Stomach Gas in Kids: गैस की समस्या बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी होती है। गैस होने पर पेट में भारीपन, पेट दर्द, जलन और सिर दर्द जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं। कब्ज और एसिडिटी भी गैस से ही होने वाली समस्याएं हैं। बच्चों में गैस की प्रॉब्लम का कारण उनका खानपान या खराब लाइफस्टाइल हो सकती है। आजकल बच्चे अपने मन मुताबिक काम करते हैं। इसका बुरा असर उनकी सेहत पर पड़ता है। जो बीमारियां आज से कुछ साल पहले 30 के बाद नजर आती थीं, वह अब 20 साल में ही नजर आने लगी हैं। हमारी अच्छी या खराब लाइफस्टाइल का सीधा असर पाचन क्रिया पर पड़ता है। आगे इस लेख में जानेंगे बच्चों में गैस की समस्या का कारण बनने वाली गलतियां। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने तबाता फिटनेस की प्रबंधक, न्यूट्रिशनिस्ट और फिटनेस एक्सपर्ट पायल अस्थाना से बात की।
1. कम पानी पीना- Low Water Intake
अगर आपके बच्चे को आए दिन पेट में गैस होती है, तो उसका कारण पानी का कम सेवन हो सकता है। अपने पाचन तंत्र को मजबूत रखने के लिए रोज बच्चे को पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करने के लिए कहें। पानी पीने से पेट साफ होता है और डाइजेशन बेहतर बनता है। इससे गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं नहीं होतीं।
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2. ज्यादा मिर्च-मसाले वाला भोजन खाना- Eating Spicy Food
अगर आपका बच्चा ज्यादा मिर्च-मसाले वाला भोजन खाता है, तो उसके पेट में गैस हो सकती है। गैस के कारण पेट में जलन महसूस होती है। बच्चों को फास्ट फूड से दूर रखें। फास्ट फूड में मिर्च ज्यादा होती है जिसके कारण बच्चे को गैस हो सकती है। बच्चे को स्कूल लंच के लिए घर से खाना पैक करके दें। ताकि वह कैंटीन या बाहर जाकर कुछ न खाए। बाहर ज्यादा जंक फूड खाने से डाइजेशन बिगड़ जाता है।
3. शारीरिक श्रम न करना- No Physical Work
आजकल बच्चों की लाइफस्टाइल भी बड़ों की तरह बिगड़ चुकी है। आधे दिन बच्चे स्कूल में बैठे होते हैं। और बाकि आधा दिन होमवर्क में गुजर जाता है। ऐसे में बच्चों को खेलने का समय नहीं मिलता। लेकिन बच्चों के लिए शारीरिक श्रम जरूरी है। अगर आपका बच्चा शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रहेगा, तो उसे कम उम्र में मोटापा और डायबिटीज जैसी बीमारियां हो सकती है। इसके अलावा पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे अपच और गैस भी हो सकती है।
4. नींद न पूरी करना- Sleep Deprivation
अगर आपका बच्चा भी अपनी स्लीप साइकिल पूरी नहीं करता है, तो उसे गैस की समस्या हो सकती है। नींद पूरी न करने का बुरा असर डाइजेशन पर पड़ता है जिसके कारण अपच, पेट में दर्द और गैस की समस्या हो सकती है। बच्चों को 7 से 8 घंटे की नींद हर दिन पूरी करना चाहिए।
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5. खाने और सोने के वक्त में कम गैप होना- Gap Between Dinner and Bed Time
आपको बता दें कि अच्छे डाइजेशन के लिए खाने और सोने के बीच कम से कम दो घंटों का गैप होना चाहिए। लेकिन अगर आपका बच्चा खाते ही सो जाता है, तो उसे गैस हो सकती है। खाने को पचने में समय लगता है। अगर बच्चा तुरंत सो जाएगा, तो खाना ठीक से पच नहीं पाएगा और पेट में गैस का कारण बनेगा।
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