नया साल आ चुका है। इस साल को बेहतर बनाने के लिए हम सब पिछली बार लिए गलत तरीके या फैसलों से बचना चाहेंगे। इसी तरह परवरिश की बात करें, तो आपके एक गलत तरीके के कारण बच्चे का एक और साल खराब हो सकता है। इस साल बच्चे की सही परवरिश करना चाहते हैं, तो कुछ गलतियों से आपको बचना चाहिए। बच्चे के व्यवहार और उसके व्यक्तित्व को बेहतर बनाने के लिए परवरिश का अहम किरदार होता है। परवरिश से जुड़ी कुछ बड़ी गलतियों के बारे में हम आगे बात करेंगे।
1. बच्चों को पीटना
बच्चे को मारना या डांटना सही नहीं है। अगर आप ऐसा करते हैं, तो ये आदत जल्दी बदल दें। बच्चे को गलती करने पर सजा जरूर दें लेकिन उसे मारने या डांटने से बचें। इस तरह बच्चा डर जाएगा और आपके साथ अपने मन की बात नहीं करेगा। बच्चे को गलती करने पर सही और गलत रास्ते के बीच फर्क समझाएं और बताएं कि कौनसा रास्ता उसके लिए सही है और क्यों। बच्चों का दिमाग तेज होता है, समझाने पर वो आपकी बात को जरूर समझ जाएंगे।
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2. हर बात पर टोकना
अगर आप हर बात पर अपने बच्चे को टोकते हैं, तो इस गलत आदत को आज ही छोड़ दें। बच्चे को हर बात पर टोकने से वो जिद्दी बन जाते हैं। बच्चे को अच्छी परवरिश हर माता-पिता देना चाहते हैं। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप बच्चे के फैसले का सम्मान न करें या उसके मन की बात को हर बार काट दें। ऐसा करने से बच्चे आपसे बातें छुपाते हैं और रिश्तों में दूरी बढ़ जाती है।
3. जबरदस्ती करना
बच्चों के साथ जबरदस्ती करना सही नहीं है। ऐसा करने से बच्चे गुस्सैल व्यक्तित्व बना लेते हैं और आपकी हर बात से चिड़ने लगते हैं। बच्चे के मन को समझें। उदाहरण के लिए माता-पिता बच्चे को पढ़ने के लिए हर समय डांटते और टोकते रहते हैं। अगर बच्चा पढ़ना नहीं चाहता, तो इसका मतलब है कि उस काम में बच्चे का मन नहीं लगता है। बच्चे को पढ़ाने के लिए क्रिएटिव तरीके ढूंढें और उन्हें रचनात्मक ढंग से पढ़ाएं।
4. दूसरों से तुलना करना
अपने बच्चे की तुलना दूसरों से करने की गलती कभी न करें। ऐसा करने से बच्चों का मनोबल और आत्मविश्वास दोनों कम हो जाता है। बच्चे खुद को लायक नहीं समझते। उन्हें ऐसा लगने लगता है कि वो दूसरों से बेहतर नहीं है। माता-पिता होने के नाते बच्चे की खूबियों को समझें। ऐसा हो सकता है कि आपको जो गुण पसंद है वो आपके बच्चे में न हों लेकिन इस आधार पर उसे टोकना या उसकी तुलना दूसरों से करना सही नहीं है।
5. बच्चे का मजाक उड़ाना
बच्चे बेहद इमोशनल होते हैं। उनसे मजाक करना तो सही है लेकिन उनका मजाक बनाना सही नहीं है। कई माता-पिता अपने बच्चों का मजाक बनाते हैं। इससे बच्चों को अपनी कमियों का एहसास होने लगता है। अगर आप बच्चे की हर बात को मजाक बना देंगे या उस पर हंस देंगे, तो वो भी दूसरों के साथ या आपके साथ वैसा व्यवहार ही करेगा। ऐसा व्यवहार उसे मुश्किल में डाल सकता है इसलिए बच्चे का मजाक बनाने से बचें।
ऊपर बताई 5 गलतियों को इस साल रिपीट करने की गलती न करें। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।
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