
International Yoga Day को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल से उनके कई एनिमेटेड वीडियो जारी किये जा रहे हैं। जिनके जरिये वह लोगों में योग के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं और विभिन्न योगाभ्यासों को करने का सही तरीका व फायदों के बारे में विस्तृत रूप से बता रहे हैं। इन योगा सीरीज में अब त्रिकोणासन, ताड़ासन और वृक्षासन जैसे अभ्यासों के बारे में बता चुके हैं। पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से हाल में ही उनका एक नया एनिमेटेड विडियो जारी किया गया है, जिसमें वह उष्ट्रासन करने के सही तरीके और फरयदों के बारे में बता रहे हैं। आइए आप भी इस वाडियों के पीएम मोदी के साथ जानिए उष्ट्रासन के फायदे।
Ustrasana is wonderful for your health.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 10, 2019
Practising this Asana regularly will strengthen the back, shoulders and improve flexibility.
Learn this Asana and make it an integral part of your daily Yoga routine. #YogaDay2019 pic.twitter.com/s6btN9wGIj
क्या है उष्ट्रासन
उष्ट्र एक संस्कृत का शब्द है, जिसका अर्थ होता है ऊंट और आसान अर्थात मुद्रा। यानि कि उष्ट्रासन में शरीर की स्थिति ऊंट के समान होती है। उष्ट्रासन को कैमल पोज भी कहते हैं। इस आसान को करने के लिए शरीर को पीछे की ओर झुकाना पड़ता है। इससे आपके शरीर में लचीलापन आता है और हृदय चक्र को खोलने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह अन्य योग के समान आपके मन को शांत कर क्रोध को दूर करने में और शक्ति बढ़ाने में मददगार होता है।
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उष्ट्रासन करने का तरीका
- उष्ट्रासन करने के लिए आप सबसे वहले वज्रासन यानि कि घुटनों के बल पर बैठ जाएं। शरीर को बिलकुल सीधा रखते हुए, अपने दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रख लें।
- अब वज्रासन से अर्ध उष्ट्रासन की ओर बढ़ें। इसके लिए आप धीरे-धीरे अपने घुटनों के बल पर खड़े हों और अपने दानों हाथों को कमर पर ऐसे रखें कि आपकी उंगलियां जमीन की ओर हों।
- आपके कंधे और कोहनी समान्तर हो व आपके जांघे जमीन से 90 डिग्री पर हों।
- अब धीरे-धीरे सांस अंदर लेते हुए पीछे की ओर झुकें। आप सिर को इतना पीछे झुकाएं कि आपको आपकी गर्दन की मांसपेशियों पर खिंचाव महसूस हो। इसे अर्ध उष्ट्रासन कहते हैं।
- अब आप अर्ध उष्ट्रासन से उष्ट्रासन की ओर बढ़ने के लिए धीरे-धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ते हुए और अपने दाहिने हाथ को दाहिने पैर की एड़ी व बांए हाथ को बाएं पैर की एड़ी को पकड़े। ध्यान रखें पीछे झुकते समय गर्दन को झटका न लगे।
- अब सामान्य रूप से सांस ले और छोड़े। आप इस स्थिति में कम से कम 10 से 20 सेकेंड़ के लिए रहें और फिर सामान्य यानि वज्रासन की स्थिति में आ जाएं।
उष्ट्रासन के फायदे
- उष्ट्रासन करने से आपके पीठ और गर्दन की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
- उष्ट्रासन करने से आपके सिर और सीने में रक्त संचार बेहतर रूप से होता है।
- इस आसन को करने से आंखों की रौशनी में सुधार होता है।
- उष्ट्रासन करने से शरीर की अतिरिक्त चर्बी को दूर करने में मदद मिलती है। यह आपके पेट व कूल्हों की चर्बी को तेजी से कम करता है।
- उष्ट्रासन को नियमित रूप से करने से आप एक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
सावधानियां
जिन्हें चक्कर आना, हार्निया, या गटिया रोग की शिकायत हो, वह लोग यह आसन न करें।
इसके अलावा यदि आप हाईब्लड प्रेशर, पेट में चोट या हृदय रोगी है, तो आप इस आसन को करने से बचें।
इसके अलावा गर्भवती महिलाएं भी इस आसन को न करें।
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