Lifestyle changes to cure chronic fatigue: क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम की वजह से आपका लाइफस्टाइल काफी ज्यादा बदल सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसका सामना करना काफी ज्यादा मुश्किल होता है। लेकिन आप इस स्थिति को थोड़ा आसान बनाने के लिए कुछ सिंपल से टिप्स को फॉलो कर सकते हैं। अगर आप इस बुरे दौर से गुजर रहे हैं, तो आपको नियमित रूप से इन टिप्स को फॉलो करने की जरूरत है। ताकि आप क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम में होने वाली परेशानियों को कम कर सकें। आइए जानते हैं क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम से बचाव के लिए लाइफस्टाइल में किन बदलावों की होती है जरूरत? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
पोषक तत्वों पर दें ध्यान- Eat Nutrients Rich Food
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करें। किसी भी ऐसे खाद्य पदार्थ या केमिकल्स का इस्तेमाल न करें, जिससे प्रति आप संवेदनशील हों। पॉलीअनसेचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड फैट से भरपूर आहार का सेवन करें। वहीं, ट्रांस फैट और अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार का सेवन करने से बतें। खाने को टुकड़ों में बांटें, इससे मतली को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। कुछ-कुछ लोग क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम की वजह से होने वाले थकान से बचाव के लिए चीनी, शराब और कैफीन युक्त चीजों का सेवन करते हैं, ऐसे में स्थिति बिगड़ सकती है। कोशिश करें कि इस तरह की चीजों का सेवन न करें।
डेली एक्टिविटीज पर दें ध्यान- Avoid Daily Activities
क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम जैसी स्थिति में हमारी कई तरह के रोजमर्रा के कार्य भी प्रभावी होते हैं। अगर आपकी भी डेली एक्टिविटी भी प्रभावित हो रही हैं, तो अपने डेली के कार्यों को बेहतर ढंग से करने के लिए थोड़ा अतिरिक्त समय दे और एक प्लानिंग के साथ काम करने की कोशिश करें। इससे काफी हद तक आप अपने सामान्य जीवन के कार्यों में सुधार कर सकते हैं।
हैवी एक्सरसाइज से बचें- Avoid Heavy Exercise
खुद को फिट रखने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत ही जरूरी होता है। अगर आप क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम से जूझ रहे हैं, तो आपको एक्सरसाइज की रुटीन पर थोड़ा ध्यान देना होगा। क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम से जूझ रहे व्यक्तियों को काफी ज्यादा थकान होती है, ऐसे में जब आप हैवी एक्सरसाइज करते हैं तो आपकी स्थिति और खराब हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि आप हैवी एक्सरसाइज न करें। हल्के-फुल्के एक्सरसाइज से खुद को फिट रखने की कोशिश करें।
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डे-प्लानर का करें प्रयोग- Use Day-Planner
क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम से जूझ रहे कुछ लोगों की याददाश्त क्षमता कमजोर हो जाती है। ऐसे में अगर आप अपने शेड्यूल को बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको एक डे-प्लानर का उपयोग करने की जरूरत होती है। इसके लिए आप पेपर या फिर स्मार्टफोन ऐप्स का प्रयोग कर सकते हैं। साथ ही नोट बनाकर अपने आसपास इसे चिपकाकर रख सकते हैं।
क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम से जूझ रहे लोगों को अपने लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव की जरूरत होती है, ताकि वे एक बेहतर जीवन जी सकें। अगर आप चाहते हैं कि आप एक बेहतर जीवन ली सकें, तो इन टिप्स को जरूर फॉलो करें। वहीं, एक्सपर्ट के सभी दिशा-निर्देशों को अच्छे से फॉलो करें।