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छोटे बच्चों में चिकनपॉक्स के क्या लक्षण दिखते हैं? डॉक्टर से जानें

चिकन पॉक्स होने पर बच्चों को पहले से ही कई लक्षण दिखाई देने लगते है। पेरेंट्स उन पर गौर करके बच्चे की तकलीफों को कम कर सकते हैं।

Meera Tagore
Written by: Meera TagoreUpdated at: May 16, 2023 16:52 IST
छोटे बच्चों में चिकनपॉक्स के क्या लक्षण दिखते हैं? डॉक्टर से जानें

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How To Know If Child Has The Chickenpox In Hindi: चिकन पॉक्स एक घातक बीमारी है। साथ ही, बहुत आसान से एक से दूसरे को फैल जाती है। माना जाता है कि हर व्यक्ति को अपने जीवनकाल में कभी न कभी चिकन पॉक्स जरूर होता है। लेकिन, सामान्यतौर पर बच्चे इस बीमारी का शिकार ज्यादा होते हैं। बच्चे को चिकन पॉक्स होते ही पेरेंट्स की चिंताएं बढ़ जाती हैं। हालांकि, कई बार पेरेंट्स चिकन पॉक्स की सही तरह से पहचान नहीं कर पाते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि चिकन पॉक्स एक छोटे से दाने के रूप में शुरू होता है। यही कारण है कि जब तक बच्चे में हो रहे चिकनपॉक्स के लक्षणों को पेरेंट्स समझते हैं, तब तक बच्चे को पूरे शरीर में यह समस्या हो चुकी होती है। इससे बच्चे को कष्ट भी ज्यादा झेलना पड़ता है और रिकवरी में भी समय लगता है। मेडिकेयर हॉस्पिटल, नवी मुंबाई के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. नरजोहन मेश्राम (Head of Pediatric Intensive Care Department) से जानें कि बच्चों में चिकन पॉक्स के लक्षण क्या हैं और पेरेंट्स इन्हें कैसे समझ सकते हैं।

How To Know If Child Has The Chickenpox

चिकन पॉक्स क्या है (What Is Chickenpox)

चिकनपॉक्स एक तरह का संक्रमण है, जिसके होने पर शरीर में लाल-लाल दाने हो जाते हैं। यह वैरिसाला-जोस्टर वायरस नामक रोगाणु के कारण होता है। यह समस्या ज्यादातर उन लोगों को होती है, जिन्हें इसके टीके नहीं लगाए होंगे। चिकन पॉक्स से पीड़ित बच्चे के संपर्क में अगर कोई अन्य बच्चा या व्यक्ति आ जाए, तो उसे भी यह बीमारी हो सकती है। हालांकि, मौजूदा समय में बहुत कम बच्चों को यह बीमारी होती है, क्योंकि अब बचपन में इसके टीके लगाए जाते हैं।

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बच्चों में चिकन पॉक्स के लक्षण (Symptoms Of Chickenpox In Kids)

Symptoms Of Chickenpox In Kids

बुखार (Fever): बच्चों को चिकन पॉक्स के दाने आने से पहले ही बच्चे का शरीर गर्म होने लगता है, उसे बुखार आने लगता है। आमतौर पर, पेरेंट्स इसे सामान्य बुखार समझकर अनेदखी कर बैठते हैं।

थकान महससू होनाः बच्चे को चिकन पॉक्स के शुरुआती लक्षणों में से एक थकान महसूस करना भी है। अगर बच्चे को बुखार के साथ-साथ थकान भी महसूस हो रही है, तो इस लक्षण को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

सिरदर्द होना (Headache): इस दौरान बच्चा लगातार सिरदर्द की शिकायत भी करता है। वैसे, तो समान्य बुखार होने पर भी बच्चे को सिरदर्द हो सकता है। लेकिन, चिकन पॉक्स के कारण दो दिन पहले से ही बच्चे में इस तरह के लक्षण उभरकर आने लगते हैं।

पेट दर्द और भूख कम लगना (Stomach Pain And Loss Of Appetite): सिरदर्द के साथ-साथ बच्चा पेट में दर्द होने की बात भी कह सकता है। पेट दर्द उसे लगतार एक से दो दिन तक बना रहता है। यही नहीं, बच्चे का कुछ भी खाने का मन नहीं करता है। ऐसा लगता है, जैसे उसकी एपेटाइट कम हो गई है।

खुजली होना (Itching): हल्के छोटे लाल-लाल दाने दिखाई देना, जिसमें जबरदस्त खुजली भी होती है। अगर बच्चा बार-बार उन दानों में खुजली करता है, तो उन्हें ध्यान से देखें। कहीं उन दानों पानी तो नहीं भरा हुआ है। ये दाने शुरुआती दिनों में बहुत छोटे होते हैं। इनमें खुजली इतनी ज्यादा होती है कि बच्चा उन्हें सहजता से कंट्रोल नहीं कर पाता है।

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पेरेंट्स के लिए टिप्स (Tips For Parents)

जब बच्चे को चिकन पॉक्स होता है, तो पेरेंट्स की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है, क्योंकि बच्चे के लिए अपनी सिचुएशन को संभालना और समझना काफी मुश्किल हो जाता है-

  • बच्चे के शरीर को ठंडा रखें।
  • बच्चे के शरीर में हो रहे रैशेज को मॉइस्चर करके रखें ताकि उसे खुजली कम हो।
  • बच्चे से कहें कि वह खुजली न करे। खुजली करने से उसकी स्थिति बिगड़ सकती है।
  • रैशेज में डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब की हुई दवा या पाउडर ही लगाएं।
  • बच्चे के शरीर को साफ रखें। साफ करने के लिए हल्के सूती कपड़े का इस्तेमाल करें। साफ करते वक्त ध्यान रखें कि उसके शरीर को सूती कपड़े रगड़े नहीं, बल्कि हल्के हाथों से थपथपाएं।

चिकन पॉक्स का निदान (Treatment Of Chickenpox)

बच्चे में दिख रहे चिकन पॉक्स के लक्षणों के आधार पर ही उसका इलाज किया जाता है। वैसे, तो इस दौरान पैरेंट्स को सलाह दी जाती है कि बच्चे को स्पाइसी फूड न खिलाएं। इसके अलावा, इलाज के तौर पर डॉक्टर बच्चे के शरीर, चेहरे आदि हिस्सों में हुए दानों की अच्छी तरह जांच करते हैं। इसे बाद, दानों पर लगाने के लिए लोशन या पाउडर देते हैं। इसके अलावा, बुखार के लक्षणों को कम करने के लिए खाने की कोई दवा दे सकते हैं। अगर पेरेंट्स को लगे कि बच्चे के शरीर में बहुत ज्यादा चिकन पॉक्स के दाने हो गए हैं, तो बिना लापरवाही किए डॉक्टर से संपर्क करें।

इन बातों का भी रखें ध्यान (Important Points)

  • केवल डॉक्टर द्वारा परामर्श किए गए लोशन या पाउडर को ही घावों पर लगाएं।
  • चिकन पॉक्स में हो रहे घाव वेसिकुलर होते हैं और आम तौर पर गर्दन, उसके बाद शरीर और चेहरे पर शुरू होते हैं।
  • घाव दर्दनाक, खुजलीदार, द्रव भरे हुए हैं। 
  • बीमारी को फैलने से रोकने के लिए 7-14 दिनों तक आइसोलेशन की आवश्यकता है।
  • अगर छोटे बच्चे को चिकन पॉक्स है, तो उन्हें गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु के संपर्क में जाने से रोकना चाहिए।

image credit: Freepik

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