
होली का हुड़दंग कहीं आपके त्वचा, बालों और आंखों को नुकसान न पहुंचाए इसलिए इस होली इन टिप्स को अपनाएं और अपने साथ-साथ दूसरों की सेहत का भी ख्याल रखें।
होली और रंग एक दूसरे के पर्याय हैं। भारत ही नहीं, दुनियाभर में होली का त्यौहार अपने रंगीनपने के लिए फेमस है। हर साल हजारों विदेशी सैलानी होली पर भारत सिर्फ रंग खेलने आते हैं। रंगों के इस स्पेशल त्यौहार में कई बार छोटी-छोटी असावधानी और गलतियों के कारण कई परेशानियां हो जाती हैं। दरअसल बाजार में बिकने वाले बहुत सारे सस्ते रंगों में हानिकारक केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है। रंग खेलते समय बहुत सी महत्वपूर्ण बातों पर लोगों का ध्यान नहीं जाता, जिनसे कई बार त्वचा की गंभीर समस्याएं भी खड़ी हो जाती हैं। आपकी थोड़ी सी मौज-मस्ती और असावधानी आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती है।
होली में त्वचा पर होने वाली आम समस्याएं
• त्वचा में जलन
• ड्राईनेस
• त्वचा पर दाने, चकत्ते आदि उभरना
होली पर होने वाली इन त्वचा समस्याओं से आप कैसे बच सकते हैं, इसके लिए न्यू लुक कास्मेटिक स्किन व हेयर क्लीनिक के डाक्टर प्रीतम पंकज कहते हैं कि कलर्स के ज्यादा प्रयोग से स्किन ड्राई हो जाती है। यही कारण है कि बहुत से रसायन त्वचा की अंदरूनी सतह में पहुंच जाते हैं और नुकसान पहुंचाते हैं। होली में इस्तेमाल किये जाने वाले रंगों में मौजूद केमिकल्स के कारण ही त्वचा में जलन, चकत्ते, एक्ज़ीमा जैसी समस्याएं हो जाती हैं।
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होली खेलते समय जरूरी सावधानियां
• अच्छी गुणवत्ता वाले रंगों का प्रयोग करें।
• परमानेंट रंगों से दूर रहें क्योंकि इनमें डाई होती है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचाती है।
• पानी में घुलनशील रंगों का प्रयोग करें।
• गोल्डन व सिल्वर पेंट और रंगों का प्रयोग न करें, ये त्वचा के लिए बहुत खतरनाक होते हैं।
• अधिकतर सूखे रंगों में सिलिका के तत्व होते हैं जो आपकी त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए सूखे और चमकीले रंगों का प्रयोग बिल्कुल न करें।
• रंगों से एलर्जी भी हो सकती है।
• रंगों के अत्यधिक प्रभाव से बाल रूखे और बेजान हो सकते हैं, इसलिए बालों पर इसे न डालें।
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आंखों का रखें विशेष ख्याल
हमारी आंखें बहुत सेंसिटिव होती हैं। ऐसे में अगर केमिकलयुक्त रंग आंखों में चला जाए, तो परमानेंट डैमेज भी हो सकता है। इसलिए होली खेलते समय आंखों का विशेष ख्याल रखें। अपने आंखों को बचाएं और दूसरों के आंखों में भी सूखा-गीला रंग डालने से बचें।
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प्राकृतिक रंगों से खेलें होली
पुराने समय में होली के लिए प्राकृतिक रंगों का प्रयोग होता था, जिनसे त्वचा को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचता था, लेकिन आज रंगों में भारी मात्रा में मिलावट हो रही है। ऐसे में रंगों को खरीदते समय थोड़ी सावधानी बरतें। रंगों को खरीदने से पहले उनकी जांच कर लें, आप जिन रंगों का प्रयोग कर रहे हैं वो पाउडर जैसे होने चाहिए, दानेदार या खुरदरे नहीं होने चहिए।
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