Myths And Facts Related To Creatine In Hindi: क्रिएटिन एक तरह का सप्लीमेंट है, जिसका इस्तेमाल बॉडी बिल्डिंग कम्यूनिटी करती है। इसके अलावा, यह नेचुरल तरीके से हमारे मसल सेल्स में मौजूद होता है। माना जाता है कि बॉडी में क्रिएटिन का स्तर बैलेंस होना चाहिए। ऐसा न हो, तो सेहत पर इसका नेगेटिव असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों की मानें, तो करीब 95 फीसदी क्रिएटिन हमारे मसल्स में स्टोर होता है, जबकि बाकी 5 फीसदी हमारे किडनी, लिवर और ब्रेन में होता है। अगर बॉडी में क्रिएटिन का स्तर कम हो जाता है, तो कई तरह की शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं, जैसे फिजिकल क्षमता का कमजोर होना और एक्सरसाइज करने में दिक्कत होना। इसके अलावा, कुछ अन्य गंभीर समस्याएं भी क्रिएटिन के स्तर में कमी के कारण हो सकती है। कुछ लोगों का मानना है कि क्रिएटिन की कमी के कारण वजन पर नेगेटिव असर पड़ सकता है या हेयर लॉस हो सकता है। सवाल है, क्या ये सभी बातें सच हैं? या फिर महज एक मिथक? आज इस लेख में हम क्रिएटिन से जुड़ी कुछ ऐसी बातों पर गौर करेंगे, जिन्हें लोग सच मानते हैं। जबकि, वे मिथक हैं। इनके बारे में जानने के लिए हमने लुधियाना स्थित सिबिया मेडिकल सेंटर, में हृदय रोग विशेषज्ञ और निदेशक डॉ. एस.एस. सिबिया से बात की।
क्रिएटिन से जुड़े मिथक और सच्चाई- Myths And Facts Related To Creatine In Hindi
मिथकः क्रिएटिन के कारण बाल झड़ने लगते हैं
सच्चाईः माना जाता है कि क्रिएटिन सप्लीमेंट लेने की वजह से हेयर फॉल हो सकता है। जबकि, ऐसा नहीं है। इस दावे को इसलिए सही नहीं माना जा सकता है, क्योंकि इसको सपोर्ट करने के लिए अब तक पर्याप्त एविडेंस मौजूद नहीं है। अगर किसी को ऐसा लगता है कि क्रिएटिन लेने की वजह से उनके हेयर फॉल हो रहे हैं, तो उन्हें अपना हेल्थ चेकअप करवाना चाहिए। कई बार हेयर फॉल होने के अन्य कारण भी हो सकते हैं।
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मिथकः क्रिएटिन के कारण वजन बढ़ सकता है
सच्चाईः जब कोई व्यक्ति क्रिएटिन लेने की शुरुआत करता है, तो उन्हें अपनी बॉडी में कई तरह के चेंजेज महसूस हो सकते हैं। कुछ लोगां को लगता है कि क्रिएटिन लेने के कारण उनका वजन बढ़ रहा है। जबकि, ऐसा नहीं होता है। क्रिएटिन लेने की वजह से शरीर में वॉटर कंटेंट बढ़ जाता है। दरअसल, क्रिएटिन पानी को मसल्स की ओर ओर खींचता है। बहरहाल, कुछ लोगों को वजन में बढ़ोत्तरी का अहसास भी हो सकता है। इसके पीछे कारण ये है कि क्रिएटिन लेने के कारण मसल्स ग्रो करती हैं। लेकिन, इसकी वजह से बॉडी फैट गेन नहीं होता है।
मिथकः क्रिएटिन लेने के कारण पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है
सच्चाईः हालांकि, इस बात को पूरी तरह मिथक नहीं कहा जा सकता है। यह सच है कि कुछ लोगों को क्रिएटिन लेने के कारण पेट में दर्द हो सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि जो लोग हेल्दी हैं, उन्हें क्रिएटिन के साइड इफेक्ट के तौर पर पेट में दर्द का अहसास हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि महज 5 से 7 फीसदी ऐसे लोग हैं, जिन्हें क्रिएटिन लेने के कारण पेट में दर्द होता है। अगर किसी को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल से जुड़ी कोई समस्या है, तो उन्हें क्रिएटिन की शुरुआत कम डोज से करनी चाहिए।
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मिथकः क्रिएटिन लेने के कारण किडनी डैमेज हो सकती है
सच्चाईः क्रिएटिन सप्लीमेंट हमारे स्वास्थ्य के बिल्कुल सुरक्षित माने जाते हैं। किसी भी स्वस्थ व्यक्ति में क्रिएटिन लेने के कारण किडनी से जुड़ी परेशानियां नहीं होती हैं। हां, अगर किसी को पहले से ही किडनी प्रॉब्लम है या किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है, तो संभवतः क्रिएटिन लेने की वजह से उनकी कंडीशन बिगड़ सकती है। विशेषज्ञों का दावा है कि जो लोग हेल्दी हैं, क्रिएटिन लेने के कारण उनकी लिवर या किडनी पर कोई बुरा दबाव देखने को नहीं मिलता है।
मिथकः क्रिएटिन के कारण बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है
सच्चाईः चूंकि, क्रिएटिन सप्लीमेंट लेने की वजह से बॉडी में वॉटर कंटेंट बढ़ जाता है, क्योंकि क्रिएटिन पानी को मसल्स की ओर खींचता है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि क्रिएटिन बॉडी को डिहाइड्रेट करता है। इसके उलट, कुछ साक्ष्यों से यह पता चलता है कि क्रिएटिन के कारण डिहाइड्रेशन की समस्या कम होती है, क्योंकि यह बॉडी में पानी की डिमांड को बढ़ा देता है।
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