महिलाओं में मेनोपॉज की स्थिति के बारे में आप अच्छी तरह से वाकिफ होंगे, लेकिन क्या आपको मेल यानि पुरुष मेनोपॉज के बारे में पता है? जी, हां ये बात थोड़ा चौंका देने वाला है, लेकिन जिस तरह एक अवस्था के बाद महिलाओं को मेनोपॉज की स्थिति से गुजरना पड़ता है। उसी तरह एक अवस्था के बाद पुरुषों को भी मेनोपॉज की स्थिति से गुजरना पड़ता है। पुरुषों की इस स्थिति को एंड्रोपॉज भी कहते हैं। उम्र के साथ पुरुषों के शरीर में भी हार्मोंस स्तर पर परिवर्तन नजर आने लगते हैं। जिस तरह महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोंस की कमी आने लगती है, उसी तरह पुरुषों के शरीर में एक उम्र के बाद टेस्टोस्टेरोन हार्मोंस की कमी होने लगती है। 50 से अधिक वर्ष के पुरुषों में सामान्य: इस स्थिति को देखा गया है। 50 साल के बाद पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम होने लगता है। नोएडा स्थित निराम्या द माइंड सेंटर के सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर संजीव कुमार बताते हैं कि पुरुषों में मेनोपॉज के लक्षण काफी कम दिखते हैं। रिसर्च में देखा गया है कि पुरुषों के शरीर में भी 30 वर्ष के बाद टेस्टोस्टेन लेवल कम होने लगता है। चलिए जानते हैं मेल मेनोपॉज के लक्षण, कारण क्या हैं?
मेल मेनोपॉज के लक्षण (Symptoms of Male Menopause)
- एनर्जी कम होना
- कामेच्छा की कमी होना।
- फैट या मोटापा बढ़ना।
- मूड स्विंग
- अवसाद
- उदासी
- पुरुषों का हार्मोंनल असंतुलन होना।
- नींद न आना।
किन कारणों से होता है पुरुषों में मेनोपॉज (Causes of Male Menopause)
डॉक्टर संजीव कुमार बताते हैं कि पुरुषों में 30 वर्ष के बाद टेस्टोस्टेरोन हार्मोंस की गिरावट प्राकृतिक रूप से होने लगती है। 80 साल तक यह समस्या बढ़ती और घटती है। इसके अलावा कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं। जैसे-
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- पुरानी बीमारियां के कारण (डायबिटीज और ब्लड प्रेशर से ग्रसित पुरुषों में यह स्थिति आम है।)
- मोटापा के शिकार पुरुषों में मेनोपॉज की परेशानी होनी आम बात है।
- कुछ दवाओं के कारण भी टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में कमी आती है।

टेस्टोस्टेरोन का कार्य?
- पुरुषों के लिंग और वृषण (Testicular) का विकास
- पुरुषों में दाढ़ी-मूंछ लाना
- मांसपेशियों में वृद्धि
- शरीर में वीर्य का निर्माण
- मूड स्विंग में बदला
- शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाना
- मस्तिष्क के कार्य को बेहतर करना।
पुरुषों में मेनोपॉज की स्थिति का निदान
डॉक्टर बताते हैं कि उम्र के साथ-साथ पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोंस की गिरावट देखी जाती है। यह एक सामान्य स्थिति है। अगर कम उम्र में ही पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोंस की गिरावट देखी जाती है, तो इसका इलाज किया जा सकता है। 50 से कम उम्र होने पर मेनोपॉज की स्थित में डॉक्टर आपके टेस्टोस्टेटोन का टेस्ट कर सकते हैं। इसके लिए आपकी मेडिकल हिस्ट्री जांच की जाती है। साथ ही कुछ मामलों में ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं।
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पुरुष मेनोपॉज का उपचार (Treatment of Male Menopaise)
डॉक्टर बताते हैं कि ज्यादातर मामलों में मेल मेनोपॉज का इलाज करने की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि अगर कम उम्र में ही पुरुषों में यह समस्या हो, तो उन्हें टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी दी जाती है। हालांकि, यह थेरेपी कम लोगों को दी जाती है। क्योंकि इससे कई तरह के साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे- हृदय रोग, ब्लड प्रेशर का बढ़ना इत्यादि।
अगर आपको कम उम्र में ही मेनोपॉज की समस्या हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अपने किसी भी समस्या को नजरअंदाज न करें। इससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
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