प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में कई तरह की समस्याएं होती हैं जिनमें से एक है लिवर डिसऑर्डर। प्रेगनेंसी में तीसरी तिमाही या डिलीवरी के बाद एक्यूट फैटी लिवर की समस्या हो सकती है। इससे मां और बच्चे की जान को खतरा हो सकता है। फैटी लिवर के कारण प्रेगनेंसी के दौरान पीलिया, पेट में दर्द, थकान, सिर में दर्द आदि समस्याएं हो सकती हैं। प्रेगनेंसी के दौरान लिवर डिसऑर्डर से बचने के लिए कुछ आसान टिप्स को अपने रूटीन में जरूर शामिल कर सकती हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
लिवर, पेट के दाहिनी ओर पसलियों के नीचे मौजूद होता है। लिवर की मदद से एमिनो एसिड को शरीर में नियंत्रित किया जाता है। लिवर ग्लूकोज के स्तर को संतुलित करने का काम करता है। लिवर, रक्त के थक्के बनने से रोकता है। लिवर संक्रमण से बचने के लिए कुछ आसान तरीकों को प्रेगनेंसी के दौरान आजमां सकती हैं। जानिए इनके बारे में-
1. हल्के व्यायाम करें
प्रेगनेंसी के दौरान लिवर को स्वस्थ्य रखने के लिए हल्के व्यायाम कर सकती हैं। इससे फैटी लिवर की समस्या से बचाव होगा। व्यायाम करने से इंजाइम्स की कार्यक्षमता बढ़ती है और लिवर हेल्दी रहेगा। प्रेगनेंसी में वॉक, योगा, मेडिटेशन फायदेमंद होता है।
इसे भी पढ़ें- कर रही हैं मां बनने की प्लानिंग? डॉक्टर से जानें प्रेगनेंसी के पहले मन में उठने वाले सभी सवालों के जवाब
2. तनाव कम करें
प्रेगनेंसी के दौरान लिवर को स्वस्थ्य रखने के लिए तनाव मुक्त रहें। ज्यादा तनाव के कारण हार्मोन्स और एंंडोर्फिन्स का जमाव होने से विषाक्त पदार्थ लिवर में जमा हो जाते हैं। ऐसा होने से बचने के लिए तनाव घटाने के तरीकों को अपनाएं।
3. हरी सब्जियां खाएं
प्रेगनेंसी में लिवर को स्वस्थ्य रखने के लिए हरी सब्जियों का सेवन करें। हरी सब्जियों में बीटा कैरोटिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इससे लिवर की कोशिकाओं को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। अपनी डाइट में करेला, सरसों का साग, पालक आदि सब्जियों का सेवन करें।
4. प्रोसेस्ड फूड्स से बचें
प्रेगनेंसी में हेल्दी डाइट का रोल अहम होता है। प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से महिलाओं को बचना चाहिए। प्रोसेस्ड फूड्स में ढेर सारे प्रिजर्वेटीव, फैट्स और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा मौजूद होती है। प्रोसेस्ड फूड्स के कारण फैटी लिवर की समस्या हो सकती है।
5. जांच करवाएं
प्रेगनेंसी में स्क्रीनिंग होती है। शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए और प्रेगनेंसी में लिवर डिसीज से बचने के लिए लिवर की जांच करवाएं। अस्वस्थ्य लिवर के कारण डिलीवरी के दौरान शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। लिवर डिसीज का पता लगाने के लिए ब्लड पैनल टेस्ट, लिवर फंक्शन टेस्ट आदि करवा सकते हैं।
6. प्रेगनेंसी में बीमारियों से बचें
मोटापा, मधुमेह, हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या आदि के कारण लिवर से जुड़ी बीमारी सिरोसिस होने का खतरा बढ़ सकता है। प्रेगनेंसी में लिवर के स्वास्थ्य पर ध्यान न देने के कारण शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में परेशानी हो सकती है। समस्या बढ़ने पर लिवर फेलियर की समस्या भी हो सकती है।
ऊपर बताए तरीकों को आजमां कर आप प्रेगनेंसी में लिवर से जुड़ी समस्याओं से बच सकती हैं।