यौगिक या योगिक डाइट (Yogic Diet) एक प्रकार का डाइट प्लान है जो शरीर और दिमाग दोनों को स्वस्थ रखने का काम करता है। इसे योग डाइट या योगियों की डाइट भी कहते हैं, ऐसा माना जाता है कि यह डाइट शरीर के साथ-साथ विचार और मन को बेहतर करने में लाभदायक होती है। इस डाइट प्लान में किसी भी प्रकार का मांसाहारी खाद्य पदार्थ शामिल नहीं होता है। वैदिक काल में भोजन को तीन भागों में बांटा गया था, सात्विक आहार, राजसिक आहार और तामसिक आहार। यौगिक डाइट प्लान में सात्विक आहार और योग का सहारा लेकर मन और शरीर दोनों को संतुलित रखने का प्रयास किया जाता है। आइये जानते हैं यौगिक डाइट के बारें में और सेहत और शरीर को इससे होने वाले फायदों के बारे में।
क्या होती है यौगिक डाइट (What is Yogic Diet)
आयुर्वेद और योग में पारंगत एक्सपर्ट्स के मुताबिक सात्विक, तामसिक और राजसिक भोजन के सेवन से शरीर पर अलग-अलग तरह के प्रभाव पड़ते हैं। दूध, अनाज जैसे गेंहू, जौ, आदि और मक्खन, पनीर, टमाटर, शहद, खजूर, फल, बादाम और मिश्री ये सभी सात्विक खाद्य पदार्थ होते हैं। इनके सेवन से शरीर और मन दोनों शांत है स्वस्थ रहते हैं। मछली, अंडे, मांस, नमक, मिर्च और हींग आदि को राजसिक खाद्य पदार्थों की श्रेणी में रखा गया है। इसके अलावा बीफ, शराब, लहसुन, प्याज और तंबाकू तामसिक खाद्य पदार्थ माने जाते हैं। यौगिक डाइट का सेवन करने वाले लोगों का मानना है कि तामसिक खाद्य पदार्थ मन को क्रोध, अंधकार और जड़ता से भर देते हैं और शरीर की सेहत पर भी नकारात्मक असर डालते हैं। योग के एक्सपर्ट्स के मुताबिक यौगिक आहार शुद्धता (सत्व), अहिंसा (अहिंसा) और संतुलित जीवन के योग सिद्धांतों पर आधारित है। इसमें सात्विक गुणों वाले खाद्य को शामिल किया जाता है, जो ऊर्जा को बढ़ाते हैं और मन और शरीर का संतुलन बनाने में आवश्यक होते हैं। राजसिक और तामसिक खाद्य पदार्थ शरीर में विषाक्त पदार्थों की अधिकता का कारण बनते हैं।
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यौगिक डाइट में शामिल खाद्य पदार्थ (Yogic Diet Foods)
यौगिक डाइट का पालन करने वाले लोगों का मानना है कि सात्विक भोजन शरीर के साथ-साथ मन और मस्तिष्क का संतुलन बनाए रखने में फायदेमंद होते हैं। यौगिक डाइट में सात्विक खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है। यौगिक डाइट की शुरुआत करने वाले लोगों को ज्यादा से ज्यादा ताजे फल और करना चाहिए। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सब्जियां पकाने से विटामिन नष्ट हो जाते हैं इसलिए आपको रोजाना ताज़ी और बिना पकी हुई सब्जियों का चाहिए। यौगिक डाइट में साबुत अनाज का सेवन करने की भी सलाह दी जाती है, शरीर में फाइबर जैसे पोषक तत्व और शरीर के मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखने के लिए इनका सेवन जरूरी होता है। शाकाहारी और सात्विक भोजन को प्राथमिकता देने से शरीर और दिमाग दोनों स्वस्थ रहते हैं। यौगिक डाइट का पालन करने वाले लोगों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- साबुत अनाज चुनें - जैसे भूरे चावल, क्विनोआ, जई, बाजरा
- जूस की जगह पर ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें
- प्रसंस्कृत तेल की जगह नारियल के तेल का इस्तेमाल
- फल, सलाद, नट या बीज कच्चे खाने की कोशिश करें
- मांसाहारी खाद्य पदार्थों का सेवन न करें
- भोजन करने की क्षमता से अधिक खाद्य पदार्थों का सेवन वर्जित
- खट्टा, तीखा और कड़वा या मसालेदार भोजन करने से बचें
- प्लांट बेस्ड और शरीर के लिए फायदेमंद माने जाने वाले फैट का सेवन करें
यौगिक डाइट के फायदे (Benefits of Yogic Diet)
सात्विक और शुद्ध और ताजे भोजन के सेवन से शरीर और मन दोनों को शांति मिलती है। यौगिक डाइट में कच्चे और ताजे फलों व सब्जियों के सेवन पर जोर दिया जाता है। शरीर और मन को यौगिक डाइट के सेवन से होने वाले फायदे इस प्रकार हैं।
- ऊर्जावान रखने में मदद करता है
- शरीर के पाचन तंत्र को मजबूती देता है
- मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखने में फायदेमंद
- संतुलित पोषक तत्वों से शरीर को स्वस्थ रखने में फायदेमंद
- पुरानी बीमारियों के खतरे को काम करने में उपयोगी
- मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद
हमें उम्मीद है कि योगियों द्वारा फॉलो की जाने वाली डाइट के बारे में जानकारी देने वाला यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। यौगिक डाइट का पालन कर आप अपने शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रख सकते हैं। यौगिक डाइट की शुरुआत करने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें।
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