ब्रेन हैमरेज से जगजीत सिंह का निधन

जाने माने गज़ल गायक जगजीत सिंह का निधन पूरे भारत के लिए शोक का विषय है।
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ब्रेन हैमरेज से जगजीत सिंह का निधन


Brain haemorrhage se jagjit singh ka nidhan in hindiजाने माने गज़ल गायक जगजीत सिंह का निधन पूरे भारत के लिए शोक का विषय है। ब्रेन हैमरेज को मस्तिष्काघात भी कहा जाता है। 71 वर्षीय जगजीत सिंह की मौत मुंबई के लीलावती अस्पताल में 10 अकटूबर की सुबह हुई।

जगजीत सिंह ने ना केवल हिंदी गज़लें गायीं, बल्कि हिंदी के अलावा उन्‍होंने पंजाबी, उर्दू, बांग्ला, गुजराती, सिंधी और नेपाली भाषा में भी गज़लें गायी हैं। जगजीत सिंह की गजलों ने लगभग हर उम्र के लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है।

पिछले कई दिनों से जगजीत सिंह को उच्च रक्तचाप की शिकायत थी, इसके बाद 23 सितंबर को उन्हें ब्रेन हैमरेज हो गया, जिसकी सर्जरी करनी पड़ी। स्थितियां इतनी गंभीर हो गर्इं कि उन्हें आई सी यू में भर्ती करना पड़ा । तभी से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। इससे पहले भी वर्ष 1998 में उन्हें हृदय की समस्याएं और हृदयाघात की शिकायत रही है ।

संगीत सम्राट के निधन पर जहां लोगों में शोक है, वहीं कुछ लोग यह भी जानना चाहते हैं कि मस्ति्ष्काघात क्या है और इसके लक्षण क्या हैं। मस्तिष्कानघात या ब्रेन हैमरेज के लक्षणों को समझकर आप इससे होने वाली जटिलताओं से बच सकते हैं।

मस्तिष्काघात के लक्षण-


तेज़ सरदर्द- मस्तिसष्काघात में बहुत तेज़ सरदर्द होता है, ऐसे में व्यक्ति दर्द के कारण नींद से जाग सकता है। ऐसा देखा गया है कि यह दर्द तेज़ तब होता है, जबकि व्यक्ति सीधे लेटा होता है।


उल्टियां होना- मस्तिसष्काघात का दूसरे लक्षण है उल्टियां होना, दिमाग की नसों पर जोर पड़ने के कारण व्यक्‍ति का सर भारी होता है और इन्हीं कारणों से बेहोशी भी हो जाती है ।


गंभीर स्थितियां-मस्तिष्काघात की गंभीर स्‍‍थितियों में तात्कालिक सर्जरी की आवश्‍यकता होती है। गंभीर स्थितियों में आंखों की पुतलियों की स्‍थिति बदल जाती है, व्यक्ति बेहोश होने नगता है।


मस्ति‍ष्काघात जैसी स्थिति बहुत ही गंभीर होती है और यह जानलेवा भी सिद्ध हो सकती है। ऐसे में अगर आप किसी व्याक्‍ति में ऐसे लक्षण देखते हैं, तो देर ना करें उसे तुरंत अस्पताल ले जायें।

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