Delhi Airport Ola Man Suffered From Heart Attack: राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक बुजुर्ग को हार्ट अटैक आ गया। हार्ट अटैक आते ही बुजुर्ग तुरंत जमीन पर गिर गए। बुजुर्ग को अचानक ऐसे गिरता देख वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। इसी बीच एक महिला डॉक्टर बुजुर्ग के पास पहुंची और उसे सीपीआर देने लगी। लगभग 5 से 7 मिनट तक महिला द्वारा सीपीआर देने के बाद बुजुर्ग को सांस आई और उसकी जान बच गई। महिला द्वारा बुजुर्ग को सीपीआर देने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एयरपोर्ट के फूड कोर्ट में बुजुर्ग कुछ खरीदने के लिए जा रहे हैं। तभी अचानक से उन्हें हार्ट अटैक आता है और बुजुर्ग बेसुध होकर गिर जाते हैं। बुजुर्ग को ऐसे गिरता देख वहां लोगों को भीड़ जमा हो जाती है। तभी भीड़ को दूर हटाते हुए एक महिला डॉक्टर वहां पर पहुंचती है और बुजुर्ग को सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देने लगती है। कुछ देर के बाद बुजुर्ग को होश आता है और एयरपोर्ट प्रशासन उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर जाता है। एयरपोर्ट या किसी भी सार्वजनिक जगह पर किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आने और सीपीआर देने को यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऐसे कई मामले देखे गए हैं जिसमें हार्ट अटैक आने पर अगर व्यक्ति को सही समय पर सीपीआर दिया गया है तो उसकी जान बचाने में मदद मिलती हैं। आइए दिल्ली के निजी क्लीनिक पर प्रैक्टिस कर रहे एमबीबीएस डॉक्टर सुरिंदर कुमार से जानते हैं क्या सीपीआर और यह कैसे काम करता है।
Today at T2 Delhi Airport, a gentleman in his late 60s had a heart attack in the food court area.
This lady Doctor revived him in 5 mins.
Super proud of Indian doctors.
Please share this so that she can be acknowledged. pic.twitter.com/pLXBMbWIV4
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क्या है सीपीआर?- What is CPR
डॉ. सुरिंदर कुमार के अनुसार, सीपीआर, कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन का शॉर्ट फॉर्म है। सीपीआर हार्ट अटैक जैसी गंभीर स्थिति में व्यक्ति की जान बचाने का सबसे कारगर तरीका है। अगर किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है और आसपास किसी तरह की मेडिकल सुविधा फिलहाल मौजूद नहीं है, तो सीपीआर के जरिए व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। दरअसल, जब किसी व्यक्ति को सीपीआर दिया जाता है, तो उसके शरीर में खून और ऑक्सीजन का संचार सही होने लगता है, जिससे व्यक्ति की जान बच जाती है। वीडियो में देखिए सीपीआर कैसे दिया जाता है।
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सीपीआर देने से क्या होता है?
डॉक्टर की मानें सीपीआर की मदद से शरीर में दिल के पास खून के संचार को बढ़ाने में मदद मिलती है। सीपीआर देने से ऑक्सीजन दूसरे अंगों तक आसानी से पहुंच जाता है। जिसकी वजह से हार्ट पर पड़ने वाला अचानक से प्रेशर कम हो जाता है और व्यक्ति की जान बच जाती है। डॉक्टर का कहना है जब किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है, तो उसका दिन काम करना बिल्कुल बंद कर देता है। जब दिल काम नहीं करता है तो शरीर में खून और ऑक्सीजन का फ्लो बिल्कुल बंद हो जाता है, जिसकी वजह से व्यक्ति की मौत हो सकती है।
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जबकि सीपीआर देने से व्यक्ति की मौत तक हो सकती है। डॉक्टर का कहना है कि सीपीआर में दो काम बहुत ध्यान में रखकर किए जाते हैं। पहला व्यक्ति की छाती पर तेजी से दवाब बनाए जाए, ताकि ब्लड फ्लो को सही किया जा सके। दूसरा मुंह से सांस देना। इसे आसान भाषा में माउथ टू माउथ रेस्पिरेशन कहा जाता है। इसे देने के लिए सबसे पहले व्यक्ति के सीने के बीचो-बीच अपनी हथेली रखें और जब आप पंपिंग करें तो एक हथेली के ऊपर दूसरे हाथ को रखकर अपनी उंगलियों को अच्छे से बांध ले और हाथ और कोहनी दोनों सीधा रखें।
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