क्रॉनिक माइग्रेन रोग में राहत पाने के लिए अपनाएं ये एक्सरसाइज, दर्द से जल्द मिलेगी राहत

यदि आप क्रॉनिक माइग्रेन से पीड़ित हैं तो हम बताने जा रहे हैं ऐसी कुछ एक्सरसाइज़ जो आपके इस दर्द को कम करने में सहायक साबित होंगी। आइए जानिए।
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क्रॉनिक माइग्रेन रोग में राहत पाने के लिए अपनाएं ये एक्सरसाइज, दर्द से जल्द मिलेगी राहत

यदि आप को क्रॉनिक माइग्रेन है तो इसका अर्थ यह बिल्कुल भी नहीं है कि आप एक्सरसाइज नहीं कर सकते हैं। एक्सरसाइज करना आप की सेहत के लिए बहुत लाभ दायक होता है और आप के स्वास्थ्य को पहले से भी बेहतर बनाता है। यदि आप एक्सरसाइज करेंगे तो निश्चित ही आप को पहले कि तुलना में माइग्रेन के अटैक्स भी कम आएंगे और आप को दर्द से भी थोड़ी राहत मिलेगी। एक अध्ययन के मुताबिक जब हम एक्सरसाइज करते हैं तो हमारा शरीर एंडोर्फिन नाम का तत्त्व निकालता है।

यह एक प्राकृतिक (दर्द निवारक) पेन किलर है। अतः आप जितनी अधिक एक्सरसाइज करेंगे उतना अधिक आप का शरीर एंडोर्फिन रिलीज करेगा जिस की सहायता से आप के शरीर में माइग्रेन का दर्द बरदाश्त करने की शक्ति पैदा होगी। इसके साथ साथ एक्सरसाइज से आप का पूरा स्वास्थ्य बेहतर बनता है। इसलिए आप को यदि माइग्रेन नहीं भी है तो भी एक्सरसाइज अवश्य ही करनी चाहिए। 

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वॉकिंग, जॉगिंग, साइकिलिंग या रनिंग (Jogging, running, cycling, and walking)

इन चारों गतिविधियों को अपनी डेली लाइफ का हिस्सा बनाते हैं तो क्रॉनिक माइग्रेन पहले की तुलना में बहुत कम हो जाता हैं। इनके कारण आप के दर्द का समय भी कम हो जाएगा। यदि आप को ये एक्सरसाइज पसंद नहीं हैं तो आप डांसिंग या फिर कोई खेल आदि को अपना सकते हैं। अतः सुबह उठ कर व सोने से पहले कुछ समय के लिए वॉकिंग, जॉगिंग या साइकिलिंग करना न भूलें।

हाई इंटेंस इंटरवल ट्रेनिंग (High-intensity interval training)

शोध कहते हैं कि उच्च-तीव्रता वाले व्यायाम (हाई इंटेंसिटी वर्कआउट) के कारण कुछ लोगों में माइग्रेन पहले से भी अधिक भयंकर हो जाता है। इसलिए आप को हाई इंटेंस इंटरवल ट्रेनिंग करनी चाहिए। इसे हम लो इंटेंस या फिर कार्डियो के दौरान बीच बीच में ब्रेक वाला वर्कआउट भी कर सकते हैं। इस में कार्डियो वर्कआउट भी शामिल होता है। 

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योगा (Yoga)

यदि आप 6 सप्ताह तक सप्ताह में 5 दिन योगा करते हैं तो आप को अपने माइग्रेन में अविश्वसनीय नतीजे मिलेंगे। योगा से माइग्रेन की तीव्रता और मेडिकेशन दोनों में आश्चर्यजनक फर्क पड़ता है। योगा दिमाग को भी शांति प्रदान करता है क्योंकि ये तनाव के स्तर को कम करने में सहायक हैं। ऐसा तनाव जो माइग्रेन अटैक को ट्रिगर करने के लिए जाना जाता है। 

ताई ची (Tai chi)

ताई ची बेहतर संतुलन और स्थिरता, दर्द से निपटने की क्षमता, थकान और अवसाद को कम करने के लिए सैकड़ों वर्षों से जाना जाता है। लेकिन अब शोधकर्ताओं ने पाया है कि प्राचीन चीनी अभ्यास माइग्रेन के लिए एक निवारक उपाय के रूप में भी काम कर सकता है।अतः कुछ प्राचीन चीनी तकनीक भी माइग्रेन को ठीक करने में सहायक मानी गई हैं।

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एक्सरसाइज जो नहीं करनी चाहिए (Exercise You Should Avoid)

कुछ व्यायाम, विशेष रूप से प्रेशर वाले, माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, पावरलिफ्टिंग। दरअसल जब आप भारी वजन उठा रहे होते हैं, तो आपके दिमाग को बचाने वाले कुशन पर दबाव पड़ता हैं। वजन उठाते समय वे कई बार अपनी सांस भी रोक लेते हैं, जिससे यह दबाव बढ़ जाता है और सभी नसों, गर्दन और खोपड़ी में फैल जाता है। जिसके परिणामस्वरूप माइग्रेन होता है।

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