Period Fatigue: पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को पेद में दर्द, ऐंठन, सूजन और ब्रेस्ट में सेंसटिविटी महसूस होती है। इसके अलावा पीरियड्स के कुछ समय पहले या फिर पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाओं को काफी ज्यादा थकान होती है। इस स्थिति को भी पीरियड फटीग कहा जाता है। पीरियड फटीग, प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) का एक सामान्य लक्षण है, जो आमतौर पर पीरियड के समय होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों के कारण होता है। आइए जानते हैं पीरियडस फटीग के कारण और लक्षण क्या हैं?
पीरियड फटीग के कारण क्या हैं?
पीरियड फटीग आमतौर पर पीरियड्स के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों की वजह से होता है। इसके अलावा पीरियड फटीग के कुछ अन्य कारण हो सकते हैं, जैसे-
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नींद में कमी
पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को अनिद्रा की परेशानी होती है। इस समस्या से ग्रसित महिलाओं को रात के समय अच्छी नींद नहीं आती है, जिसकी वजह से पीरियड के दौरान काफी ज्यादा थकान होने लगती है।
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पीरियड फटीग का कारण हो सकती है हैवी ब्लीडिंग
हैवी ब्लीडिंग की वजह से शरीर में आयरन की कमी होने लगती है। शरीर में आयरन की कमी के कारण पीरियड फटीग की परेशानी हो सकती है। इस स्थिति में आयरनयुक्त आहार का सेवन करें, जिससे शरीर में खून की कमी को पूरा किया जा सके।
मीठा खाना
कई महिलाएं पीरियड्स में होने वाली समस्याओं को कम करने के लिए काफी ज्यादा मीठा खाती हैं। मीठा अधिक खाने से पीरियड फटीग की परेशानी हो सकती है। इसकी वजह से शरीर में काफी ज्यादा असहज महसूस होता है। साथ ही कमजोरी भी होती है।
पीरियड फटीग के लक्षण क्या है?
पीरियड फटीग की परेशानी 4 महिलाओं में से 3 महिलाओं से अधिक लोगों को प्रभावित करती है। अधिकांश महिलाओं में पीरियड फटीग के निम्न लक्षण दिख सकते हैं-
- काफी तेज सिरदर्द की परेशानी
- ब्रेस्ट में सूजन और कोमलता महसूस होना
- पैल्विक और पेट में दर्द होना।
- दस्त या कब्ज की परेशानी
- कामेच्छा में कमी होना
- ब्रेस्ट के आसपास सूजन और लालिमा
- नींद की समस्या होना।
- भूख में कमी होना
- मूड स्विंग
- चिड़चिड़ापन बढ़ना
- चिंता, अवसाद, उदासी, रोना
- ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, इत्यादि।
पीरियड फटीग की परेशानी पीरयड के दौरान हार्मोनल बदलाव की वजह से हो सकता है। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आपकी परेशानी काफी ज्यादा बढ़ रही है तो इस स्थिति में एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।