प्राकृतिक रूप से विटामिन डी प्राप्त करने के लिए धूप एक बेहतरीन विकल्प है। विटामिन डी हमारी हड्डियों को मजबूत कर, हमारे शरीर की बीमारियों से रक्षा करता है। कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल की जनरल फिजीशियन, डॉ. विनय भट्ट के मुताबिक विटामिन डी एक फैट में घुलनशील विटामिन है। ये शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण और संतुलित मात्रा बनाये रखने का काम करता है। ये दोनों तत्व हड्डी के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं। साथ ही विटामिन डी कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकता है। शरीर में किसी भी तरह के संक्रमण को नियंत्रित करने और सूजन को कम करने में भी विटामिन डी की महत्वपूर्ण भूमिका है। माना विटामिन डी सेहत के लिए फायदेमंद है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसे खाते ही कोई चमत्कारी जादू देखने को मिले। कुछ चीजों को काफी बढ़ा चढ़ा कर बताया जाता है और विटामिन डी भी उन्हीं में से एक है। तो आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ अफवाहें और उनसे जुड़े सच।
1. क्या धूप से शरीर को पर्याप्त विटामिन डी मिल जाता है?
ये काफी सही बात है। इस विटामिन को सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है। जब सूर्य की अल्ट्रावायलेट बी किरणें आप पर पड़ती हैं तो यह आपकी त्वचा में मौजूद केमिकल को विटामिन डी 3 मे बदल देती हैं। विटामिन डी 3 आपके शरीर में लीवर से आपकी किडनी में चला जाता है। वहां यह विटामिन डी का एक अच्छा रूप ले लेता है और हमारे शरीर के लिए उपयोगी होता है। अधिकतर लोगों को विटामिन डी सूर्य से प्राप्त हो जाता है। हालांकि मौसम और त्वचा का रंग इसे प्रभावित कर सकता है। जिनकी त्वचा का रंग ज्यादा गहरा है उनको सूर्य की किरणों से ज़्यादा विटामिन नही मिलता।
इसे भी पढें: नहाने के बाद भी आती है शरीर से बदबू? नहाते समय करें ये 5 काम, पूरा दिन महकेंगे आप
हमें हर रोज आधे घंटे तक सूर्य के संपर्क में रहना चाहिए। लेकिन सुबह 10 से शाम 4 बजे के बीच में धूप में जाने से बचें क्योंकि इस समय धूप तेज होती है और त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती है। इस दौरान बिना सनस्क्रीन लगाए धूप में निकलने से हाथों, चेहरे, पैरों पर ज्यादा मात्रा में विटामिन डी प्राप्त होता है।
2. ज्यादा विटामिन डी का सेवन करना आपके लिए ज्यादा लाभदायक है?
ये बात काफी गलत है। 20 से 69 साल तक के लोगों को लगभग 15 mcg में विटामिन डी का सेवन करना चाहिए और 70 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को इसे 18-20 mcg की मात्रा में लेना चाहिए। 8 साल से ऊपर के बच्चों को लगभग 39-40 mcg की मात्रा से ज्यादा इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
इसे भी पढें: एड़ी में रहती है दर्द और जलन की समस्या? जानें इसके कारण और घरेलू उपाय
3. विटामिन डी की कमी से मूड खराब हो जाता है
यह बात बिलकुल सच है। अगर आपको अपना मूड हमेशा खराब महसूस होता है तो आपको अपने शरीर के विटामिन डी लेवल को चेक करवाना चाहिए। विटामिन डी सेरोटोनिन नाम के हार्मोन को बनाने में मदद करता है। यह एक ऐसा हार्मोन होता है जो मूड को अच्छा करने में मदद करता है और नींद आने में भी लाभदायक होता है। विटामिन डी और मूड डिसऑर्डर के बीच एक गहरा रिश्ता है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version