सेहतमंद रहने और त्वचा को नेचुरली ग्लोइंग बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप डाइट में ज्यादा से ज्यादा फलों और सब्जियों को शामिल करें। जिससे कि आपको सही मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स प्राप्त हो सकें। लेकिन वर्तमान समय में लोगों के पास खुद की सेहत का ख्याल रखने के लिए समय की कमी होती है, ऐसे में खानपान का ख्याल न रखने, तनाव लेने और बिगड़ी लाइफस्टाइल का बुरा असर स्वास्थ्य पर पड़ता है और कई तरह की समस्याएं होने लगती है। त्वचा से जुड़ी समस्याओं को नेचुरली सही करने के लिए आप आयुर्वेदिक उपायों का सहारा ले सकते हैं। आयुर्वेद में शरीर को तीन दोषों वात, पित्त और कफ में विभाजित किया गया है और प्रत्येक दोष का शरीर और त्वचा पर अलग-अलग प्रभाव होता है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) कफ प्रधान त्वचा की देखभाल के लिए क्या करें और क्या नहीं इसके बारे में बता रहे हैं।
कफ प्रकृति के लोगों की त्वचा कैसी होती है? - Kapha Pradhan Dosha Skin Type
कफ प्रधान त्वचा मोटी, सॉफ्ट, ठंडी और चिकनी होती है, इनकी त्वचा में कोलेजन की मात्रा अच्छी होती है। जिसके कारण झुर्रियों की समस्या कम होती है और उम्र के लक्षण जल्दी नजर नहीं आते हैं। कफ प्रधान लोगों की त्वचा में सूजन और जलन की संभावना कम होती है, लेकिन मुंहासे और पिंपल्स की समस्या हो सकती है।
कफ प्रकृति में त्वचा की देखभाल कैसे करें?
1. कफ प्रकृति के लोगों को कम से कम दिन में 2 बाद अपने चेहरे को केमिकल रहित फेश वॉश, नीम-एलोवेरा के पेस्ट या मुल्तानी मिट्टी और हल्दी के मिश्रण से चेहरे को धोना चाहिए। मुल्तानी मिट्टी और हल्दी का मिश्रण त्वचा की गहराई से सफाई करता है और अतिरिक्त तेल को नियंत्रित करता है। वहीं एलोवेरा और नीम में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं।
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2. कफ प्रधान त्वचा वाले लोग एक्सफोलिएशन के लिए घर में बने जौ के स्क्रब या बेसन के स्क्रब का हफ्ते में 2 बार इस्तेमाल कर सकते हैं। बेसन और जौ से बने स्क्रब से त्वचा को हल्के हाथों से स्क्रब करें। इससे मृत कोशिकाएं हटती हैं और त्वचा एक्सफोलिएट होती है। आप जौ और बेसन को पीसकर घर में स्क्रब तैयार कर सकते हैं या बाजार से जौ का दरदरा आटा लाकर भी घर में पानी के साथ मिलाकर स्क्रब तैयार कर सकते हैं।
3. कफ प्रधान त्वचा वाले लोग ऐसे मॉइश्चराइजर का उपयोग करें, जिसमें एलोवेरा हो। इसके अलावा एलोवेरा जेल को सीधे भी त्वचा पर लगा सकते हैं। एलोवेरा जेल त्वचा को हाइड्रेट करता है और सॉफ्ट बनाए रखता है।
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4. कफ प्रधान लोगों के लिए त्रिफला, आंवला जूस और एलोवेरा का सेवन लाभकारी हो सकता है। इनका सेवन करने से त्वचा पर अच्छा असर देखने को मिलेगा। इसके साथ ही ताजे फल और सब्जियां जैसे संतरे, सेब, नींबू, पत्तेदार सब्जियां और अंगूर का सेवन करें। दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, यह त्वचा को हाइड्रेट रखता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।
कफ प्रकृति के लोग क्या न करें?
1. जंक फूड और फास्ट फूड के अलावा तैलीय और मसालेदार भोजन से बचें। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे त्वचा ऑयली हो सकती है और एक्ने की समस्या बढ़ सकती है।
2. केमिकल युक्त ब्यूटी प्रोडक्ट्स के अलावा, अल्कोहल युक्त टोनर और हार्श साबुन का उपयोग न करें। ये त्वचा को अधिक तैलीय बना सकते हैं, जिससे निखार कम हो सकता है।
3. तनाव को कम करने की कोशिश करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि तनाव का सीधा असर त्वचा पर होता है, जिससे त्वचा अधिक तैलीय हो सकती है।
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