
Morning Sickness Treatment: मॉर्निंग सिकनेस होने पर व्यक्ति को सुबह उठकर तबीयत खराब लगती है। कुछ समय बाद वो ठीक हो जाता है। लेकिन उठने के तुरंत बाद नजर आने वाले लक्षण दिनचर्या को प्रभावित कर सकते हैं। मॉर्निंग सिकनेस होने पर सुबह पेट में दर्द, सिर दर्द, चक्कर आना, बुखार आना, उल्टी या मतली जैसे लक्षण नजर आते हैं। मॉर्निंग सिकनेस की समस्या ज्यादातर प्रेगनेंसी में होती है। लेकिन जो लोग ज्यादा तनाव लेते हैं या काम में व्यस्त रहते हैं उन्हें भी मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण (Morning Sickness Symptoms) परेशान कर सकते हैं। थायराइड, पेट से जुड़ी समस्या, लिवर की बीमारी, ज्यादा थकान के कारण, नींद पूरी न होने के कारण, यात्रा के दौरान या अनहेल्दी खा लेने के कारण भी मॉर्निंग सिकनेस की समस्या हो सकती है। मॉर्निंग सिकनेस दूर करने के लिए करी पत्ता का प्रयोग कर सकते हैं। करी पत्ता, रसोई में मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। ये खाने का स्वाद बढ़ाता है और सेहत के लिए गुणकारी माना जाता है। करी पत्ता को कड़ी पत्ता या मीठी नीम के नाम से भी जाना जाता है। मॉर्निंग सिकनेस के दौरान उल्टी, मतली, घबराहट आदि लक्षणों को दूर करने के लिए करी पत्ता का इस्तेमाल 5 तरीकों से कर सकते हैं, इसके बारे में आगे जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
1. करी पत्ते का काढ़ा बनाकर पिएं
मॉर्निंग सिकनेस के दौरान बुखार के लक्षण (Fever Symptoms) नजर आने पर करी पत्ता का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। 10 से 12 पत्तों को पानी में मिलाकर उबाल लें और काढ़ा तैयार कर लें। इसे 10-20 मिली मात्रा में पीने से बुखार ठीक हो सकता है। काढ़े के अलावा चूर्ण का सेवन भी कर सकते हैं। 1-2 ग्राम करी पत्ता की जड़ लें। इसे पीसकर चूर्ण बना लें। इसे शहद के साथ चाटें। करी पत्ता में आयरन, जिंक, कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। करी पत्ता में हाइपोग्लाइसेमिक यानी ब्लड शुगर लेवल को कम करने के गुण भी पाए जाते हैं। इसलिए इसका सेवन डायबिटीज के मरीज भी कर सकते हैं। जिन लोगों को लो-बीपी की समस्या है, उन्हें करी पत्ते का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।
2. करी पत्ते का रस और शहद
मॉर्निंग सिकनेस के दौरान पेट दर्द ठीक करने के लिए 5-10 मिली करी पत्ते का रस निकाल लें। इतनी ही मात्रा में शहद मिला लें। इस मिश्रण का सेवन करें। 10-20 मिली करी पत्ता की जड़ के काढ़ा में 500 मिग्रा सोंठ चूर्ण मिलाकर पीने से भी पेट का दर्द ठीक होता है। करी पत्ता में एंटीऑक्सीडेटिव प्रभाव होता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स से शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाने में मदद मिलती है।
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3. करी पत्ता डालकर चाय बनाएं
मॉर्निंग सिकनेस महसूस होने पर करी पत्ता की चाय बनाकर पी सकते हैं। करी पत्ता की चाय बनाने के लिए 10 से 12 पत्तियों को धो लें। इन पत्तियों को पानी के साथ डालकर उबालें। फिर उसमें अदरक और शहद डालकर पकाएं। चाय को छानकर पी लें। करी पत्ता में एंटीबायोटिक और एंटीफंगल गुण भी मौजूद होते हैं। त्वचा में संक्रमण, गले में संक्रमण, सर्दी-जुकाम, वायरल फीवर आदि समस्याओं को दूर करने में करी पत्ता से बनने वाली चाय फायदेमंद हो सकती है।
4. करी पत्ता का पानी पिएं
उल्टी या मतली महसूस हो रही है, तो एक गिलास पानी को गरम करें। पानी में नींबू का रस, एक टीस्पून चीनी और 2 से 3 करी पत्ता डालकर उबालें। जब करी पत्ता से निकला अर्क पानी में घुल जाए, तो पानी को छानकर गुनगुना करके पी लें। इस उपाय से मॉर्निंग सिकनेस की समस्या दूर होगी। करी पत्ते का सेवन करने से पेट में मौजूद विषैले तत्व निकल जाते हैं और पेट का संक्रमण ठीक होता है। डायरिया का इलाज करने के लिए भी करी पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है।
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5. सुबह 7 से 8 करी पत्ते खा लें
करी पत्ते (Curry Leaves) में कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, विटामिन सी, विटामिन ए जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। मोशन सिकनेस या सुबह उठकर मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण (Morning Sickness Symptoms) नजर आएं, तो 2 ग्राम करी पत्ते का सेवन धोकर किया कर सकते हैं। एक दिन में 7 से 8 करी पत्ते से ज्यादा मात्रा का सेवन नहीं करना चाहिए। करी पत्ते की तासीर ठंडी होती है। इसका सेवन करने से पेट में ठंडक बनी रहती है और पाचन तंत्र ठीक रहता है।
मॉर्निंग सिकनेस की समस्या होने पर इन 5 तरीकों से करी पत्ते का सेवन कर सकते हैं। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।