेट सीट पर ज्यादा देर बैठने से भी बचें।
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फाइबर को शामिल करें
बुजुर्गों को पाइल्स की समस्या से बचाव के लिए डाइट में फाइबर युक्त आहार को शामिल करना चाहिए। फाइबर युक्त आहार में साबुत अनाज, हरी सब्जियां, फल और दालों को शामिल किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें दिनभर में 30 ग्राम से ज्यादा फाइबर का सेवन न करें क्योंकि फाइबर के अधिक सेवन से पेट में गैस, अपच और पेट फूलने की समस्या हो सकती हैं।
हाइड्रेट रहें
बुजुर्गों को पाइल्स की परेशानी से राहत पाने के लिए दिनभर में 2 लीटर पानी पीना चाहिए। सही मात्रा में पानी पीने से मल सॉफ्ट होने के साथ मल त्याग करने में आसानी होती है। साथ ही पानी पीने से शरीर डिटॉक्स होता है, जिससे शरीर की सारी गंदगी बाहर निकलती है और बीमारियों से बचाव होता है।
मोटापा कम करें
वजन ज्यादा होने से पाइल्स की समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में बुजुर्गों को वजन को मेंटेन रखने की कोशिश करनी चाहिए। वजन बढ़ने से गुदा की मांसपेशियों पर जोर पड़ता है, जिससे समस्या बढ़ सकती है। वजन को मेंटेन रखने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करें। बाहर के खाने से बचें।
बुजुर्गों में पाइल्स की समस्या को ठीक करने के लिए इन टिप्स की मदद ली जा सकती है। हालांकि, समस्या बढ़ने पर घर पर उपचार न करें। डॉक्टर की सलाह पर ही दवाई का सेवन करें।
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