आपका तौलिया भी आपको बना सकता है बीमार, एक्सपर्ट से जानें टॉवेल से इंफेक्शन फैलने का कारण और बचाव के टिप्स

आपका रेगुलर तौलिया भी बन सकता है कई तरह की बीमारियों का कारण, जानें किन बीमारियों का रहता है खतरा और  कितने दिन में-कैसे करें तौलिये की सही सफाई।
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आपका तौलिया भी आपको बना सकता है बीमार, एक्सपर्ट से जानें टॉवेल से इंफेक्शन फैलने का कारण और बचाव के टिप्स


हम सब द‍िन में कभी न कभी टॉवेल (तौलिया) का इस्‍तेमाल करते हैं। चाहे आप घर से बाहर जायें या घर पर रहें, अलग-अलग साइज के टॉवेल हमेशा आपके साथ रहते हैं। अब जब तौलिया हमारी ज‍िंदगी का इतना जरूरी ह‍िस्‍सा बन चुका है तो क्‍यों न उसकी भी हाइजीन का ख्‍याल रखा जाये। जब हम तौलिये से अपना शरीर सुखाते या पोंछते हैं तो हमारी बॉडी के जर्म्स (Germs) तौल‍िये पर चिपक जाते हैं। दोबारा उसी तौल‍िये या क‍िसी और के टॉवेल को यूज करने से वो सारे कीटाणु और बैक्टीरिया फ‍िर से इस्तेमाल करने वाले की बॉडी पर आ जाते हैं। कुल म‍िलाकर आप ये समझ ही रहे होंगे क‍ि साफ तौलि‍या हमारे शरीर के ल‍िये क‍ितना जरूरी है। स्‍क‍िन व‍िशेषज्ञ ये मानते हैं क‍ी आपको तौल‍िये को धूप में जरूर सुखाना चाहिये। ऐसा करने से उसमें मौजूद छोटे-बड़े बैक्‍टेर‍िया मर जाते हैं। हालांक‍ि स‍िर्फ धूप द‍िखाना काफी नहीं तो आइये जानते हैं क्‍या है टॉवेल हाइजीन। साथ ही आज हम बात करेंगे ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा से जो हमें बतायेंगे क‍ि तौल‍िया से हमारे शरीर को क्‍या नुकसान हो सकता है और उससे बचने के क्‍या आसान उपाय हैं।

गंदे टॉवेल से हो सकती है बीमारी (How much bacteria is on your towel?)

एक गंदे टॉवेल में कई लाख से ज्‍यादा बैक्‍टेर‍िया हो सकते हैं। ये इस बात पर न‍िर्भर करता है क‍ि आप उसे क‍ितने समय से ब‍िना साफ क‍िये यूज कर रहे हैं। बॉथरूम में टॉवेल रहने से उस पर नमी जम जाती है जो बैक्‍टीरिया को पनपने में मदद करती है। इसल‍िये तौलिये को इस्‍तेमाल के बाद ड्राई रखें।

towel diseases

टॉवेल से होने वाली बीमारियां (Can You Get Diseases From Towels)

कुछ समय के ल‍िये आप तौल‍िये की गंदगी को नजरअंदाज कर सकते हैं पर लंबे समय तक ऐसा करने पर आप पर बैक्‍टेर‍िया और फंगस हमला करना शुरू कर देंगे। हालांक‍ि ऐसा बहुत कम केसों में देखा गया है क‍ि तौल‍िये से बीमार पड़ने के कारण कोई बड़ी बीमारी हुई हो पर हाइजीन बरकरार न रखने पर ऐसा होना कोई बड़ी बात नहीं होगी। MRSA (Methicillin-resistant Staphylococcus aureus) भी इसी तरह की सीर‍ियस कंडीशन मानी जाती है। ये एक तरह का सुपर बग इंफेक्‍शन होता है। अगर आपके शरीर में कोई चोट या फटी त्‍वचा है तो वहां से वायरस या बैक्टीरिया शरीर के अंदर चला जाता है ज‍िससे आपके स्‍किन सेल डैमेज हो सकते हैं। बाहरी परेशानी में आपको दस्‍त की शिकायत भी हो सकती है। इन सब से बचने के ल‍िये इस बात का ध्‍यान रखें क‍ि अगर तौलिये पर क‍िसी तरह का लिक्‍विड लग गया है तो उसे तुरंत गरम पानी में भ‍िगोकर साफ करें। कुछ लोग ज‍िम या वर्कआउट में इस्‍तेमाल किये जाने टॉवेल को ब‍िना धोये दूसरे द‍िन भी यूज कर लेते हैं। ऐसी गलती ब‍िल्‍कुल न करें क्योंकि पसीने में बहुत सारे जर्म्स और बैक्टीरिया होते हैं।

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towel and bacteria

क‍िन लक्षणों से पहचानें टॉवेल इंफेक्‍शन?

डॉ देवेश ने बताया क‍ि अगर आपको तौल‍िया इस्‍तेमाल करने के कुछ समय बाद शरीर पर लाल रंग के चकते या खुजली होती है तो समझ जाइये आपको इंफेक्‍शन हुआ है। ऐसा होने पर दूसरे लोगों से दूर रह‍िये। ये बीमारी एक से दूसरे को हो सकती है। अन्‍य लक्षण में आपको त्‍वचा खींची हुई महसूस होगी। स्‍क‍िन फट जाने से ऐसा होता है। प्रभावि‍त ह‍िस्‍से में दर्द भी उठ सकता है। शरीर में पसीना आने से ये द‍िक्‍कत और बढ़ सकती है। छोटे दाने या रैशेज होने पर एंटीसेप्‍ट‍िक क्रीम लगा सकते हैं। तौल‍िये से शरीर को अच्‍छी तरह पोंछना न भूलें। आपका शरीर ज‍ितना ड्राई रहेगा, बैक्‍टेर‍िया उतने ही कम होंगे।

बाथरूम को भी ड्राई रखने की कोश‍िश करें। नहाने के बाद फर्श पर भरे पानी को वाइपर की मदद से नाली में बहा दें। इससे गंदा पानी जमा नहीं होगा। फंगल इंफेक्‍शन में डॉक्‍टर से ब‍िना पूछे कोई दवा न खायें। इसका उल्‍टा र‍िएक्‍शन भी हो सकता है। अगर आपको लग रहा है क‍ि टॉवेल को इस्‍तेमाल करने से कि‍सी तरह का इंफेक्‍शन या बीमारी हो रही है तो जल्‍द से जल्‍द डॉक्‍टर की सलाह लें। इस तरह के संक्रमण बूढ़े लोगों में ज्‍यादा होता है क्‍योंक‍ि उनकी रोग प्रत‍िरोधक क्षमता कम होती है। ऐसा कोई इंफेक्‍शन होने पर डॉक्‍टर कल्‍चर टेस्‍ट करते हैं।

वैसे तो आप साफ-सफाई रखकर रोग से बच सकते हैं पर गंभीर कंडीशन में आपको भर्ती क‍िया जा सकता है। अक्‍सर हॉस्‍टेल में रहने वाले बच्‍चे फंगल या बैक्‍टेर‍ियि‍ल इंफेक्‍शन का शि‍कार हो जाते हैं इसल‍िये आपको क‍िसी भी दूसरे इंसान से अपना टॉवेल या कपड़े शेयर नहीं करने हैं। अगर आप घर पर हैं तो भी इस बात का ख्‍याल रखें क‍ि अपने फैम‍िली मेंबर से भी आपको संक्रमण हो सकता है।      

कैसे करनी चाहिए टॉवेल की सफाई (What is the best way to wash towels?)

ज्यादातर लोग कपड़ों को रेगुलर धोते हैं पर तौल‍िये को महीने में 1-2 बार ही धोते हैं। ऐसी गलती करने से आपको बचना चाह‍िये।

  • अगर साबुन पानी से तौल‍िया साफ न हो तो और भी कई तरीकों से आप उसे साफ कर सकते हैं। टॉवेल में अगर क‍िसी तरह का गाढ़ा पदार्थ चि‍पका है तो साबुन के साथ एक चम्‍मच बेक‍िंग सोडा म‍िला दें। इससे टॉवेल न‍ सि‍र्फ चमक जायेगा बल्‍क‍ि उसमें खोई चमक भी लौट आयेगी।
  • नींबू को हम ब्‍लीच‍िंग एजेंट के नाम से भी जानते हैं। इसे साबुन के साथ तौल‍िये पर डालें तो खुशबू भी आयेगी और गंदगी भी कटेगी।
  • तौल‍िये पर लगे दाग- धब्बों के ल‍िये नमक बेस्‍ट हैं। एक तौल‍िये में चुटकी भर नमक डालकर धो लें।

इन आसान उपायों से आप टॉवेल को साफ रख सकते हैं। पर केवल तौलि‍ये को साफ रखने से बीमारी दूर नहीं भागेगी आपको अपने बाथरूम की सफाई पर भी गौर करना होगा। इस बात पर ध्‍यान दें की बाथरूम में लगा बेस‍िन और नल अच्‍छी तरह धुला हो। यहां भी कई तरह के बैक्‍टेर‍िया पनप सकते हैं। कमोड पर सबसे ज्‍यादा गंदगी पाई जाती है। हर द‍िन कमोड की सफाई रखें। इसके अलावा आप बाथरूम में लगे पर्दों पर भी ध्‍यान दें। उन्‍हें हर हफ्ते धोकर लगायें। ज‍ितनी सफाई आप बाथरूम में रखेंगे उतना ही आपका शरीर रोग मुक्‍त रहेगा।      

how to wash towels

तौलिये से हो जायें बीमार तो अपनायें घरेलू नुस्‍खे (Easy Home Remedies for Skin Infections Spread by Towel)

  • अगर आपको तौल‍िये से क‍िसी भी तरह का बैक्‍टेर‍ियल या फंगल इंफेक्‍शन होता है तो कई तरीकों से आप उसे ठीक कर सकते हैं। घर में अगर नीम हो आपका काम बन जायेगा। दरअसल नीम में एंटी बैक्‍टेर‍ियल गुण होते हैं इसलिये आप उसे शरीर के उस ह‍िस्‍से में लगा सकते हैं जहां आपको इंफेक्‍शन हुआ है। नीम का पेस्‍ट लगाने के कुछ घंटों बाद ही आपको असर द‍िखना शुरू हो जायेगा।
  • हल्‍दी को ऑल इन वन कहा जाता है। हल्‍दी को पानी के साथ म‍िलाकर पेस्‍ट बना लें या हल्‍दी वाला दूध प‍ीना भी फायदेमंद होता है।        
  • कपूर से भी बहुत सारी स्‍क‍िन disease दूर की जाती है। नार‍ियल के तेल में कपूर को म‍िलाकर गरम कर लें और उससे माल‍िश करें, इससे आपको जल्‍द आराम म‍िलेगा।

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इन तरीकों से स्‍वस्‍थ्‍य रहेगा आपका टॉवेल

  • ड्रायर में तौल‍िया धोने के बाद भी उसे धूप में सुखाना न भूलें। सूरज की यूवी रेज से कई तरह के बैक्‍टेर‍िया अपने आप मर जाते हैं।
  • तौल‍िये को साबुन और गरम पानी में साफ करना बहुत है। आपको अलग से उसमें क‍िसी तरह का ल‍िक्‍विड डालने की जरूरत नहीं है। बाजार में म‍िलने वाली ल‍िक्‍विड आपकी स्‍किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • तौल‍िये से बदबू आ रही हो तो उसमें थोड़ा सा स‍िरका म‍िला सकते हैं।

कई प्रकार की अंजानी बीमार‍ियों से बचने के ल‍िये आपको टॉवेल की साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए। हम टॉवेल को साफ रखकर कई बीमार‍ियों से बच सकते हैं। अगर आपको त्‍वचा में क‍िसी तरह की परेशानी महसूस होती है तो स्‍क‍िन विशेषज्ञ से म‍िलना न भूलें।

Written by Yashaswi Mathur

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