यह माना जाता है कि मौसमी संक्रमण सामान्य से थोड़ा अलग लग सकता है, लेकिन इसका मतलब है कि वे त्वचा की चिंताओं या समस्याओं को भी बढ़ा सकता है। ऐसे ही मौसमी संक्रमण और मौसम के बदलाव के कारण हमारी त्वचा में कई तरह के बदलाव आने लगते हैं और त्वचा का रुखापन बढ़ने लगता है। हर कोई इस समस्या से परेशान रहता है और इससे छुटकारा पाने की कोशिश करता है। लेकिन इसका निदान करने से पहले आपको ये जानना बहुत जरूरी है कि आपकी त्वचा शुष्क क्यों हो रही है, इसके क्या कारण हैं। तो आइए इस लेख में जानने की कोशिश करते हैं कि किन कारणों से हमारी त्वचा में रुखापन बढ़ता है। इसके साथ ही ये समझेंगे कि त्वचा में जब रुखापन बढ़ता है तो इसके क्या लक्षण होते हैं।
शुष्क त्वचा के पीछे आम कारण (Common Reasons Behind Dry Skin In Hindi)
मौसम
तापमान और आर्द्रता के स्तर में गिरावट होने पर त्वचा आमतौर पर सर्दियों में शुष्क हो जाती है। लेकिन अगर आप रेगिस्तानी इलाकों में रहते हैं तो मौसम उतना ज्यादा मायने नहीं रखता। वहीं, अगर आप किसी मैदानी इलाके में रहते हैं तो आपकी त्वचा पर मौसम का प्रभाव ज्यादा पड़ेगा।
गर्म पानी से ज्यादा नहाना
गर्म पानी से स्नान करना कई बार आपको नुकसान पहुंचा सकता है। लंबे, गर्म फुहार या स्नान करने से आपकी त्वचा बहुत समय तक के लिए सूख सकती है। इसके अलावा आप अगर रोजाना घंटों तैराकी करते हैं तो आपकी त्वचा को नुकसान हो सकता है।
साबुन और डिटर्जेंट
त्वचा पर किस तरह का आप साबुन या डिटर्जेंट का इस्तेमाल करते हैं इसका आपकी त्वचा पर पूरा असर पड़ता है। कई लोकप्रिय साबुन, डिटर्जेंट और शैंपू आपकी त्वचा से नमी को छीन लेते हैं क्योंकि वे तेल निकालने के लिए होते हैं। इसलिए आप जो भी साबुन या डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें उससे पहले उसका लेबल जरूर पढ़ लें और नमी वाले प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें।
त्वचा की खराब स्थिति
त्वचा की स्थिति जैसे एटोपिक जिल्द की सूजन (एक्जिमा) या सोरायसिस से पीड़ित लोगों को शुष्क त्वचा होने का खतरा होता है। इन स्थितियों के लक्षण दिखने के साथ आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और त्वचा को स्वस्थ रखने के तरीके अपनाने चाहिए।
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शुष्क त्वचा के लक्षण (Symptoms Of Dry Skin)
- त्वचा खुरदरी महसूस होने लगना।
- बार-बार खुजली होना।
- थोड़ा सा गंभीर भड़कना, स्केलिंग या छीलने वाली त्वचा स्थितियां।
- नहाने या तैराकी के बाद त्वचा की जकड़न की भावना।
- त्वचा पर महीन रेखाएं या दरारें पड़ना।
- लाल त्वचा।
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डॉक्टर के पास कब जाएं? (When To Go To The Doctor)
- त्वचा पर खरोंच से खुले घाव या संक्रमण हैं।
- त्वचा पर छीलने की स्थिति पैदा होना।
- सूखी त्वचा लालिमा के साथ होने पर।
- सूखापन और खुजली नींद में बाधा डालती हो।
- बचाव
- मॉइश्चराइजर का नियमित रूप से इस्तेमाल करें।
- पानी का प्रसार सीमित करें।
- त्वचा को सूखाने वाले साबुन को छोड़ दें।
- ठंड या हवा के मौसम में जितना संभव हो उतना त्वचा को कवर करें।
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