होली पर रंग की हुड़दंग और मस्ती कई बार लोगों के लिए भारी पड़ जाती है। होली पर चेहरे पर रंग और गुलाल लगाने की परंपरा हमेशा से रही है। मगर आजकल बाजार में हानिकारक केमिकल्सयुक्त रंग आ गए हैं, जो त्वचा के साथ-साथ सेहत के लिए भी नुकसानदायक होते हैं। ऐसे में अगर ये रंग और गुलाल आपके आंख, नाक या कान में चले जाएं, तो कई बार परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में इन नाजुक अंगों में रंग जाने पर आपको क्या करना चाहिए, बता रहे हैं सिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश के चिकित्साधिकारी डॉ. राम आशीष यादव।
आंखों में रंग जाने पर क्या करें?
डॉ. राम आशीष बताते हैं कि आंख हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। आंखों में बेहद महीन रक्तशिराएं होती हैं, इसलिए आंखों किसी भी अन्य अंग की अपेक्षा आंख पर रंगों का असर ज्यादा घातक हो सकता है। अगर होली के रंग या गुलाल आपके आंखों में चले जाएं और आंखों में जलन शुरू हो जाए, तो सबसे पहले आंखों को पानी से कई बार धोएं। ध्यान दें इस दौरान न तो आंखों को रगड़ें और न ही कोई देसी नुस्खा प्रयोग करें। आंखों को कई बार पानी से धोने के बाद जल्द से जल्द चिकित्सक से संपर्क करें।
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आंखों को सुरक्षित रखने के लिए ध्यान रखें ये टिप्स
- होली के दौरान आंखों को सुरक्षित रखने के लिए यह जरूरी है कि आप प्राकृतिक रंगों और गुलाल का प्रयोग करें।
- होली खेलने के दौरान कॉन्टैक्ट लेंस आंखों में न लगाएं, क्योंकि इसपर रंग जमने के कारण आंखों में जलन हो सकती है।
- अगर आपके हाथ में रंग या गुलाल लगा है, तो आंखों को न छुएं।
- आंखों पर सीधे रंग न पड़ने दें।
- आप चाहें तो सनग्लासेज पहन सकते हैं, जिससे रंग और धूप दोनों से सुरक्षा रहती है।
कान में रंग जाने पर क्या करें?
आमतौर पर गीले रंग से कान में परेशानी की संभावना कम होती है मगर कई बार रंग खेलते हुए लापरवाही के कारण सूखा रंग या गुलाल आपके कान में भी चला जाता है। अगर आपके कानों में रंग चला जाए, तो सावधानी बरतनी जरूरी है वर्ना कानों का इंफेक्शन हो सकता है। कान में रंग जाने पर सबसे पहले शरीर को टेढ़ा करके झटका दें, ताकि कान का सूखा रंग बाहर निकल जाए।
इसके बाद कान में अपने शरीर को टेढ़ा रखते हुए और कान को नीचे की तरफ झुकाए हुए ही, हाथों से पानी डालें, ताकि कान की दीवारों पर लगा हुआ रंग और गुलाल पानी के साथ बाहर आ जाए। ध्यान रखें कि कान में कभी भी प्रेशर वाले पाइप से पानी न डालें। इससे पानी रंग या गुलाल के कणों को कान के अंदरूनी हिस्से तक पहुंचा देगा। इसलिए बिल्कुल हल्के हाथ से पानी डालें। अगर रंग ज्यादा नहीं गया है, तो 2 बूंद गुनगुना सरसों का तेल डाल लें। अगर रंग ज्यादा चला गया है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
नाक में रंग चला जाए तो क्या करें?
कई बार रंग खेलते हुए नाक और मुंह में भी रंग चला जाता है। अगर आपके नाक में रंग चला जाए, तो किसी पतले तार को नाक में डालकर छींक लाने की कोशिश करें। 2-3 बार छींकने के बाद आपके नाक का रंग और धूलकण निकल जाते हैं।
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मुंह में रंग चला जाए तो क्या करें?
कुछ लोग रंग खेलते हुए मुंह और दांतों में भी रंग भर देते हैं। मुंह में रंग जाना कई बार बहुत ज्यादा खतरनाक हो सकता है। इसका कारण यह है कि आजकल हानिकारक केमिकल्सयुक्त ऐसे रंग बाजार में मिलते हैं, जो आपके शरीर के लिए जहर साबित हो सकते हैं। इसलिए मुंह में रंग जाने पर ध्यान रखें कि थूक बिल्कुल न निगलें। सबसे पहले पानी से कई बार कुल्ला करें, ताकि मुंह का रंग निकल जाए। दांतों में रंग जाने पर भी यही करें। सादे पानी से कुल्ला करने के बाद माउथ वॉश से कुल्ला करें। अगर माउथ वॉश मौजूद नहीं है, तो गुनगुने पानी में नींबू और नमक डालकर कुल्ला करें। इससे केमिकल का असर कुछ कम हो जाएगा। इसके बाद कम से कम 1 घंटे तक कुछ न खाएं।
सेफ होली खेलने के टिप्स
डॉ. आशीष के अनुसार सेफ होली खेलने के लिए सबसे पहले ध्यान रखें कि आप प्राकृतिक रंगों और गुलालों का ही प्रयोग करें। केमिकलयुक्त रंग, कीचड़, कालिख, पेंट और अप्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल न करें। होली खेलने से पहले अपने हाथ-पैरों और मुंह पर अच्छी तरह तेल या ग्लिसरीन लगा लें। होली खेलने के दौरान अपने हाथ, मुंह, आंख और नाक को बचाएं।