
एक महिला के लिए प्रेग्नेंसी बहुत सेंसिटिव समय होता है। महिलाओं को इस दौरान अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए ताकि वह और उसके गर्भ में पल रहा उसका शिशु पूरी तरह स्वस्थ रहे। इतनी सावधानियों के बावजूद, महिलाओं को नौ महीने के इस सफर में किसी न किसी तरह की समस्या हो जाती है। इन्हीं में एक है फंगल इंफेक्शन। ऐसे में प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए यह जानना जरूरी है कि यह समस्या कैसे होती है, इससे कैसे बचा सकता है और इस समस्या के होने पर क्या उनका बच्चा प्रभावित हो सकता है? इस संबंध में दिल्ली के पंचशील स्थित मैक्स मल्टी स्पेशलिटी सेंटर की एसोसिएट डायरेक्टर-डर्मेटोलॉजी, लेजर और एस्थेटिक मेडिसिन त्वचा विज्ञान डॉ. अजिता बगाई कक्कड़ विस्तार से बता रही हैं।
फंगल इंफेक्शन की वजह
फंगल संक्रमण कोई भी बीमारी या स्थिति है, जो आपको फंगस से होती है। फंगल संक्रमण यानी इंफेक्शन होने पर त्वचा, बालों, नाखून प्रभावित होते हैं। हालांकि, यह फेफड़ों और शरीर के अन्य हिस्सों को भी संक्रमित कर सकता है। यदि व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है, तो उसे फंगल इंफेक्शन आसानी से हो जाता है। यही कारण है कि प्रेग्नेंट महिलाएं फंगल इंफेक्शन की चपेट में आसानी से आ जाती हैं। इस तरह की समस्या होने पर एंटिफंगल दवाओं का उपयोग इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ओरल दवाईयां लेना सही विकल्प नहीं होता है। ओर मेडिसिन लेने से गर्भवती महिला के पेट में पल रहे बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है, उसे जन्मजात बीमारियां हो सकता हैं या फिर बचपन से ही उसके शरीर का कोई अंग कमजोर या अविकसित रह सकता है। यही नहीं, कुछ गंभीर मामलों में, ओर मेडिसिन लेने की वजह से बच्चा मृत पैदा हो सकता है। डॉक्टर्स प्रेग्नेंट महिला की स्थिति देख, उसे कुछ मेडिसिन सजेस्ट कर सकते हैं। हालांकि, ऐसा अंतिम रूप में ही किया जाता है।
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एंटी फंगल इंफेक्शन का इलाज
प्रेग्नेंसी में फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए प्रॉपर ट्रीटमेंट किया जाता है। इसके लिए कम से कम 6 से 8 सप्ताह तक का समय लग सकता है। अगर ओरल मेडिसिन न दी जाए, तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए और भी समय लग सकता है। खैर, आप कुछ तरीकों को आजमाकर इस समस्या से बचे रह सकते हैं।
एरिया क्लीन और ड्राई रखें
फंगल इंफेक्शन, किस जगह है, यह बात मायने रखती है। फंगल इंफेक्शन जिस भी एरिया में हो रहा है, उसे क्लीन रखना जरूरी है। इसी तरह इस समस्या से बचे रहने के लिए भी जरूरी है कि आप खुद को साफ-सुथरा रखें। पानी में ज्यादा न जाएं। खासकर प्रेग्नेंसी महिलाओं को इन बातों को अमल में जरूर लाना चाहिए।
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एंटिफंगल डस्टिंग पाउडर लगाएं
प्रेग्नेंट महिलाओं को इंफेक्टेड एरिया में एंटिफंगल डस्टिंग पाउडर का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर उन्हें इस तरह की समस्या पहले भी हुई है, तब तो उन्हें कॉन्शस रहना चाहिए। साथ ही डॉक्टर को अपनी मेडिकल हिस्ट्री बतानी चाहिए ताकि वे पहले से ही जरूरी उपाय बता सके।
सिंथेटिक कपड़ों से बचना चाहिए
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को ढीले-ढाले और खुल्ले कपड़े पहनने चाहिए। विशेषकर गर्मी के मौसम में पसीना और अन्य समस्याएं काफी ज्यादा हो जाती हैं। ऐसे में इंफेक्शन का खतरा और बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि प्रेग्नेंट महिलाएं अपने कपड़ों का विशेष ध्यान रखें। सिंथेटिक कपड़े न पहनें। सूती कपड़ों को प्राथमिकता दें। इस तरह आप फंगल इंफेक्शन से तो बच सकेंगे, साथ ही अगर किसी प्रेग्नेंटी महिला को यह समस्या है, तो ढीले कपड़े पहनने से उसके संक्रमण में सुधार आने की संभावना बढ़ेगी।
यौन संपर्क से बचें
अगर आपको फंगल इंफेक्शन गुप्तांग में है, तो जरूरी है कि आप यौन संपर्क से बचें। इसके अलावा, जो भी जरूरी स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें और उनकी बताई हुई सलाह पर अमल करें। असल में, इंफेक्शन में सेक्स करने की वजह से संक्रमण की स्थिति बिगड़ सकती है। साथ ही आपके पार्टनर को भी यह इंफेक्शन हो सकता है।
नियमित चेकअप करवाएं
फंगल इंफेक्शन होने पर जरूरी है कि आप प्रॉपर ट्रीटमेंट लें। इसके लिए आप अपने त्वचा विशेषज्ञ या स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें। अपनी स्थिति को विस्तार से बताएं। ऐसा करके न सिर्फ आप समस्या से जल्दी निपट सकेंगे बल्कि इसके दोबारा होने के चांसेस भी कम हो जाएंगे।
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