विटामिन डी सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद और जरूरी होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने और उसे हेल्दी रखने में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यही नहीं, यह एक प्रकार का सॉल्यूबल विटामिन है, जो शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस को अवशोषित करने में मदद करता है। कई लोगों के मन में यह भ्रम रहता है कि विटामिन डी विटामिन है भी या नहीं। चलिए एम्स की न्योरोलॉजी डिपार्टमेंट की डॉ. प्रियंका सहरात से जानते हैं कि क्या विटामिन डी वाकई विटामिन है या फिर नहीं।
क्या विटामिन डी वाकई विटामिन है?
डॉ. प्रियंका सहरावत की मानें तो विटामिन डी विटामिन नहीं है, बल्कि एक प्रकार का हार्मोन है, जो हार्मोन की परिभाषा में फिट बैठता है। जो सूरज की किरणों के संपर्क में आने से शरीर में सिंथेसाइज होता है। तो सूरज के संपर्क में आने से यह किरणें नई स्किन सेल्स को बनाने में मदद करती हैं। अगर आपकी शरीर में विटामिन डी की कमी है तो ऐसे में हड्डियों से जुड़ी समस्याएं होने के साथ ही साथ हड्डियों की ग्रोथ भी नहीं होती है। यह किडनी और लिवर पर भी अच्छा असर करता है।
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विटामिन डी की कमी से होने वाली समस्याएं
- विटामिन डी की कमी होने पर आपको हड्डियों में दर्द और मांसपेशियों में कमजोरी होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- विटामिन डी की कमी होने पर आपकी बोन डेंसिटी कम होने के साथ ही ओस्टियोपोरोसिस का भी खतरा कम होता है।
- इस स्थिति में आपको हमेशा थकान या फिर सुस्ती बनी रहने जैसी समस्या हो सकती है।
- इस स्थिति में शरीर में दर्द होने जैसी समस्या भी हो सकती है।
विटामिन डी की कमी होने के कारण
- विटामिन डी की कमी होने के पीछे मोटापा और खराब लाइफस्टाइल जैसे कारण जिम्मेदार होते हैं।
- अगर शरीर विटामिन डी को ठीक से अवशोषित नहीं कर पा रही है तो भी विटामिन डी की कमी हो सकती है।
- वेट लॉस सर्जरी और कुछ मेडिकेशन लेने से भी यह समस्या हो सकती है।
- किडनी और लिवर से जुड़ी समस्या होने पर भी आपको विटामिन डी की समस्या हो की है।