
Rest After Miscarriage: गर्भपात या मिसकैरेज, किसी भी महिला के लिए काफी मुश्किल समय होता है। इस दौरान उनका स्वास्थ्य मानसिक रूप से ही नहीं, बल्कि शारीरिक रूप से प्रभावित होता है। इसलिए महिलाओं को कुछ दिन आराम करने की सलाह जाती है। शारदा हॉस्पिटल, नोएडा के डॉक्टर नीरज गोयल (Senior Consultant- Department of Gynaecology) के अनुसार, मिसकैरेज के दौरान महिलाओं को काफी दर्द और तकलीफ से गुजरना पड़ता है। साथ ही कुछ महिलाओं को ब्लीडिंग भी बहुत अधिक होती है। जिससे उनके शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है। गर्भपात के बाद शरीर को ठीक होने में थोड़ा समय लगता है। कुछ महिलाएं 2-4 सप्ताह में ठीक महसूस करने लगती हैं, तो वहीं कुछ 1-2 महीने का समय भी लग सकता है। इस दौरान घर के सामान्य काम के अलावा यौन संबंध बनाने से बचने की भी सलाह दी जाती है। अक्सर हम देखते हैं, कि कुछ महिलाएं गर्भपात के कुछ दिन बाद ही काम करना शुरू कर देती हैं, जो कि सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में महिलाएं इस बात को लेकर काफी असमंजस में रहती हैं, कि मिसकैरेज के बाद कितने दिन आराम करना चाहिए? इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
गर्भपात के बाद कितने दिन तक आराम करें- How Many Days Take Rest After Miscarriage In Hindi
डॉ. नीरज के अनुसार, जब डॉक्टर सर्जरी से गर्भपात करते हैं, इसमें महिलाओं को लंबे समय तक ब्लीडिंग नहीं होती है। वे 2-3 दिन रेस्ट करने के बाद छोटे-मोटे काम करना शुरू कर सकती हैं। लेकिन जिन महिलाओं का गर्भपात दवाओं की वजह या प्राकृतिक रूप से होता है, उन्हें अधिक दिनों तक ब्लीडिंग होती है। आमतौर पर 4-6 दिन तक हैवी ब्लीडिंग देखने को मिलती है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को कम से 4-6 सप्ताह आराम करने की सलाह दी जाती है।
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हालांकि, 2 सप्ताह के बाद महिलाएं घर में कुछ हल्के काम कर सकती हैं। छोटी-मोटी फिजिकल एक्टिविटी भी कर सकती हैं। गर्भपात के बाद रिकवरी में कितना समय लगेगा, यह काफी हद तक किसी महिला की शारीरिक स्थिति और गर्भपात के तरीके पर भी करता है। इसलिए आपको डॉक्टर से परामर्श जरूर करना चाहिए। इसके अलावा, कुछ सरल टिप्स को फॉलो करने से भी आपको जल्द रिकवरी में मदद मिलेगी जैसे,
1. ज्यादा चलने-फिरने से बचें: गर्भपात के बाद शरीर बहुत थक जाता है। इसलिए ज्यादा चलने-फिरने से बचने की सलाह दी जाती है।
2. अपनी स्थिति को मॉनिटर करें: अगर आप किसी भी तरह की दिक्कत महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
3. खाने-पीने पर ध्यान दें: स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें। पर्याप्त पानी पिएं और हाइड्रेट रहें। फल-सब्जियां अधिक खाएं।
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4. वजन न उठाएं: कोई भी ऐसा काम न करें, जिसमें आपको बहुत वजन उठाने की जरूरत पड़े।
5. नहाएं जरूर: नहाने के लिए आप गर्म या ठंडे दोनों पानी का प्रयोग कर सकते हैं।
(With Inputs: Dr. Neerja Goyal, Senior Consultant - Department of Gynaecology, Sharda Hospital)
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