जवां दिखना हर किसी की चाहत होती है। लोग बूढ़ा दिखने के खयाल से ही परेशान हो जाते हैं। जरा सोचिए अगर कोई ऐसी तकनीक हो जिसकी मदद से आप लंबे समय तक जवां बने रहे तो कितना अच्छा होगा।
ज्यादातर लोगों की इस समस्या को समझते हुए वैज्ञानिकों नें एक नयी खोज की है जिसमें त्वचा को लंबे समय तक जवां बनाए रखने का फार्मूला खोज निकाला है।
न्यूकैसल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने टायरॉन नामक एंटीऑक्सीडेंट की खोज की है जो त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों के नुकसान से बचाता है और लंसे समय तक जवां दिखने में मददगार है।
शोधकर्तां का मानना है कि यूवी रेडिएशन से त्वचा की कोशिकाएं नष्ट होती हैं। इस तत्व से कोशिकाओं को न सिर्फ नष्ट होने से रोका जा सकता है बल्कि यह त्वचा में कोलाजन को बचाता है जो त्वचा को लचीला बनाता है।
वैज्ञानिकों का दावा है कि सब्जियों और कॉस्मेटिक में इसकी मौजूदगी से अल्ट्रावॉयलेट किरणों से 100 प्रतिशत बचाव संभव है।
सूरज की किरणों में तीन प्रकार की अल्ट्रावायलेट किरणें होती हैं, जो त्वचा के संपर्क में आने पर स्किन टैन, एलर्जी, पिंपल और स्किन कैंसर तक का कारण बनती हैं। एक ओर जहां सूरज की किरणें हमारी त्वचा पर नकारात्मक असर डालने के लिए तैयार रहती हैं, वहीं हमारी त्वचा में इन किरणों के नकारात्मक असर से बचने के लिए सुरक्षा कवच पहले से मौजूद होता है।
इस सुरक्षा कवच का नाम है मेलेनिन। मेलेनिन अल्ट्रावायलेट किरणों से प्रतिक्रिया करने के बाद उसे सोख लेता है, जिससे इन किरणों का असर त्वचा पर नहीं होता।
Source:the faseb journal
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