अपने घर पर ही रखें कोविड-19 से निपटने की सारी तैयारी, एक्सरपर्ट से जानें किन चीजों की पड़ेगी जरूरत

क्या आप घर पर COVID-19 या इसी तरह की वायरल बीमारी से परेशान हैं? तो आप घर पर अपनी पूरी देखभाल करने के लिए खुद से एक मेडिकल किट तैयार कर सकते हैं। 
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अपने घर पर ही रखें कोविड-19 से निपटने की सारी तैयारी, एक्सरपर्ट से जानें किन चीजों की पड़ेगी जरूरत

कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों ने इसे और हॉस्पिटल में आने-जाने वाली परेशानियों ने यह और भी स्‍पष्‍ट कर दिया है कि हमें घर पर एक मेडिकल किट जरूर रखनी चाहिए। यदि आपके पास एक फर्स्‍ट एड बॉक्‍स या मेडिकल किट या है, तो आपको अनावश्‍यक परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी। खुद की सेहत की देखभाल के लिए घर पर सभी आवश्यक दवाएं और उपकरण होने जरूरी हैं। इस वैश्विक महामारी के दौरान सबसे सुरक्षित यही है कि आप सोशल डिस्‍टेंसिंग और सभी सावधानियों के साथ खुद का ध्‍यान रखें। बेवजह या छोटे-छोटे हेल्‍थ चेकअप के लिए आप हॉस्पिटल जाने के बजाय अपनी मेडिकल किट बनाएं और अपना ध्‍यान रखें। समय की आवश्यकता यह है कि इस बीमारी के समान कोरोनोवायरस या लक्षणों से उबरने के दौरान उन सभी आवश्यकताओं के साथ फर्स्‍ट एड किटों के महत्व को समझा जाए, जिनकी आवश्यकता है। आइए यहां हम आपको घर पर एक मेडिकल किट कैसे बनाएं, बताते हैं। 

घर पर बनाएं COVID-19 मेडिकल केयर किट 

Corona virus Medical Kit

सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अधिक सावधानी बरतने के लिए आपके आसपास कोई भी मामला हो, यह जानने के लिए आपके फोन में आरोग्य सेतु ऐप होना चाहिए। अपने आसपास के की संख्या पर नवीनतम अपडेट के लिए ऐप को चेक करते रहें और किसी भी प्रश्न के मामले में आगे की सहायता के लिए ऐप में उपलब्ध हेल्पलाइन नंबरों तक पहुंचें। इसके अलावा, निम्नलिखित आवश्यक वस्तुएं हैं , जो आप अपने घर पर बनाए COVID-19 केयर किट में शामिल करें: 

पेरासिटामोल: यह दवा विशेष रूप से बुखार और दर्द का इलाज करने के लिए दी जाती है, आमतौर पर प्रकृति में हल्के से मध्यम है। लेकिन, किसी भी दवा को लेने से पहले, डॉक्टर से ऑनलाइन पर्चे के लिए जांच करनी चाहिए।

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बीटाडीन: COVID-19 वायरस ज्यादातर नाक या गले के माध्यम से प्रवेश करता है, जिसके प्रभाव को माउथवॉश और बीटाडीन की मदद से भी कम किया जा सकता है। यह एंटीसेप्टिक तरल विभिन्न प्रकार के कीटाणुओं से बचाता है।

विटामिन सी और जिंक: जब हम कोरोनोवायरस की बात करते हैं, तो वायरस के अटैक का पहला कारण प्रतिरक्षा का कमजोर होना हो सकता है। इसलिए, जिन लोगों को COVID-19 का संदेह है या वे इससे पीड़ित हैं, उन्हें इसका सेवन करते रहना चाहिए। जिसमें विटामिन सी, जिंक सप्लीमेंट शामिल हैं क्योंकि ये इम्यूनिटी बूस्टर COVID-19 और अन्य वायरल संक्रमणों से उबरने में मदद कर सकते हैं। इन सप्‍लीमेंट को दिन में एक बार लिया जाना चाहिए।

गिलोय: गिलोय एक और इम्‍युनिटी बूस्टर औषधी है। गिलोय के औषधीय गुण आयुर्वेद के अनुसार विभिन्न रोगों को ठीक करने में मदद करते हैं। 

काढ़ा: आयुष मंत्रालय के अनुसार, इम्‍युनिटी को बढ़ाने के लिए काढ़ा (आयुर्वेदिक काढ़ा) लेना चाहिए। लेकिन, सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि सभी काढ़े गर्म होते हैं। इसलिए, इसे दिन में केवल दो बार लिया जाना चाहिए। काढ़े की अधिकता से पेट की समस्या हो सकती है।

बी कॉम्प्लेक्स टैबलेट्स: वायरल इंफेक्‍शन का मतलब कमजोर प्रतिरक्षा, जिसके कारण लो एनर्जी और अधिक थकान है आदि लक्षण दिख सकते हैं। इसलिए, किसी को बी कॉम्प्लेक्स कैप्सूल (डॉक्टर से परामर्श करने के बाद) लेना चाहिए। ये कैप्सूल का सप्‍लीमेंट शरीर में आवश्यक आठ पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं।  

Medical Kit At Home

ब्रीदिंग एक्सरसाइज टिप्स

जब हम COVID-19 की बात करते हैं, तो इसमें सांस लेने में कठिनाई महत्वपूर्ण लक्षणों में से एक है। साँस लेने में कठिनाई निस्संदेह मानसिक रूप से स्थिर रहने के लिए मुश्किल बना सकती है, जिससे चिंता और तनाव और भी बढ़ जाता है। यहां कुछ ब्रीदिंग एक्‍सरसाइज के कुछ सुझाव:

  • खुली हवादार जगह में शांत बैठें। ध्‍यान दें कि धुएं, धूल या अन्य हानिकारक कणों वाले स्थानों से दूर बैठने की कोशिश करें।
  • सिद्धासन में बैठें, इस तरह से कि आपकी छाती थोड़ी बाहर की ओर हो, और रीढ़ सीधी रहे।
  • साँस लेते हुए धीरे-धीरे साँस छोड़ें। दबाव न दें क्योंकि इससे सांस लेना और भी मुश्किल हो सकता है।

कोरोनावायरस के तीन चरण

घर पर रहते हुए COVID-19 के आवश्यक इलाज को समझने के लिए नीचे पढ़ें:

नाक से संबंधित: ऐसे मामलों में रिकवरी सबसे तेज़ होती है और इसमें भाप और विटामिन सी की आवश्यकता होती है। इस अवस्था में आमतौर पर बुखार नहीं होता है। 

गले से संबंधित: यह एक गले में खराश के साथ शुरू होता है और रोगी को गर्म पानी के गरारे की आवश्यकता होगी। बुखार होने की स्थिति में डॉक्टर से पेरासिटामोल लेने की सलाह दी जा सकती है।

फेफड़े से संबंधित: ऐसे मामलों में, रोगी को सांस लेने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है। एक बार सांस फूलने के बाद, किसी को तुरंत अस्पताल ले जाने की आवश्यकता होती है क्योंकि रोगी को ऑक्सीजन देने की आवश्यकता हो सकती है। इस अवस्था को हल्के में न लें क्योंकि इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।  

घर में रखें ये आवश्यक चिकित्सा उपकरण

आवश्यक दवाओं के अलावा, आप जांच के लिए कुछ आवश्यक घरेलू देखभाल उपकरणों को भी रखें। यहां नीचे सूचीबद्ध करके कुछ आवश्यक, आसान और सस्ते चिकित्सा उपकरण हैं:  

पल्स ऑक्समीटर: यह COVID-19 केयर और घर पर टेस्‍ट के लिए आवश्यक आवश्यक चिकित्सा उपकरणों में से एक है। यह उपकरण आपके खून में ऑक्सीजन के स्तर को मापने के लिए है। यह क्लिप जैसे उपकरण में एक उंगली डालकर काम करता है। यह डिवाइस दिखाता है कि आपका दिल कितनी अच्छी तरह काम कर रहा है। क्‍योंकि हृदय पूरे शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह के रूप में कार्य करता है। यह हार्ट रेट, पल्‍स रेट और शरीर में ऑक्सीजन की दर को बताता है।

टिप: व्यक्ति को ऑक्सीजन के स्तर की निगरानी करनी चाहिए। सामान्य सीमा 98-100 के बीच है। यदि यह 43 तक गिरता है, तो रोगी को तत्काल ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता हो सकती है, जिसे घरेलू उपयोग के लिए भी खरीदा जा सकता है। इसके अलावा, यह उपकरण किराए पर उपलब्ध होते हैं।

How To Make Corona virus Medical Kit At Home

इन्फ्रारेड थर्मामीटर: यह उपकरण आपके तापमान की जाँच के लिए है। यह थर्मामीटर को मुँह में या बाँहों के नीचे रखने जैसा नहीं है, बल्कि इन्फ्रारेड थर्मामीटर दूर से भी शरीर के तापमान का आकलन करने में मदद करता है। इस डिवाइस के लुक पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसमें एलसीडी स्क्रीन है, जिससे तापमान रीडिंग लेना आसान हो जाता है।

पोर्टेबल ईसीजी मशीन: अब घर पर ईसीजी मशीन होना बहुत ही अच्छी तरह से संभव है, खासकर उन घरों के लिए जिनमें दिल के रोगी रहते हैं। ईसीजी या इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम टेस्‍ट  हृदय की गतिविधि की जांच करने और किसी भी असामान्यताओं का पता लगाने के लिए किया जाता है।

बीपी मशीन: एक बीपी मशीन आपके घर में होना काफी जरूरी है। यह आपके ब्‍लड प्रेशर की जांच करने के लिए जरूरी होती है। ब्लड प्रेशर में अचानक बदलाव से अन्य जटिलताओं को जन्म दे सकता है। याद रखें कि डिजिटल मॉनिटर मशीन की पहली रीडिंग को अनदेखा करें। दूसरी रीडिंग, सही रीडिंग है। इसके अलावा, दो से तीन रीडिंग लें और अपने अंतिम रीडिंग के अनुरूप नोट करें। 

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