
चिकनपॉक्स के होते ही अगर नीम का इस्तेमाल कर लिया जाये तो चिकनपॉक्स का इलाज करने और इसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए यह सबसे बेहतरीन औषधि है।
चिकनपॉक्स यानी चेचक की बीमारी काफी तेजी से फैलती जा रही है। इससे बचाव के नाम पर सबकी जुबान पर एक ही नाम आता है नीम। माना जाता है कि चिकनपॉक्स का इलाज नीम से आसानी से किया जा सकता है। वैसे तो चेचक के इलाज के लिए इंजेक्शन उपलब्ध हैं। लेकिन घरेलू इलाज के तौर पर नीम काफी बेहतर इलाज है। नीम चिकनपॉक्स को बढ़ने से रोकने के लिए एक बेहतरीन औषधि का काम करता है। यदि चेचक की शुरुआत में ही इस घरेलू औषधि का इस्तेमाल कर लिया जाये तो इसे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने से इसे रोका जा सकता है।
चिकनपॉक्स एक ऐसा रोग है जिसका संक्रमण हवा में भी फैल सकता है। चिकनपॉक्स पीड़ित से किसी दूसरे तक आसानी से जा सकता है। इसलिए इस रोग में काफी सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। चिकनपॉक्स होने पर शरीर पर लाल रंग के छोटे-छोटे दाने निकलने लगते है। ये किसी भी पीड़ित पर करीब 10 से 15 दिन तक रहते हैं। लेकिन इस रोग से पड़े दाग बहुत जल्दी ठीक नहीं होते। पीड़ित के स्वस्थ होने के कुछ महीने बाद भी ये दाग शरीर पर रह जाते हैं। उसके दाग को दूर करने के लिए भी नीम का सहारा लिया जाता है। आइए जानते हैं कि चेचक में नीम का इस्तेमाल किस तरीके से किया जाए कि जल्द से जल्द इस रोग से छुटकारा मिल सके।
नीम की पत्तियों का पानी फायदेमंद
चिकनपॉक्स से पीड़ित लोगों को नीम की पत्तियों के पानी से नहाना चाहिए। इसके लिए आपको गुनगुने पानी में नीम की पत्तियां डालकर उसे 10 मिनट तक छोड़ दें। इसके बाद आप इस पानी से नहा सकते हैं।
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नीम का पेस्ट
चेचक के रोग में आप नीम का कई तरीकों से इस्तेमाल कर अपने आपको जल्द स्वस्थ कर सकते हैं। आप नीम की पत्तियों का पेस्ट बना कर अपने शरीर पर लगा सकते हैं। इससे आपके चेचक को दूर होने में आपकी मदद मिलेगी। इसके साथ ही ये शरीर में फैले संक्रमण को मारने का काम करता है। हालांकि इससे त्वचा में खुजली हो सकती है, लेकिन त्वचा के इलाज के लिए बहुत अच्छा तरीका है। नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल तत्व होते हैं जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
नीम की पत्तियों पर सोना
कई एक्स्पर्ट्स का मानना है कि चेचक से पीड़ित लोगों को नीम की पत्तियों पर सोना चाहिए। इससे नियमित रूप से करने पर चेचक की खुजली और दागों से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
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चिकनपॉक्स के लक्षण क्या है?
- चिकनपॉक्स एक ऐसी बीमारी है जो एक शख्स से दूसरे शख्स में फैल सकती है। इससे बचने के लिए पीड़ित से दूरी बनानी बहुत जरूरी है।
- चेचक यानी चिकनपॉक्स के रोग में पूरी शरीर में चकत्ते और लाल दाने निकलने लगते हैं। इन दानों में हल्की खुजली रहती है।
- दानों में पस पड़ने लगे और दाने उभरने लगे तो आप समझ जाएं कि ये चिकनपॉक्स के लक्षण हैं।
- शरीर में तेज दर्द रहने लगता है और जकड़न महसूस होती है।
- लगातार बुखार रहने लगता है।
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