How to increase stamina and flexibility: आज के अनयिमित दिनचर्या में लोगों के शरीर में मोटापा बढ़ता जा रहा है। आपने महसूस किया होगा कि सिटिंग जॉब के चलते आपको थोड़ा सा काम करने में ही थकान होने लगती है। दरअसल, जब आप लंबे समय तक शारीरिक गतिविधियों को सीमित कर देते हैं, तो इससे आपका स्टैमिना कमजोर हो जाता है। साथ ही, शरीर के फ्लेक्सिबिलिटी भी धीरे-धीरे कम होने लगती है। लेकिन आपको बता दें कि स्टैमिना कम होने और मोटापा बढ़ने से आपको कई समस्याएं हो सकती है। ऐसे में आपको लाइफस्टाइल में आवश्यक बदलाव करने की सलाह दी जाती है। आज इस लेख में योग और फिटनेस ट्रेनर ऋपसी अरोड़ा से जानते हैं शरीर के स्टैमिना और फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाने के लिए आपको क्या करना चाहिए।
स्टैमिना और फ्लेक्सिबिलिटी कैसे बढ़ाएं - How To Increase Stamina And Flexibility In Hindi
एक्सपर्ट के अनुसार लाइफस्टाइल और डाइट में जरूरी बदलाव कर आप शरीर और ब्रेन के तालमेल से स्टेमिना को आसानी से बूस्ट कर सकते हैं। आगे जानते हैं किन उपायों से आप स्टेमिना और फ्लेक्सिबिलिटी को बेहतर कर सकते हैं।
स्क्वाट्स
स्क्वाट्स करने से आपकी मसल्स मजबूत होती हैं। यह आपके स्टेमिना को बेहतर करने के साथ हीआपके लिगामेंट को टोन्ड और स्ट्रांग करती है। इसे करने के लिए आप पैरों को करीब एक से डेढ़ फुट की दूरी पर खोल लें। इसके बाद घुटनों से शरीर को नीचे के ओर ले जाएं और फिर दोबारा से नॉर्मल पोजीशन में आ जाएं। इससे आपकी स्पाइन और पीठ का हिस्सा मजबूत होता है। इसे शुरूआत में आप करीब 5-5 का सेट कर सकते हैं।
रोजाना दौड़ लगाएं
रनिंग एक बेहतरीन एक्सरसाइज मानी जाती है। इससे आपकी बॉडी का फैट तेजी से बर्न होता है और आपका पाचन तंत्र बेहतर होता है। रनिंग आपके ब्लड सर्कुलेशन को भी इम्प्रूव करता है। साथ ही, इसके नियमित अभ्यास से आपका स्टेमिना बढ़ने लगता है। शुरूआत में आप जॉगिंग करते हुए कुछ मिनटों के लिए ही दौड़ें। धीरे-धीरे आप इसका समय और तेजी को बढ़ा सकते हैं। कुछ ही सप्ताह के अंदर फर्क दिखने लगेगा।
सेतुबंधासन
योग से आपके शरीर को लचीला बनाने में मदद मिलती है। इसके साथ ही, योगासन आपके शरीर को मजबूती प्रदान करने के साथ ही स्टेमिना को भी बूस्ट करते हैं। लंबे समय तक योगासन करने से आपकी सेहत को कई फायदे मिलते हैं और आपको इंफेक्शन आदि होने की संभावना कम हो जाती है। सेतुबंधासन में आप इस पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं। इसके बाद पैरों को घुटनों से मोड़ लें। इस दौरान सांस हुए कमर को ऊपर की ओर उठाएं और शरीर को इसी पोजीशन में होल्ड करें। शुरुआत में आप इस आसन को एक से दो मिनट तक कर सकते हैं। इसके बाद नॉर्मल पोजीशन में आ जाएं।
सूर्यनमस्कार आसन का करें अभ्यास
सूर्यनमस्कार आसन में आप 12 आसनों को एक साथ कर सकते हैं। इसलिए शरीर पर इसके गजब के फायदे देखने को मिलते हैं। सूर्यनमस्कार करने से पाचन तंत्र बेहतर होता है। साथ ही, आपका वजन नियंत्रित रहता है और शरीर का फैट बर्न होता है। इसके अलावा शरीर डिटॉक्स होता है। इससे आपका स्टेमिना बूस्ट होता है और आपका शरीर फ्लेकिसबल बनता है।
खाने में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं
आपकी डाइट का सेहत पर असर पड़ता है। अगर, आपका स्टेमिना कम हो रहा है और आपको अधिकतर समय थकान महसूस हो रही है तो ऐसे में आप डाइट में प्रोटीन युक्त आहार को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए आप अंडे, दूध, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। साथ ही, शरीर को हाईड्रेट रखें। रोजाना एक निश्चित मात्रा में पानी का सेवन करें।
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लाइफस्टाइल में किए जाने वाले बदलाव से पहले आप डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। यदि, आपको कोई रोग है, तो ऐसे में हाई इंटेससिटी वाली एक्सरसाइज न करें। साथ ही, योगा व एक्सरसाइज ट्रेनर की देखरेख में ही योग व एक्सरसाइज करें। इससे आपका स्टेमिना और फ्लेक्सिबिलिटी इम्प्रूव होती है।