इस दिवाली हम सभी को कई परेशानियों के बीच रहने की एक मजबूरी है, जिसमें एक तरफ कोरोना वायरस का प्रकोप है तो दूसरी ओर बढ़ते प्रदूषण का खतरा। ऐसे में बच्चें दिवाली के मौके पर पटाखों की जिद करते हैं, जो इस बार शायद ही पूरी हो पाए। पैरेंट्स के लिए ये एक चुनौती के रूप में है कि वो अपने बच्चों के पटाखों वाली जिद को कैसे पूरा करें वो भी इस महामारी के दौर में। हम सभी ये अच्छी तरह जानते हैं कि प्रदूषण को रोकने के हम पटाखों को कम से कम इस्तेमाल करने की कोशिश करते हैं, लेकिन ये चीज बच्चों को समझाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इसके लिए अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम आपको इस लेख के जरिए बताएंगे कि कैसे आप अपने बच्चे को पटाखों की जिद से दूर रख सकते हैं और उन्हें कैसे इन चीजों के बारे में समझा सकते हैं।
प्रदूषण को लेकर जागरूक करें
बच्चे अक्सर दिवाली के मौके पर नए कपड़े पहनकर पटाखे जलाने के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन माता-पिता की ये जिम्मेदारी होनी चाहिए कि उन्हें कैसे बढ़ते प्रदूषण के बीच रोका जाए और उन्हें पटाखों को जलाने से मना किया जाए। तो इसके लिए आपके पास एक बेहतरीन मौका है आप अपने बच्चे को अभी से प्रदूषण के बारे में जानकारी दें। उन्हें बताएं कि पटाखा जलाने से प्रदूषण का स्तर बढ़ता है जिस कारण कई लोगों को सांस संबंधित और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बच्चों को बताए कि जब हम पटाखों को जलाने से रोकते हैं तो इससे कई लोग खुली सांस ले पाते हैं और कई स्वास्थ्य बीमारियों से बचे रहते हैं। इसलिए हमे पटाखों को जलाने से बचना चाहिए और दूसरों को भी रोकना चाहिए।
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जलने के बारे में जानकारी दें
बच्चों को इस बात की जानकारी देना बहुत जरूरी होता है कि उन्हें पटाखों को जलाने के दौरान चोट लग सकती है। आप अपने बच्चों को बताएं कि पटाखा जलाने के कारण उनकी त्वचा भी जल सकती है जिसके कारण लंबे समय तक उन्हें घर और इलाज के दौर से गुजरना पड़ेगा। इसके अलावा आंखों पर किस तरह का प्रभाव पड़ता है इसकी जानकारी आप अपने बच्चों को जरूर दें और उन्हें बताएं कि इसलिए हमे पटाखों से दूरी बनानी चाहिए।
पटाखा जलाने बैन होने का कारण बताएं
ये तो आप सभी जानते हैं कि पटाखों को जलाने को सरकार ने क्यों बैन किया हुआ है, इसके पीछे की जानकारी आप अपने बच्चों को दें। आप अपने बच्चों को बताएं कि पहले सभी लोग पटाखा जलाया करते थे जिसके कारण दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता था। जिसकी वजह से कई लोगों को अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ता था। इसलिए सरकार ने इस तरह के पटाखों पर बैन लगा दिया है जो प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं। इसकी जगह सरकार ग्रीन पटाखों को जलाने की सलाह देती हैं।
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ग्रीन पटाखें दिलााएं
अगर आपका बच्चा दिवाली के मौके पर किसी भी चीज को न समझते हुए पटाखों की जिद करता है और तो आप उनके लिए ग्रीन पटाखे दिलाएं। जिससे वो आसानी से जलाकर और कम प्रदूषण के साथ दीवाली को अच्छी तरह से मनाएं। आप अपने बच्चों को बताएं कि दीवाली के दौरान ग्रीन पटाखे कैसे उनके और दूसरों के लिए सुरक्षित होते हैं और उन्हें बताएं कि ये प्रदूषण के स्तर पर किसी तरह का ज्यादा प्रभाव नहीं डालता। इस तरह अपने बच्चों को समझाते हुए आप उन्हें कम प्रदूषण फैलाने वाले और ग्रीन पटाखे दिलाएं। जिससे वो भी दिवाली पर इन पटाखों को जलाकर दीवाली को बेहतर मनाएं।
इस लेख में बच्चों को पटाखों से दूर रखने और पटाखों के बारे में जानकारी देने के बारे में बताए गए तरीके हैं, इसकी मदद से आप अपने बच्चों को पटाखों की जिद से आसानी से दूर रख सकते हैं।
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