डायबिटीज के बारे में लोगों की जानकारी अक्सर शुगर खाने से होने वाली परेशानियों तक ही सीमित होती है जबकि डायबिटीज के मरीजों की संख्या विश्व भर में बहुत ज्यादा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में 38 करोड़ लोग इस रोग से प्रभावित हैं। डायबिटीज एक जानलेवा बीमारी है लेकिन इसका इलाज संभव है इसलिए इसके बारे में जानकारी जरूरी है। डायबिटीज को मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है लेकिन ज्यादातर लोग इसे शुगर के नाम से ही जानते हैं। डायबिटीज कई कारणों से होता है जैसे- मोटापा, ब्ल्ड प्रेशर और आलस आदि। इसके अलावा ये एक अनुवांशिक बीमारी है इसलिए मां-बाप से भी बच्चों को ये बीमारी लग सकती है।
डायबिटीज आखिर क्यों होता है
जब हम खाना खाते हैं तो खाने के साथ कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर में पहुंचता है। यही कार्बोहाइड्रेट पेट में जाकर ग्लूकोज में बदल जाते हैं। अब ग्लूकोज हमारे शरीर में मौजूद लाखों कोशिकाओं के जरिये शरीर के अंगों तक पहुंचता है। ये कोशिकाएं ग्लूकोज को जलाकर इससे अंगों को काम करने के लिए जरूरी ऊर्जी बनाती हैं। कार्बोहाइड्रेट से ग्लूकोज को अलग करने के लिए हमारे शरीर को एक हार्मोन की जरूरत पड़ती है जिसे इंसुलिन कहते हैं। ये शरीर में अग्नाशय द्वारा छोड़ा जाता है। हमारे शरीर में डायबिटीज इसी इंसुलिन की कमी के कारण होता है।
इसे भी पढ़ें:- डायबिटीज में क्या खाएं क्या ना खाएं, जानें ये 10 टिप्स
टॉप स्टोरीज़
डायबिटीज दो तरह का होता है
डायबिटीज दो तरह का होता है, टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज। टाइप 1 डायबिटीज वो है जिसमें शरीर इंसुलिन नहीं बना पाता और टाइप 2 डायबिटीज वो है जिसमें शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता या बनाए गए इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता है। इंसुलिन ही हमारी कोशिकाओं के सहारे ग्लूकोज को पूरे शरीर में पहुंचाता है। जब इंसुलिन नहीं बन पाता या कम बन पाता है तो ग्लूकोज कोशिकाओं में नहीं जा पाता और खून में घुलता रहता है। इसी कारण खून में शुगर का लेवल बढ़ता जाता है। टाइप 1 डायबिटीज के मरीजों में चूंकि इंसुलिन बिल्कुल नहीं बन पाता इसलिए ऐसे मरीजों को इंजेक्शन से इंसुलिन की डोज दी जाती है। वहीं टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में बनने वाले इंसुलिन का सही तरह से इस्तेमाल नहीं हो पाता इसलिए इसके रोगियों का इलाज दवाओं और परहेज के माध्यम से किया जाता है।
इसे भी पढ़ें:- बच्चों में डायबिटीज का संकेत हैं शरीर में दिखने वाले ये 5 लक्षण
डायबिटीज से बचाव के लिेए
नियमित व्यायाम जरूरी है इससे शरीर में इंसुलिन की मात्रा ठीक रहती है।
आहार में करेला, जामुन, लहसुन, काली मिर्च, हल्दी, गेंहू, जौ आदि को शामिल करें।
कफ बढ़ाने वाले आहार जैसे- घी, दही, चावल, आलू आदि का प्रयोग डायबिटीज को बढ़ावा देता है।
शुगर से बचने के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। इसके अलावा सोने और जागने का एक नियम बनाएं। नींद की अनियमितता भी डायबिटीज को बढ़ावा देती है।
तंबाकू और एल्कोहल वाले पदार्थों के सेवन और धूम्रपान से भी डायबिटीज के मरीज को खतरा होता है।
मोटापा भी डायबिटीज की एक मुख्य वजह है इसलिेए वजन को कंट्रोल में रखना जरूरी है।
तनाव से डायबिटीज बढ़ता है इसलिए जीवन में तनावमुक्त और खुश रहें।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Diabetes In Hindi