
Nutrients To Improve Egg Quality: आजकल हम देखते हैं, कि बहुत सी महिलाएं अपने काम और करियर के चलते जल्दी प्रेगनेंसी प्लान करने से बचती हैं। लेकिन अक्सर महिलाओं के साथ यह समस्या देखने को मिलती है, कि जब वे बाद में गर्भधारण की कोशिश करती हैं, तो वे प्रेग्नेंट नहीं हो पाती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, उनकी प्रजनन क्षमता कम होने लगती है। साथ ही उम्र के साथ उनके अंडों की गुणवत्ता भी खराब होने लगती है। प्रजनन क्षमता और अंडों की गुणवत्ता कम होने के पीछे सबसे आम कारण हैं, खराब खानपान और जीवनशैली की खराब आदतें। बढ़ती उम्र के साथ यह बहुत जरूरी है, कि आपका खानपान सही हो। स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें, साथ ही अनहेल्दी फूड्स, शराब, स्मोकिंग आदि से परहेज करें।
संतुलित आहार को फॉलो करके आप प्रजनन क्षमता और गुणवत्ता को बनाए रख सकती हैं। अगर आपको गर्भधारण में परेशानी हो रही है, तो कुछ जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स को डाइट में शामिल करके भी आप अंडों की गुणवत्ता में सुधार कर सके हैं। डायटीशियन मनप्रीत कालरा की मानें, तो ऐसे कई जरूरी पोषण तत्व हैं, जो अंडों क्वालिटी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इस लेख में हम आपको ऐसे 5 जरूरी पोषक तत्व बता रहे हैं, जो महिलाओं की प्रजनन अंडों की क्वालिटी बेहतर बनाते हैं।
महिलाओं में अंडों की बेहतर क्वालिटी के लिए जरूरी पोषक तत्व- Nutrition To Improve Egg Quality In Females In Hindi
1. ओमेगा-3 (Omega-3)
यह पोषक तत्व अंडों की गुणवत्ता में सुधार करता है, हार्मोन्स के उत्पादन को रेगुलेट करता है और प्रजनन अंगों को में ब्लड फ्लो को कम करता है। रोजाना हमें अपनी डाइट से 200-300mg डीएचए (DHA) ओमेगा-3 जरूर लेना चाहिए। अलसी के बीज, चिया सीड्स, अखरोट और फैटी फिश जैसे साल्मन, मैकरेल आदि में ओमेगा-3 फैटी एसिड अच्छी मात्रा में मौजूद होता है।
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2. कैल्शियम (Calcium)
यह उन हार्मोन्स को रेगुलेट करने में मदद करता है, जो फर्टिलिटी, ओव्युलेशन और अंडों के परिपक्व होने के लिए जरूरी होते हैं। इसलिए यह सलाह दी जाती है, कि रोज 800 से 1000 mg कैल्शियम डाइट से जरूर प्राप्त करना चाहिए। गाय का दूध, दूध से बने अन्य उत्पाद जैसे दही, पनीर, छाछ आदि में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है। आप इन्हें डाइट में शामिल कर सकते हैं।
3. आयरन (Iron)
यह ओवरी में अंडे वाले रोम के विकास और परिपक्वता में मदद करता है और समय से पहले भ्रूण के विकास के जोखिम को कम करता है। महिलाओं को दैनिक अपनी आहार से 21 से 35 ग्राम आयरन जरूर लेना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां, काली किशमिश, खजूर, अनार, चुकंदर आदि में आयरन भरपूर मात्रा में होता है।
4. विटामिन बी12 (Vitamin B12)
यह विटामिन हार्मोन को संतुलित करके और फॉलिकल्स को ठीक से विकसित करके स्वस्थ ओव्यूलेशन को बढ़ावा देता है। महिलाओं के लिए इसकी दैनिक खपत 2.4 mcg है। दूध और दूध से बने उत्पाद, सब्जियों, अंडे, चिकन, मीट आदि में यह अच्छी मात्रा में मौजूद होता है।
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5. चेस्टबेरी (Chasteberry)
प्राकृतिक पूरक जो हार्मोन को नियंत्रित करते हैं और प्रजनन क्षमता और मासिक धर्म चक्र में सुधार करते हैं। यह प्रोजेस्टेरोन के स्तर को बढ़ाकर ओव्यूलेशन को भी बढ़ावा दे सकता है। महिलाओं को रोजाना अपनी डाइट में 20-40 mg चेस्टबेरीन जरूर शामिल करनी चाहिए।
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