स्वस्थ रहने के लिए शरीर में लचीलापन बना रहना चाहिए। फ्लेक्सिबिलिटी खराब होने से रीढ़ की हड्डी और कमर में कई समस्याएं आ सकती हैं। फ्लेक्सिलिटी बढ़ाने और इसे मेनटेन करने के लिए एक्सरसाइज और वर्कआउट करना बहुत जरूरी है। शरीर लचीली होने पर ब्लड फ्लो सुचारु रूप से होता है, जिससे शरीर में होने वाली कई बीमारियों का खतरा कम होता है। हाल ही में फिटनेस एक्सपर्ट यास्मीन चौहान ने सोशल मीडिया पर शरीर में फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने की एक्सरसाइज शेयर की है।
उत्तानासन करें
उत्तानासन करना सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद साबित होता है। इस आसन को करने से शरीर में लचीलापन बढ़ता है साथ ही हड्डियां भी मजबूत होती हैं। इस आसन को करने से शरीर में रक्त संचार अच्छा होता है साथ ही साथ कमर और कूल्हों के आसपास होने वाली जकड़न और दर्द कम होता है। इस आसन को करने के लिए आपको सीधे खड़े होना है और अपने दोनों हाथों को आगे की ओर झुकाकर पैरों के पंजे को छूना है। इस आसन को करते समय शरीर पर ज्यादा जोर न डालें।
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खराब फ्लेक्सिबिलिटी के नुकसान
- अगर आपके शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी अच्छी नहीं है तो यह शरीर पर कई तरीकों से असर डाल सकती है।
- इससे कार्टिलेज पर प्रभाव पड़ने के साथ ही साथ जोड़ों पर भी असर पड़ता है, जिससे जोड़ कमजोर हो सकते हैं।
- इससे आपके कूल्हों और घुटनों का मोशन कम होने लगता है, जिससे कई बार घुटनों में से कट-कट की आवाज भी आती है।
- खराब फ्लेक्सिबिलिटी होने पर मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं साथ ही ज्वॉइंट भी टाइट हो जाते हैं।
- ऐसी स्थिति होने पर कई बार आपको चलने-फिरने या दौड़ने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने वाली अन्य एक्सरसाइज
- फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने के लिए आप लोअर बैक मोबिलाइजर और एक्सटेंडेड एंगल साइड बैंड एक्सरसाइज कर सकते हैं।
- इसके लिए आप नियमित तौर पर कंधों को रोल कर सकते हैं। इससे फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है।
- इसके लिए आप पार्श्वोत्तानासन और भुजंगासन भी कर सकते हैं।