
Hrithik Roshan in Depression: बॉलीवुड के सबसे हेल्दी और फिट एक्टर ऋतिक रोशन ने अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर बड़ा खुलासा किया है। एक पॉडकास्ट के दौरान ऋतिक रोशन ने बताया कि वो एक फिल्म की शूटिंग के दौरान डिप्रेशन का शिकार हो गए थे। एक्टर ऋतिक रोशन ने कहा कि फिल्म वॉर की शूटिंग के दौरान एक गलती की वजह से उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था। एक्टर ने बताया कि फिल्म शूटिंग के दौरान वो पूरी तरह से तैयार नहीं थे, लेकिन परफेक्शन चाहते थे। शूटिंग के दौरान परफेक्शन पाने के लिए उन्होंने अपनी सेहत को नजरअंदाज किया। सेहत को नजरअंदाज करने की वजह से उन्हें डिप्रेशन जैसे कुछ लक्षणों को झेलना पड़ा। आइए जानते हैं डिप्रेशन के लक्षण और इससे उबरने के लिए एक्टर ने क्या किया?
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किस तरह के डिप्रेशन से जूझ रहे थे ऋतिक रोशन?
एक्टर ने बताया कि वो एड्रेनल फटीग का सामना कर रहे थे। ये समस्या तब होती है जब शरीर में एड्रेनल ग्लैंड का संतुलन बिगड़ जाता है। एड्रेनल ग्लैंड हमारे शरीर में कुछ खास तरह के हार्मोन को रिलीज करता है, जिससे शरीर और दिमाग का स्ट्रेस खत्म करने में मदद मिलती है। इसके विपरीत एड्रिनल ग्लैंड सही तरीके से काम नहीं कर पाता है तो ये अत्यधिक तनाव और अवसाद का कारण बन सकता है।
ऋतिक रोशन ने महसूस किए डिप्रेशन के ये लक्षण
- मानसिक और शारीरिक तौर पर अस्वस्थ महसूस होना
- अगला दिन होगा या नहीं इस बात का डर सताना
- जिम ट्रेनिंग या एक्सरसाइज न कर पाना
- जिंदगी के खत्म होने का डर महसूस होना।
डिप्रेशन से कैसे उबरे ऋतिक रोशन?
पॉडकास्ट में ऋतिक रोशन ने बताया कि डिप्रेशन से उबरने के लिए किसी खास दोस्त या डॉक्टर की मदद नहीं ली। एक्टर ने कहा कि उन्होंने डिप्रेशन से लड़ने के लिए हेल्थ और काम के बीच एक संतुलन बनाया। काम, सेहत और खानपान के बीच संतुलन बनाने के बाद उन्हें न सिर्फ डिप्रेशन से उबरने में मदद मिली।
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डिप्रेशन से बचने के लिए क्या करें?
डिप्रेशन जैसी गंभीर आपको कभी प्रभावित न करें इसके लिए प्रतिदिन 20 से 30 मिनट तक मेडिटेशन करें। रोजाना मेडिटेशन करने से दिमाग को शांति मिलती है और आपको ध्यान केंद्रित करने में भी परेशानी नहीं होती है।
कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि रोजाना थोड़ी देर म्यूजिक सुनने से दिल और दिमाग को राहत मिलती है। म्यूजिक सुनने से हैप्पी हार्मोन को रिलीज करने में मदद मिलती है।
कई शोध में यह बात सामने आई है कि जो लोग अपने पास पालतू जानवर रखते हैं, वह मानसिक स्तर पर ज्यादा मजबूत होते हैं। पालतू जानवर के आसपास होने से दिमाग को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
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