महिलाओं के लिए क्यों फायदेमंद है वेट लिफ्टिंग? फिट रहना है तो ऐसे करें शुरुआत

वेट-लिफ्टिंग केवल महिला हस्तियों और पेशेवर एथलीटों के लिए नहीं है। इसे आज कोई भी महिला और लड़की कर सकती है। यह सिर्फ उन्हें फीट ही नहीं रखती बल्कि हड्डियों से जुड़ी परेशानी जैसे ऑस्टियोपोरोसिस और अन्य बीमारियों से भी बचाने में मदद करती है।  
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महिलाओं के लिए क्यों फायदेमंद है वेट लिफ्टिंग? फिट रहना है तो ऐसे करें शुरुआत

अक्सर हम कुछ अभिनेत्रियों, मोडल्स और महिला एथलीट्स को टेलीविजन, मैगज़ीन कवर या रेड कार्पेट पर देख कर आश्चर्यचकित हो जाते हैं कि वे हर उम्र में इतने सुंदर और फीट कैसे दिखती हैं। इनकी इस खूबसूरती के पीछे सिर्फ डाइट और फिटनेस एक्सरसाइज नहीं है बल्कि कुछ भारी-भरकम व्यायाम भी है। जैसे वेट-लिफ्टिंग, जो खासकर महिला खिलाड़ी और कुछ अभिनेत्रियां ही कर पाती हैं पर अगर कोई भी महिला और लड़की वेट लिफ्टिंग करे तो उन्हें इससे काफी फायदा हो सकता है। पर एक महिला शरीर के लिए हमेशा से यह काम थोड़ मुश्किल हो सकता है। क्योंकि महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन नामक हार्मोन पुरुषों की तुमना में बेहद कम मात्रा में रिलीज होती है। दरअसल पुरुषों और महिलाओं में रासायनिक अंतर होता है, जो उन्हें स्टेमिना टेस्ट का बहुत अलग- अलग तरीके से जवाब देता है। महिलाओं को मांसपेशियों के निर्माण के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन जब वे वास्तव में अपने फ्रेम में अधिक मांसपेशियों को जोड़ते हैं, तो वे लगभग हमेशा बाकी महिलाओं की तुलना में ज्यादा खूबसूरत दिखती हैं। यह किसी भी महिला के जीवन के बारे में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। आइए हम आपको बताते हैं महिलाओं के लिए वेट-लिफ्टिंग के फायदे।

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महिलाओं के लिए वेट-लिफ्टिंग के फायदे-

मांसपेशियों का संरक्षण करता है

मांसपेशियों का वेट उम्र के साथ कम होता जाता है। आप स्टेमिना ट्रेनिंग या वेट लिफ्टिंग की मदद से मांसपेशियों का वेट ठीक रख सकते हैं। साथ ही दिस तरह से शरीर में फैट की मात्रा बढ़ने लगती है इसे ठीक रखने के लिए भी यह जरूरी है। इसके अलावा जब आप बूढ़े हो जाते हैं, तो आप अपनी खोई हुई दुबली मांसपेशियों को बदलने के लिए कुछ नहीं कर पाते, ऐसे में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपकी उम्र की परवाह किए बिना आपकी मांसपेशियों को बनाए रखने और बढ़ाने में मदद करती है।

वजन को नियंत्रित करता है

नियमित वेट- -लिफ्टिंग करने से आपको शरीर का बॉडी मास ठीक रहता है और आप कभी मोटापे के शिकार नहीं होते। इसके अलावा वेट-लिफ्टिंग की मदद से कैलोरी को अधिक कुशलता से बर्न कर सकते हैं और इस तरह बाकी एक्सरसाइज की तुलना में हम वेट-लिफ्टिंग से जल्दी अपने बॉडी का सेप एंड साइज ठीक रख सकते हैं। 

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ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करता है

हार्मोनल परिवर्तनों के कारण जो महिलाएं अनुभव करती हैं कि धीरे-धीरे उनकी हड्डियां कमजोर हो रही हैं उनके लिए वेट-लिफ्टिंग काफी मदद कर सकती है। जिन महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस विकसित होने का खतरा होता है, वो अगर नियमित रूप से वेट लिफ्टिंग करें तो इससे उनके हड्डियों के कमजोर होने की स्पीड धीमी हो जाती है। इसके अलावा इससे हड्डियों को मजबूत होने में मदद मिल सकती है। साथ ही शरीर में ताकत या स्टेमिला बनाए रखने में मदद मिलती है। 

चोट से बचाता है

जब आप मांसपेशियों का निर्माण करते हैं, तो आप अपने जोड़ों को चोट से बचाने में मदद करते हैं और अपने संतुलन को बढ़ाते हैं। यह आपकी उम्र बढ़ने के साथ आपकी हड्डियों के लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है।

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वेट-लिफ्टिंग की शुरुआत कैसे करें-

  • घर पर या जिम में स्टेमिना बढ़ाने के लिए वेट-लिफ्टिंग शुरू करना आसान होता है। सबसे पहले आप शरुआत पुशअप्स, पुलअप्स और पेट के क्रंचेस जैसे सरल व्यायाम हैं, जो शरीर के वजन का उपयोग करते हैं। इस तरह धीरे-धीरे आपके शरीर का स्टेमिना बढ़ता जाएगा।
  • डम्बल और वेट बार्स को उठाने और धीरे धीरे उसे लंबे समय तक उठाए रखने की कोशिश करते रहें।
  • कई फिटनेस सेंटर शरीर के विभिन्न मांसपेशी क्षेत्रों को लक्षित करने वाली सर्किट-स्टाइल वेट मशीनों को रखते हैं। ऐसे में वहां जाएं या उन्हें खरीद कर घर में इन वेट मशीनों से वेट लिफ्टिंग की कोशिश करें।
  • रबर टयूबिंग घर में ही शक्ति प्रशिक्षण के लिए एक सस्ता तरीका है। यह रबर टयूबिंग बड़े, रंगीन रबर बैंड जैसा दिखता है। कुछ डॉक्टरों के कार्यालय या स्पोर्ट्स मेडिसिन क्लीनिक मरीजों को मुफ्त में ट्यूबिंग प्रदान करते हैं। वैकल्पिक रूप से, आप खेल के सामान की दुकानों पर इसके कई विकल्पों में से चयन कर सकते हैं। आप एक सेट के साथ शुरू कर सकते और धीरे धारे इस बढ़ाएं। वहीं आप वज़न और लिफ्टों के साथ निर्देश के लिए, जिम, स्वास्थ्य केंद्र या स्थानीय सामुदायिक केंद्र में प्रशिक्षित प्रशिक्षक से सहायता ले सकते हैं। 

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