
How To Prevent Ear Infection In Monsoon: पिछले हफ्ते मेरे पापा के कानों में इन्फेक्शन हो गया था। डॉक्टर ने बताया कि मानसून में नमी बढ़ने के कारण पापा के कानों में फंगल इन्फेक्शन हुआ। डॉक्टर ने उनके कानों को साफ किया और दवा लगा दी। इसके अलावा डॉक्टर ने पापा को एंटीबायोटिक दवाओं का कोर्स पूरा करने के लिए कहा। इस अनुभव से मुझे जानकारी मिली कि मानसून सीजन, कानों की सेहत को प्रभावित करते हैं। मानसून में गर्मी से तो राहत मिलती है लेकिन इससे सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इस मौसम में फंगल इन्फेक्शन, बैक्टीरियल इन्फेक्शन और सीजनल फ्लू के साथ-साथ कान में इन्फेक्शन से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ जाती है। चलिए जानते हैं कुछ आसान टिप्स जिनकी मदद से आप अपने कानों को मानसून में इन्फेक्शन से बचा सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
कान में इन्फेक्शन होने के लक्षण- Ear Infection Symptoms
- कान में दर्द होना।
- ईयर के बाहरी हिस्से में रेडनेस होना।
- कान में भारीपन महसूस होना।
- ठीक तरह से आवाज न सुनाई देना।
- कान के अंदर खुजली होना।
- कान से पस निकलना।
मानसून में कान के इन्फेक्शन से कैसे बचें?- How to Prevent Ear Infection in Monsoon
- मानसून में कानों को हमेशा ड्राई और साफ रखें। कानों को साफ करने के लिए मुलायम कॉटन वाले कपड़े का इस्तेमाल करें।
- नहाने के बाद तौलिए के कोने से कान के बाहरी हिस्से को साफ कर लें।
- हेडफोन का इस्तेमाल करने से पहले उसे साफ करना न भूलें।
- हेडफोन को समय-समय पर डिसइंफेक्टेंट से साफ करें।
- बदलते मौसम में गले की खराश से बचें। इससे कान में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
- ईयर इन्फेक्शन से बचने के लिए हर 6 महीनों में कम से कम एक बार ईएनटी विशेषज्ञ से जांच जरूर कराएं।
- मानसून के दिनों में ठंडी चीजों का सेवन करने से बचें। इससे गले में खराश के कारण ईयर इन्फेक्शन का खतरा दोगुना हो जाता है।
इन गलतियों से बचें- Avoid These Mistakes in Monsoon
- नमी वाले मौसम में ज्यादा देर के लिए कान पर हेडफोन लगाकर न रखें।
- किसी अन्य व्यक्ति के हेडफोन का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए।
- ईयर बड का ज्यादा इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए।
- मानसून में भीगने से बचें। इससे कान में दर्द और इन्फेक्शन हो सकता है।
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इस तरह न करें कानों की सफाई- Wrong Way Of Cleaning Ear Wax
कुछ लोग कानों की सफाई के लिए माचिस की तीली, हेयर पिन या ईयर बड का इस्तेमाल करने लगते हैं। लेकिन इस तरह कान की सफाई करने से कान के पर्दे भी फट सकते हैं। आपको इस तरह कानों की सफाई नहीं करना चाहिए। गंदगी के कारण कान में जो मैल जम जाता है उसे हम ईयर वैक्स कहते हैं। यह असल में मृत कोशिकाएं होती हैं। वैसे तो ईयर वैक्स कानों की सुरक्षा के लिए होता है। लेकिन जब ज्यादा ईयर वैक्स जमा हो जाता है, तो यह कानों में संक्रमण का कारण बनता है। इसलिए आपको इन तरीकों से बचना चाहिए। कानों की सफाई खुद से न करें, इसे किसी अनुभवी डॉक्टर से कराएं।
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