दुनिया की शायद ही ऐसी कोई महिला हो, जो बढ़ती उम्र का असर अपनी स्किन पर दिखने देना चाहती हो। अक्सर महिलाएं अपने बढ़ती उम्र के साइन्स को रोकने के लिए एंटी-एजिंग क्रीम का सहारा लेती है। यह एंटी-एजिंग क्रीम ना सिर्फ फाइन लाइन्स और रिंकल्स आदि को लंबे समय तक आने से रोकती हैं, बल्कि आपकी स्किन को अधिक यूथफुल बनाती है, जिससे आप लंबे समय तक जवां नजर आती हैं। हालांकि यह क्रीम कोई जादू नहीं है, बल्कि इसे बनाते समय कुछ ऐसे इंग्रीडिएंट का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे आप स्किन अधिक जवां नजर आती है। इतना ही नहीं, इसके इस्तेमाल के तुरंत बाद असर नजर नहीं आता, बल्कि क्रीम को असर दिखाने में कुछ वक्त लगता है। तो चलिए आज हम आपको उन इंग्रीडिएंट के बारे में बता रहे हैं, जिनका इस्तेमाल इन क्रीम्स में किया जाता है और जो आपको लंबे समय तक जवां बनाए रखने में मदद करेंगे-
झुर्रियों के लिएः रेटिनॉल, विटामिन सी
यदि आपके चेहरे पर फाइन लाइन्स हैं तो आपको ऐसे एंटी-एजिंग क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए, जिसमें रेटिनॉल हो। रेटिनॉल आपकी त्वचा को स्मूद बनाते हैं क्योंकि इसके इस्तेमाल से आपकी त्वचा को अधिक कोलेजन बनाने में मदद मिलती है। वहीं, विटामिन सी वाले प्रॉडक्ट ना सिर्फ फाइन लाइन्स को दूर करने में मदद करते हैं, बल्कि आपकी त्वचा को सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान को भी कम करते हैं। आपको शायद पता न हो लेकिन स्किन पर होने वाली फाइन लाइन्स और झुर्रियों का एक मुख्य कारण सूरज की किरणें भी होती हैं और विटामिन सी युक्त प्रॉडक्ट झुर्रियों को दूर रखने में मदद करते हैं।
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सैगिंग के लिएः पेप्टाइड्स, सेरामाइड्स
उम्र बढ़ने के साथ स्किन में ढीलापन नजर आने लगता है। ऐसे में आपको ऐसे प्रॉडक्ट को चुनना चाहिए, जिसमें पेप्टाइड्स हो। यह स्किन को फिर से फर्म बनाते हैं, जिससे त्वचा में कसाव आता है। पेप्टाइड वास्तव में अमीनो एसिड के समूह हैं जो कोलेजन सहित प्रोटीन बनाने में मदद करते हैं। वहीं स्किन को डेली मॉइश्चर करने के साथ अगर उसे सेरामाइड्स भी दिया जाए तो इससे आपकी स्किन को फिर से वह फैट्स प्राप्त होते हैं, जो उम्र के साथ कहीं खो जाते हैं। इसलिए आप सेरामाइड्स युक्त एंटी-एजिंग प्रॉडक्ट को भी चुन सकती हैं।
अनइवन स्किन टोन के लिएः एएचए व रेटिनोइड्स
एएचए यानी अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाते हैं। जिसके कारण आपके स्किन पर नए स्किन सेल्स आते हैं। डेड स्किन सेल्स के बाहर निकलने के साथ ही आपकी अनइवन स्किन भी दूर हो जाती है। रेटिनोइड भी आपकी स्किन के लिए यही काम करता है। लेकिन अगर आपकी स्किन ड्राई या सेंसेटिव है तो आपको इनका इस्तेमाल जरा संभल और कॉस्मेटोलॉजिस्ट की सलाह पर ही करना चाहिए।
डल स्किन के लिएः एएचए, रेटिनोइड्स
अगर आपकी उम्र अधिक है या आप बहुत अधिक धूम्रपान करते हैं या आपकी स्किन ड्राई है तो आपको डल स्किन होने की संभावना अधिक होती है। स्किन की डलनेस के कारण उम्र वास्तविक से काफी अधिक लगती है। ऐसे में स्किन को मॉइश्चराज करके ही उसे फिर से फर्म लुक दिया जा सकता है। ऐसे में आप ऐसी क्रीम को चुनें, जिनमें अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड और रेटिनोइड हो, यह आपकी स्किन को फिर से ब्राइटन करने में मदद करते हैं।
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ऐसे चुनें सही प्रॉडक्ट
कभी भी किसी एंटी-एजिंग क्रीम में सभी इंग्रीडिएंट को एक समान मात्रा में शामिल नहीं किया जाता। किसी क्रीम में एक इंग्रीडिएंट अधिक मात्रा में होता है और दूसरे ना के बराबर। ऐसे में खुद के लिए सही प्रॉडक्ट चुनना मुश्किल भरा हो सकता है। अगर आप इसमें गलती करते हैं तो इससे आपको स्किन में इरिटेशन या ड्राईनेस की समस्या हो सकती है। इसलिए इन्हें खरीदते समय अपनी स्किन की जरूरत को समझें और फिर उसी के अनुरूप प्रॉडक्ट को चुनें। उदाहरण के तौर पर, शुरूआत में ऐसे प्रॉडक्ट को चुनें, जिसमें रेटिनोल की मात्रा कम हो। आप धीरे-धीरे इसे बढ़ा सकते हैं।
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अप्लाई करने का तरीका
प्रॉडक्ट चुनने के बाद बारी आती है उन्हें अप्लाई करने की। अगर आप विटामिन सी युक्त प्रॉडक्ट का इस्तेमाल कर रही हैं तो उसे सुबह के समय अप्लाई करें। वहीं, रेटिनॉल युक्त प्रॉडक्ट को रात में लगाना चाहिए क्योंकि सूरज की किरणें इसका प्रभाव कम कर सकती हैं। इसी तरह, अगर आपकी रूखी त्वचा है या अगर आप चाहती हैं कि आप अधिक युवा दिखें तो हर दिन मॉइश्चराजइर लगाएं। इससे आपकी स्किन अधिक यूथफुल बनेगी।
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