
जिम जाने वाले लोगों के लिए प्रोटीन डाइट काफी महत्वपूर्ण होती है। प्रोटीन की पूर्ति के लिए लोग प्रोटीन शेक, अंडे, चिकन, पनीर और सोया का भरपूर सेवन करते हैं। इन दिनों हाई प्रोटीन लेने के लिए लोग व्हे प्रोटीन सप्लिमेंट्स का काफी इस्तेमाल करने लगे हैं। अधिकतर जिम जाने वाले युवा व्हे प्रोटीन का सेवन करते हैं। ये हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है, लेकिन कई लोगों के लिए ये कुछ परेशानी का कारण भी बन सकता है। व्हे प्रोटीन की वजह से आपके चेहरे पर मुहांसे हो सकते हैं। हालांकि कुछ स्टडी में ये बात सामने आई है कि मुहांसे और व्हे प्रोटीन के बीच संबंध हो सकते हैं। लेकिन क्या ये वाकई से मुहांसों की वजह हो सकता है चलिए जानते हैं इसके बारे में।
क्या व्हे प्रोटीन से मुहांसे हो सकते हैं?
आपके बता दें कि ये बात सच है कि व्हे प्रोटीन आपके मुहांसों की वजह हो सकता है। व्हे प्रोटीन से आपको मुहांसों की समस्या हो सकती है, क्योंकि ये दूध से प्राप्त होता है और पनीर बनाने की प्रक्रिया में बाई प्रोडक्ट के रूप में प्रयोग किया जाता है। मुहांसों की एक वजह डेयरी प्रोडक्ट भी हो सकते हैं। व्हे प्रोटीन को दूध को फाड़कर छाछ के रूप में तैयार किया जाता है। जिन लोगों को डेयरी प्रोडक्ट से एलर्जी है उन्हें ये समस्या अधिक परेशान कर सकती है।
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व्हे प्रोटीन से होने वाले मुहांसों को कैसे रोकें
- एक्सरसाइज के दौरान टाइट कपड़े पहनने से बचें। यह पसीना और सीबम के बनने का कारण हो सकता है, जिससे मुहांसे हो सकते हैं।
- वर्कआउट के तुरंत बाद शावर लें। साथ ही बैक्टीरिया की ग्रोथ और स्किन के छिद्रों में गंदगी के जमाव को रोकने के लिए गंदे तौलिए और कपड़ों के इस्तेमाल से भी बचें।
- व्हे प्रोटीन का सेवन कम करें। व्हे प्रोटीन की मात्रा और इसे लेने की फ्रिक्वेंसी को कम किया जा सकता है। साथ ही शुरूआत में इसे टेस्ट के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आपको मुंहासे हों तो इसके सेवन को कुछ दिन के लिए बंद कर दें।
- रोम छिद्रों को बंद करने के लिए क्लींजर का प्रयोग करें।
- यदि स्किन पर मुंहासे हैं, तो हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों जैसे चीनी, प्रोसेस्ड फूड व कार्ब्स के सेवन से बचें। स्किन को हाइड्रेट करने के लिए अधिक पानी पिएं।
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व्हे प्रोटीन का विकल्प
- मटर प्रोटीन पाउडर
- सोया प्रोटीन पाउडर
- एग व्हाइट प्रोटीन पाउडर
- ब्राउन राइस पाउडर
रोजाना व्हे प्रोटीन का सेवन करने से इंसुलिन बनने की प्रक्रिया बढ़ सकती है, जिससे एक्ने हो सकते हैं। जिन महिलाओं के हार्मोन अंसतुलित हों, पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज या सिंड्रोम की समस्या हों, उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए। अगर व्हे प्रोटीन में स्किम्ड मिल्क को मिलाया जाता है, तो इससे एक्ने यानी मुंहासे होने का खतरा बढ़ सकता है। व्हे प्रोटीन का सेवन स्मूदी या पानी के साथ करें। आप व्हे प्रोटीन किस चीज के साथ ले रहे हैं, इस बात का सीधा संबंध आपकी त्वचा में मुंहासों की समस्या हो सकता है।