
घुटनों में दर्द और सूजन से आजकल ज्यादातर लोग परेशान हैं और इस समस्या का सामना कर रहे हैं। घुटने के इस दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए अक्सर लोग कई तरह के इलाज और घरेलू तरीके अपनाते हैं, लेकिन फिर भी घुटनों का दर्द कम नहीं होता। ऐसे में हर कोई कुछ ऐसा तलाशता है जिससे उनका दर्द कम हो जाए। इस दर्द को कम करने के लिए कोल्ड लेजर थैरेपी (Cold Laser Therapy) है जो आपके घुटनों के दर्द और सूजन को कम करने में आपकी मदद करती है।
इस लेजर थैरेपी की मदद से पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस (OA) से घुटने के दर्द के साथ-साथ कम पीठ दर्द, कार्पल टनल सिंड्रोम, संधिशोथ (आरए), फाइब्रोमायल्गिया, टेंडिनिटिस, तंत्रिका दर्द और खेल चोटों का इलाज किया जाता है। इस थैरेपी का इस्तेमाल लंबे समय से किया जा रहा है। लेकिन कई लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। आइए इस लेख में आपको बताते हैं कि इससे आपका दर्द कैसे कम होता है और कैसे ये थैरेपी काम करती है। इसके साथ ही ये भी जानेंगे कि इसका इस्तेमाल किन-किन चीजों में किया जाता है।
'कोल्ड लेजर थेरेपी' कैसे काम करती है?
कोल्ड लेजर थेरेपी (Cold Laser Therapy) की मदद से आपकी त्वचा पर प्रकाश ऊर्जा का प्रभाव डाला जाता है। सर्जरी के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले लेजरों के विपरीत, वे आपकी त्वचा को गर्म करने से बचाते हैं और न ही उन्हें परेशान करते हैं। इसके लिए फोटोन का इस्तेमाल किया जाता है, जो एक दर्दनाक संयुक्त में गहराई से प्रवेश करते हैं। इस थैरेपी के दौरान डॉक्टर आपके घुटने के दर्द वाले हिस्से पर सीधे लेजर डिवाइस को रखते हैं और आपकी त्वचा पर छुए होते हैं। ये उपकरण एक त्वरित प्रकाश पल्स भेजता है जो करीब 30 से 60 सेकंड तक रहता है। इसका असर देखने या महसूस करने के लिए आपको एक से ज्यादा थैरेपी लेने की जरूरत होती है।
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किस इलाज में काम आती है कोल्ड लेजर थैरेपी
- दर्द और सूजन का इलाज करने में कारगर है कोल्ड लेजर थैरेपी।
- घाव भरने की गति तेज करती है ये थैरेपी।
- पुराना या लंबे समय से चलने वाले दर्द को कम करने में मददगार।
- ऊतक को बढ़ावा देती है कोल्ड लेजर थैरेपी।
- घुटने में रक्त परिसंचरण में सुधार।
किन लोगों को नहीं करानी चाहिए कोल्ड लेजर थैरेपी
मिर्गी के मरीज: मिर्गी से पीड़ित मरीजों को कभी भी कोल्ड लेजर थैरेपी नहीं लेनी चाहिए, ये उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर कोई मिर्गी का मरीज इस थैरेपी का इस्तेमाल करता है तो इससे मरीज को गंभीर दौरे पड़ने का खतरा हो सकता है।
कैंसर: त्वचा कैंसर या किसी भी कैंसर के मरीजों को इस थैरेपी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, ये उनकी स्थिति पर प्रभाव डाल सकता है। अगर आप इसे इस्तेमाल करना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
गर्भावती महिलाएं: गर्भ में पल रहे बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए आपको गर्भावस्था के दौरान इस तरह की थैरेपी से हमेशा बचना चाहिए। ये आपके बच्चे और आपको नुकसान पहुंचा सकती है।
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यहां मिलेगी आपको 'कोल्ड लेजर थैरेपी'
- स्पोर्ट्स मेडिसिन डॉक्टर या ट्रेनर द्वारा।
- आर्थोपेडिस्ट या आर्थोपेडिक सर्जन।
- व्यावसायिक चिकित्सक।
- प्राकृतिक चिकित्सक।
- भौतिक चिकित्सक।
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