एक औरत के लिए मां शब्द सुनना बहुत ही सुकून भरा एहसास होता है। मां शब्द जितना शक्तिशाली है, उतना ही जिम्मेदारी से भरा हुआ होता है। एक औरत के बच्चे को कोई अजनबी जरा सी चोट पहुंचा दे, तो वह मां काली का रूप धारण कर लेती है। चलना सीखते वक्त या कहीं बाहर निकलते वक्त बच्चे को खरोंच भी जाए, तो मां का अंतर्मन दुखने लगता है और वह खुद को इसका जिम्मेदार (Mom Guilt) मान लेती है। किसी वजह से अगर उसके बच्चे को चोट लग जाए, तो वह पूरा दिन खुद को कोसती रहती है और लंबे समय तक आत्मग्लानि महसूस करती है।
अपने बेटे को जन्म देने के कुछ वक्त बाद जब से मैंने काम पर वापसी की है, मेरा मन भी अपराध बोध महसूस करता है। काम की वजह से जब मैं 10 से 12 घंटे ऑफिस में बिताती हूं, तब अक्सर खुद से सवाल पूछती हूं कि बच्चा जो न ठीक से बोल सकता है, न समझ सकता है, वो कैसे मेरे बिना रह पाता होगा। मेरे लिए बच्चे से ज्यादा क्या नौकरी जरूरी है? क्या बच्चे की देखभाल के लिए मुझे नौकरी छोड़ देनी चाहिए? ऐसे ही हजारों सवाल रोजाना मेरे दिमाग में आते हैं और मेरे अंतर्मन को झकझोर (What is Mother Guilt) जाते हैं। मेरी ही तरह दुनियाभर की लाखों महिलाएं जो रोजाना बच्चे को छोड़कर ऑफिस जाती हैं, उनके मन में भी इस तरह का ख्याल आता है। मनोवैज्ञानिक भाषा में इस मदर गिल्ट कहा जाता है। मदर गिल्ट क्या होता और इसे मैनेज करने के लिए क्या करना चाहिए, इस विषय पर जानकारी दे रहे हैं गुरुग्राम स्थित मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स की कंसलटेंट साइकोलॉजिस्ट डॉ. मुनिया भट्टाचार्य (Dr Munia Bhattacharya, Consultant, Psychologist Marengo Asia Hospitals, Gurugram)।
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क्या होता है मदर गिल्ट?- What is Mother Guilt?
डॉ. मुनिया भट्टाचार्य का कहना है कि मां बनने के बाद हर महिला के मन में एक स्नेह की भावना जागती है। एक महिला जिस तरह से दुनिया को देखते आ रही है, जितना वो बच्चे के लिए करना चाहती और नहीं कर पाती हैं, तो उसके मन में एक गलत आता है, जिसे मनोविज्ञान में मदर गिल्ट कहा जाता है। ऐसी कई परिस्थितियां होती हैं, जब एक मां एक गिल्ट यानी की अपराध बोध का एहसास होता है। आइए जानते हैं इन परिस्थितियों के बारे में।
- जन्म के कुछ समय तक बच्चे की देखभाल करने के बाद दोबारा नौकरी ज्वाइन करने पर।
- काम और वर्क लाइफ की वजह से बच्चे को केयरटेकिंग के लिए समय न दे पाने पर।
- गुस्से में या पार्टनर के साथ लड़ाई की वजह से बच्चे पर चिल्लाना या गुस्सा करना।
- बिना किसी कारण बच्चे की पिटाई करने की वजह से।
- जब मां खुद पर ध्यान देने लगे और इस वजह से कुछ देर के लिए बच्चे पर फोकस न कर पाए।
- परिवार और दोस्तों से परफेक्ट मॉम का टैग न मिलने की वजह से।
- एक साथ सब कुछ हैंडल न कर पाने पर।
- तनाव में सब कुछ छोड़ के चले जाने की भावना आने पर।
- बच्चे को वह भौतिक सुविधाएं न दे पाने पर, जो अन्य माता पिता दे हो, तो मदर गिल्ट हो सकता है।

मदर गिल्ट से कैसे निपटें?- How to Manage Mother Guilt
डॉ. मुनिया भट्टाचार्य का कहना है वक्त के साथ अगर मदर गिल्ट से न निपटा जाए, तो यह कई तरह की मानसिक समस्याओं का कारण बन सकता है। कई बार इसकी वजह से महिलाओं को पैनिक अटैक भी आ सकते हैं। आइए जानते हैं मदर गिल्ट से निपटने के तरीकों के बारे में।
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- मां बनने के बाद महिलाएं खुद को बताएं कि पर परफेक्ट मॉम जैसा कोई भी टैग रियल लाइफ में होता ही नहीं है। हर मां से बच्चे को पालने में थोड़ी बहुत गलतियां होती ही हैं।
- परिवार और दोस्तों से बच्चे को लेकर किसी प्रकार की मदद चाहिए, तो उसमें किसी भी तरह का संकोच न करें।
- आस-पड़ोस और ऐसे लोगों से दूरी बनाएं, जो बात-बात पर आपको अच्छी मां कैसे बना जाता है इसकी नसीहत देते हैं।
- ऑफिस जाने की वजह से अगर आप बच्चे को समय नहीं दे पाती हैं, तो वीकेंड पर उसके साथ टाइम स्पेंड करें। उसके साथ घूमने जाएं, साथ में पार्क में जाएं, बच्चे को नई-नई एक्टिविटी कराएं। ऐसा करने से बच्चे और मां के बीच एक अच्छा बॉन्ड बनता है।
With Inputs: Dr Munia Bhattacharya, Consultant, Psychologist Marengo Asia Hospitals, Gurugram
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