शिशुओं में पाचन तंत्र धीरे-धीरे विकसिक होता है, जिस कारण उनमें एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्या बनी रहती है। दूध पीने के दौरान शिशुों के पेट में हवा भी भर जाती है, जिस कारण उनके पेट में गैस बन जाती है। पेट में गैस बनने की वजन से बच्चे अक्सर रोने लगते हैं। कई बार माता-पिता उनकी समस्या को समझ नहीं पाते हैं, जिस कारण उनके अंदर चिड़चिड़ापन हो जाता है। ऐसे में पीडियाट्रिशियन डॉ. अर्पित गुप्ता ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके शिशुओं को गैस की समस्या से राहत दिलाने के कुछ उपायों को शेयर किया है।
शिशु में एसिडिटी के लिए कौन सी एक्सरसाइज बेस्ट है? - What Movements Help Babies Pass Gas in Hindi?
शिशु में एसिडिटी की समस्या से राहत दिलाने के लिए आप उनके पेट के निचले हिस्से पर अपनी दो उंगलियों को हल्के से रखें। अब उनके दोनों पैरों को पकड़ें और गोलाकर गति में धीरे-धीरे घुमाएं। शिशु के पेट को अपनी उंगलियों को दबाते हुए बच्चे के पैरों को तब तक घुमाएं जब तक आपके बच्चे को इसमें मजा आ रहा हो।
शिशुओं को एसिडिटी से राहत दिलाने के लिए क्या करें? - What To Do To Get Relief Babies From Acidity in Hindi?
- अपने बच्चे को दूध पिलाने के दौरान और बाद में उनके पेट में मौजूद हवा को बाहर निकालने के लिए उन्हें डकार दिलाएं।
- शिशु को दूध पिलाते समय और उसके बाद उन्हें थोड़ी देर सीधा रखने की कोशिश करें।
- बच्चे के पेट से गैस निकालने के लिए सर्कुलेशन मोशन में उनके पेट की मसाज करें।
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- शिशु को एक ही पॉजीशन में फीड करवाने से बचें। आप बच्चे को सीधा पकड़ने या फीडिंग तकिये का उपयोग भी कर सकते हैं।
- अगर आप शिशु को स्तनपान करवाती हैं, तो अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल न करें, जिससे आपको या शिशु को एसिडिटी की समस्या हो।
- बोतल से दूध पीने वाले शिशुओं को दूध पिलाते समय आप ध्यान रखें कि उनके निप्पल का छेद शिशु के उम्र के अनुसार हो। ताकि दूध पीने के दौरान हवा उनके पेट में न जा पाए।
- अगर शिशु में एसिडिटी की समस्या गंभीर हो और उसके कारण उन्हें सांस लेने में दिक्कत या पेट में दर्द का ज्यादा अनुभव हो, तो अपने हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर परामर्श करें।
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शिशुओं में एसिडिटी की समस्या होना आम है, लेकिन इसे छुटकारा दिलाने के लिए आप अपने शिशु की सही देखभाल करें।
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