भारत के कई राज्यों में चावल मुख्य भोज्य के रूप में प्रयोग किया जाता है। वास्तव में, चावल व्यापक रूप से दुनिया के अधिकांश भागों में प्रयोग होता है। लेकिन चावल से जुड़े कई मिथक हैं जो लोगों को चावल का सेवन करने से रोकते हैं। जैसे ब्राउन राइस, वाइट राइस की तुलना में काफी स्वस्थ होते हैं। सेलिब्रिटी न्यूट्रीशियस्ट रुजुता दिवेकर का कहना है कि चावलों को लेकर लोगों ने सिर्फ भम्र पाल रखा है। वह कहती हैं कि एक कप सफेद चावल में करीब ३५ ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। एक कप चावल में करीब 165 कैलोरी और 3-4 ग्राम प्रोटीन की मात्रा होती है। ब्राउन राइस में भी अधिक विटामिन और मिनरल्स होते हैं। आज हम आपको चावलों से जुड़े कई ऐसे मिथ बता रहे हैं जिन्हें लोग सच मान लेते हैं। आइए जानते हैं क्या है चावल से जुड़े मिथ और सच—
मिथ : चावलों में काफी ग्लूटन होता है
सच : यह एक बहुत ही लोकप्रिय मिथक है कि चावलों में ग्लूटन होता है। जबकि सच यह है कि चावल पूरी तरह ग्लूटन फ्री होते हैं। रुजुता दिवेकर तो यहां तक कहती हैं कि अन्य अनाजों से शरीर में एलर्जी होने का खतरा रहता है जबकि चावलों के साथ कभी यह दिक्कत नहीं हो सकती है।
टॉप स्टोरीज़
मिथ : चावल खाने से मोटापा बढ़ता है
सच : चावलों से जुड़ा यह मिथ बहुत ज्यादा प्रचलित है। जबकि रुजुता दिवेकर का कहना है कि चावल में फैट तो कम होता ही है साथ ही यह कोलेस्ट्राल से भी मुक्त होती है। साथ ही यह शरीर में कॉम्प्लेक्स, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन बी की भी आपूर्ति करता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि चावल ऊर्जा का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है।
मिथ : चावलों में प्रोटीन नहीं होता
सच : यह कहना बिल्कुल गलत होगा कि चावलों में प्रोटीन नहीं होता है। लोग चावलों को ऐसा भोज्य पदार्थ मानते हैं जो प्रोटीन रहित होता है। एक कप चावल में करीब 3-4 ग्राम प्रोटीन की मात्रा होती है। प्रोटीन की इतनी मात्रा किसी और अनाज में नहीं होती है।
इसे भी पढ़ें: प्रोटीन के इन 4 स्त्रोत के बारे में आपने कभी नहीं सुना होगा, फायदे कर देंगे हैरान
मिथ : रात में चावल नहीं खाना चााहिए
सच : चावलों का एक सच यह है कि चावल आसानी से पच जाता है और जिन लोगों को रात में नींद की समस्या होती है उनके लिए रात में चावल का सेवन फायदेमंद होता है क्योंकि इससे नींद अच्छी आती है। इससे शरीर में लेप्टिन संवेदनशीलता बढ़ जाती है. लेप्टीन एक फैटी टिश्यू द्वारा उत्पादित होता है जो शरीर में वसा भंडारण को कंट्रोल करता है. इसके अलावा, रात में हाई कार्बोज़ युक्त भोजन खाया जा सकता है क्योंकि वे ग्लूकोज में बदल जाता है। रात में, ग्लूकोज आसानी से ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है। जब चावल को दिन में खाया जाता है, तो ग्लूकोज वसा में परिवर्तित हो जाता है।
इसे भी पढ़ें: अलसी के ज्यादा सेवन से हो जाता है पेट खराब, जानें कितना और कैसे खाना चाहिए
मिथ : चावलों में काफी नमक होता है
सच : यह भी एक मिथ है कि चावलों में नमक होता है। अन्य अनाजों की तुलना में चावल में सोडियम की मात्रा बेहद कम होती है। इसलिए ब्लड प्रेशर के पीड़ित भी इसे आसानी से खा सकते हैं।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Healthy Eating In Hindi