
एक अध्ययन के अनुसार, महिलाओं की ब्लड वेसल्स (रक्त वाहिकाएं) पुरुषों की तुलना में तेजी से खराब होती हैं और यह उन्हें हृदय रोग आसानी से हृदय से जुड़े रोगों का शिकार बना सकती हैं। लॉस एंजिल्स में एक हृदय संस्थान में हृदय रोग विशेषज्ञों ने लगभग चार दशकों तक 30,000 वयस्कों को ट्रैक किया। इसके परिणामों में पता चला है कि महिलाओं में रक्त वाहिकाओं चाहे वो प्रमुख धमनियों से लेकर छोटी केशिकाओं तक हों, सभी पुरुषों की तुलना में तेज गति से एजिंग का शिकार हो कर खराब होने लगते हैं। इसलिए पुरूषों की तुलना में महिलाओं के ब्लड प्रेशर में निरंतर वृद्धि आती जाती हैं।
हाई ब्लड प्रेशर वाली 30 वर्षीय महिला को एक पुरूष की तुलना में कम उम्र में ही हृदय रोग होने की अधिक संभावना होती है। विशेषज्ञों का मानें, तो महिलाओं में पुरूषों की तुलना में दिल की बीमारियां 10 से 20 साल पहले ही हो सकती हैं। पिछले अध्ययनों से पता चला है कि पुरुषों में उच्च रक्तचाप का खतरा अधिक है लेकिन महिलाओं की तुलना में, विशेष रूप से 50 वर्ष की आयु में ये खतरा कम ही है। जबकि 50 वर्ष की आयु के बाद, महिलाओं को मेनोपॉज होने के कारण हार्मोन परिवर्तन से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा और बढ़ जाता है।इन परिवर्तनों के कारण वजन बढ़ने लगता है और ब्लड प्रेशर को नमक की चीजों के प्रति अधिक संवेदनशील बना देता है, जिससे रक्त का संचार और अधिक कठिन हो जाता है।
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उच्च रक्तचाप हृदय को शरीर के चारों ओर रक्त पंप करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए मजबूर करता है और और इस तरह ये धमनियों को नुकसान पहुंचाता है।लेकिन लॉस एंजिल्स में स्मिट हार्ट इंस्टीट्यूट द्वारा नवीनतम अध्ययन, हृदय स्वास्थ्य को लेकर महिलाओं को ज्यादा सचेत रहने को कहा है। अध्ययन का कहना है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में रक्तचाप बढ़ने की गति में तेजी से बढ़ने लगती है। शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष पर आने के लिए 32,833 अध्ययन प्रतिभागियों में से लगभग 145,000 रक्तचाप मापों को देखा। प्रतिभागियों की आयु 5 से 98 वर्ष की थी और माप 43 वर्ष की अवधि में लिया गया था।
लिंगों के बीच परिणामों की तुलना करने के बजाय, शोधकर्ताओं ने महिलाओं की तुलना पुरुषों से की। इसने टीम ने पता लगाया कि महिलाओं का हृदय कार्य पुरुषों की तुलना में अधिक तेजी से बिगड़ना शुरू होता है यह लगभग 30 वर्ष की आयु में शुरू हुआ। लीड अध्ययन के लेखक सुसान चेंग की मानें, तो हम में से कई ने लंबे समय से माना है कि महिलाएं अपने हृदय जोखिम के मामले में पुरुषों से ज्यादा संवेनशील रही हैं।
शोध न केवल यह पुष्टि करते हैं कि महिलाओं में उनके पुरुष समकक्षों की तुलना में अलग जीव विज्ञान और शरीर विज्ञान है, बल्कि यह भी बताता है कि यह क्यों है कि महिलाओं को कुछ प्रकार के हृदय रोग और जीवन के विभिन्न बिंदुओं पर विकसित होने की अधिक संभावना हो सकती है।
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वहीं शोध के आंकड़ों से पता चला है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में रक्तचाप की गति तेज होने की दर पहले के मुकाबले काफी अधिक तेजी से बढ़ भी रही हैं। सह-लेखक क्रिस्टीन अल्बर्ट की मानें, तो अनुसंधान में चिकित्सकों और शोधकर्ताओं को अलग-अलग तरीके से सोचने में मदद करेगी कि महिलाओं को इससे कैसे बचाया जाए। यह निष्कर्ष पत्रिका जामा (JAMA) कार्डियोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।
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