
शरीर में विटामिन की पूर्ति करना हम सबके लिए काफी जरूरी होता है। विटामिन लेना कुछ लोगों के लिए एक तरह से रूटीन में ही शामिल हो जाता है। विटामिन जैसे दूसरे न्यूट्रीएंट्स के हमारे लिए काफी फायदे होते हैं लेकिन कई बार किसी चीज का हद से ज्यादा होना हमारे लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। हम आपको बताएंगे कि विटामिन की कितनी जरूरत होती है और विटामिन का शरीर में हद से ज्यादा होने पर क्या हो सकता है।
विटामिन को दो हिस्सों में बांटा गया है एक वसा में घुलनशील और दूसरा पानी में घुलनशील विटामिन।
पानी-घुलनशील विटामिन (Water-soluble vitamins)
पानी में घुलनशील विटामिन से शरीर से निकल जाते हैं और ये विटामिन आसानी से टीश्यू में नहीं रह पाते। घुलनशील विटामिन में विटामिन सी और विटामिन बी होते हैं। ये विटामिन अगर हम थोड़ी ज्यादा मात्रा में ले भी लें तो इससे हमे कोई खासा नुकसान नहीं होता है। लेकिन अगर हद से ज्यादा ये विटामिन लेना भी हमारी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है।
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पानी-घुलनशील में आने वाले विटामिन बी की जरूरत बॉडी को होती है लेकिन इसका ओवरडोज नसों की समस्या पैदा कर सकता है। विटामिन बी 12 और विटामिन बी ज्यादातर खाने में पाया जाता है। लेकिन इसका ओवरडोज आपकी बॉडी को नुकसान पहुंचा सकता है।
वहीं, दूसरी ओर विटामिन सी आपकी बॉडी को एनर्जी देने के साथ ही आपकी मसल्स बिल्डिंग के लिए भी बहुत बेहतर होता है। इसलिए ये विटामिन जरूरी तो होता है। लेकिन इसका ओवरडोज उल्टी, दस्त, गुर्दे की पथरी और पेट में ऐंठन पैदा कर सकता है। इसलिए कोशिश करें कि आप इसके ओवरडोज से दूर ही रहें।
वसा-घुलनशील विटामिन (Fat-soluble vitamin)
ये विटामिन शरीर में पानी के साथ नहीं मिलते और ये आसानी से बॉडी टीश्यू में रुक जाते हैं। विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई और विटामिन के ये सभी वसा घुलनशील होते हैं। इन सभी विटामिन का हद से ज्यादा शरीर में होना खतरनाक हो सकता है। अगर आप लगातार कुछ ना खाएं तो आपकी बॉडी में वसा-घुलनशील विटामिन्स की कमी हो जाती है। ये विटामिन्स कुछ समय तक बॉडी की जरूरतों को पूरा करते हैं। लेकिन इसकी ओवरडोज भी बॉडी को नुकसान पहुंचाती है।
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इस विटामिन में आने वाले विटामिन ए, सी और ई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये कैंसर से लड़ने वाले डोज होते हैं। विटामिन ए के ओवरडोज से कई तरह की गंभीर समस्या पैदा हो सकती है जैसे आंखों की रोशनी खोना, हड्डी संबंधित रोग, बालों का झड़ना, त्वाच में रूखापन और वजन कम होता है। इसके अलावा विटामिन डी हमारे शरीर के लिए कितना जरूरी है ये हम सब जानते हैं। एकसपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादा मात्रा में विटामिन डी लेने से किडनी स्टोन, उल्टी और मांसपेशियों में कमजोरी होने का खतरा होता है। एक स्टडी में बताया गया है कि जिन लोगों के खून में विटामिन डी ज्यादा होता है उनमे हार्टअटैक का खतरा भी 2.8 फीसदी तक ज्यादा होता है।
दोनों ही घुलनशील विटामिन में फर्क सिर्फ ये है कि पानी-घुलनशील विटामिन शरीर से आसानी से निकल जाते हैं और वसा-घुलनशील विटामिन शरीर से आसानी से नहीं निकलते हैं।
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