एक नए रिश्ते की शुरूआत, एक-दूसरे को धीरे-धीरे समझने के साथ होती है। जब एक रिश्ते में दो लोग एक-देसरे को बेहतर ढंग से समझने लगते हैं, तो उनके बीच धीरे-धीरे एक विश्वास भी बनता जाता है। जिसके बाद वह आंख मूंदकर एक-दूसरे पर भरोसा करने लगते हैं, लेकिन अगर ऐसे में कोई एक भरोसा तोड़ दें, तो क्या होगा? क्या आप उन्हें माफ़ करते हैं? क्या आप उन्हें छोड़ देते हैं? या आप अपने पार्टनर को एक दूसरा मौका देते हैं, जिससे कि वह अपने रिश्ते में विश्वास या भरोसे को दोबारा जीत सके। जरूरी नहीं, कि ऐसा आपके पार्टनर के साथ ही हो, वह आपका परिवार का कोई सदस्य या कोई मित्र भी हो सकता है। लेकिन किसी रिश्ते में विश्वास दोबारा जीतना कोई आसान काम नहीं है। ट्रस्ट एक चीज है, जिस पर एक रिश्ता बनता और बिगड़ता है। लेकिन क्या एक बार विश्वास टूट जाने के बाद दोबारा विश्वास जीतना संभव है? आइए यहां जानिए कि अगर आप अपने पार्टनर को दूसरा मौका दे रहे हैं, तो तो कैसे आप एक बार टूटे भरोसे या विश्वास के बाद दोबारा विश्वास करें और किन बातों का ख्याल रखें।
1- झूठ के पीछे के कारण पर विचार करें
बिलकुल सही पढ़ा, हां, आप झूठ के पीछे के कारण पर विचार करें। इसके पीछे एक स्वार्थी कारण हो सकता है, लेकिन आपके साथी का एक अलग मकसद हो सकता है। क्या वे आपकी रक्षा करने की कोशिश कर रहे थे? परिवार के किसी सदस्य की मदद कर रहे थे? किसी भी तरह से यह उनके गलत काम को सही तो नहीं ठहराता है, लेकिन कभी-कभी, गलतफहमी ऐसी समस्याएं हैं, जो ऐसे मुद्दों को जन्म देती हैं और बात ज्यादा बड़ी न होने पर भी रिश्ता बिखर जाता है। इसलिए आप अपने पार्टनर के झूट बोलने के कारण पर विचार करें।
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2- बात करने में कोई समस्या नहीं है
विश्वासघात के बाद भरोसे का पुनर्निर्माण सबसे बड़े पहलुओं में से एक है, इस स्थिति के बारे में अपने साथी से बात करें। उन्हें समझाने का मौका दें कि उन्होंने जो किया वह क्यों किया। उनके व्यवहार में ईमानदारी को नोटिस करें और बाद में तय करें कि क्या यह रिश्ता बचाने लायक है या नहीं। यह सब चीजें समझने के लिए आपको एक-दूसरे से बात करना बहुत जरूरी है।
3- रिश्ते को सुधारना है, तो माफी है जरूरी
अगर आप रिश्ते को सुधारना चाहते हैं, तो एक-दूसरे को माफ करना जरूरी है। हालांकि, भरोसा टूटने के बाद यह मुश्किल होगा, लेकिन यह आपके रिश्ते को नुकसान से उबरने का सबसे अच्छा मौका है। माफ करने का मतलब यह नहीं है कि जो आपके पार्टनर ने किया वह ठीक है। इसका मतलब है कि माफी ऐसी दें, कि आपका पार्टनी, जो कुछ हुआ, उसे पीछै छोड़कर आगे अपनी बातों और आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करे।
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4- अतीत में रहने से बचें
यदि आप अपने पार्टनर को माफ कर चुके हैं। आपने एक बार विश्वास टूटने के बाद उन्हें दूसरा मौका दिया है, तो आप ये ध्यान दें कि आप उन्हें, खुद को मूर्ख बनाने की अनुमति न दें। जब आप रिश्ते को दूसरा मौका देने का फैसला करते हैं, तो आप विश्वास को फिर से हासिल करने का मौका दे रहे हैं और अतीत को बीच में लाने से केवल चीजें खराब होंगी। इसलिए अतीत को कुरेदने से बेहतर है आगे बढ़ें और सोचें कि किसी पर दोबारा भरोसा करें या नहीं।
5- अपनी भावनाओं से अवगत रहें
आप अपने साथी से बात करें, जिसने भरोसा तोड़ा है। अपने मन में उठ रहे सवालों और भावनाओं को व्यक्त करें। जिन बातों को लेकर मन में संदेह है, उन पर खुलकर चर्चा करें। गुस्सा और चोट देने वाली सभी भावनाओं को व्यक्त करना आवश्यक है, ताकि आप उन्हें एक तरफ स्थापित कर सकें।
यहां दी गई टिप्स की मदद से आप अपने रिश्ते में टूटे हुए विश्वास को वापस मजबूत करने की कोशिश कर सकते हैं।
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